सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

अप्रैल, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की आप सभी को बहुत बहुत हार्दिक बधाई शुभकामनाएं। #बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम की अध्यक्ष #श्रीमती #वनिता_कासनियां #पंजाब की तरफ से समस्त #देशवासियों को पंचायती राज दिवस की हार्दिक #शुभकामनाएँ।। 24 अप्रैल 1993 को 73वें संशोधन के बाद पंचायती राज को संविधान में शामिल किया गया था।#पंचायती_राज_दिवस #संगरिया #राजस्थानराष्ट्र के समग्र उत्थान और #ग्रामीण #विकास में #पंचायती राज व्यवस्था का अहम योगदान है। जन-जन को विकास में भागीदार बना कर #PMO India श्री #NarendraModi मोदी सरकार अंत्योदय के सपने को साकार करने के लिए बिना आराम विराम किए दिन रात काम कर रही है ! देशवासियोॆ के हित कल्याण में प्रतिबद्ध है। Bharatiya Janata Party (BJP) #पंचायती_राज_दिवस#PanchayatiRajDiwas

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की आप  सभी को बहुत बहुत हार्दिक बधाई शुभकामनाएं।  #बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम की अध्यक्ष #श्रीमती #वनिता_कासनियां #पंजाब की तरफ से समस्त #देशवासियों को पंचायती राज दिवस की हार्दिक #शुभकामनाएँ।। 24 अप्रैल 1993 को 73वें संशोधन के बाद पंचायती राज को संविधान में शामिल किया गया था। #पंचायती_राज_दिवस #संगरिया #राजस्थान राष्ट्र के समग्र उत्थान और #ग्रामीण #विकास में #पंचायती राज व्यवस्था का अहम योगदान है। जन-जन को विकास में भागीदार बना कर #PMO India  श्री #NarendraModi  मोदी सरकार अंत्योदय के सपने को साकार करने के लिए बिना  आराम विराम किए दिन रात काम कर रही है ! देशवासियोॆ के हित कल्याण  में प्रतिबद्ध है।  Bharatiya Janata Party (BJP)   #पंचायती_राज_दिवस #PanchayatiRajDiwas
ब्रह्मांड में सबसे बड़ी वस्तु क्या है? (बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब) IT Pro, F1 fan and Space enthusiast. हो सकता है कि यह जवाब Quora अंग्रेज़ी पर वनिता कासनियां द्वारा  द्रा दिए गए जवाब का सटीक अनुवाद न हो: What is the largest object in the universe? सबसे बड़ी गैर-गोलाकार ठोस वस्तु: Haumea –  620 किलोमीटर रेडियस सबसे बड़ा चंद्रमा: Ganymede –  2,634 किलोमीटर रेडियस   (वनिता कासनियां पंजाब ) सबसे बड़ा चट्टानी ग्रह: Kepler-10c –  15,000 किलोमीटर रेडियस सबसे बड़ा गैस विशाल ग्रह: HD 100546 b –  4.19 लाख किलोमीटर रेडियस सबसे बड़ा रिंग सिस्टम: J1407b –  9 करोड़ किलोमीटर रेडियस सबसे बड़ा तारा: Stephenson 2-18 –  150 करोड़ किलोमीटर रेडियस सबसे बड़ा ब्लैक होल: TON 618 –  19.4 हजार करोड़ किलोमीटर रेडियस सबसे बड़ा नाब्युला: LAB-1 –  6 लाख प्रकाश वर्ष रेडियस सबसे बड़ी आकाशगंगा: IC 1101 –  78.4 लाख प्रकाश वर्ष रेडियस सबसे बड़ी संरचना: हरक्यूलिस-कोरोना बोरेलिस महान दीवार –  20 अरब प्रकाश-वर्...

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की आप सभी को बहुत बहुत हार्दिक बधाई शुभकामनाएं। #बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम की अध्यक्ष #श्रीमती #वनिता_कासनियां #पंजाब की तरफ से समस्त #देशवासियों को पंचायती राज दिवस की हार्दिक #शुभकामनाएँ।। 24 अप्रैल 1993 को 73वें संशोधन के बाद पंचायती राज को संविधान में शामिल किया गया था।#पंचायती_राज_दिवस #संगरिया #राजस्थानराष्ट्र के समग्र उत्थान और #ग्रामीण #विकास में #पंचायती राज व्यवस्था का अहम योगदान है। जन-जन को विकास में भागीदार बना कर #PMO India श्री #NarendraModi मोदी सरकार अंत्योदय के सपने को साकार करने के लिए बिना आराम विराम किए दिन रात काम कर रही है ! देशवासियोॆ के हित कल्याण में प्रतिबद्ध है। Bharatiya Janata Party (BJP) #पंचायती_राज_दिवस#PanchayatiRajDiwas

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की आप  सभी को बहुत बहुत हार्दिक बधाई शुभकामनाएं।  #बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम की अध्यक्ष #श्रीमती #वनिता_कासनियां #पंजाब की तरफ से समस्त #देशवासियों को पंचायती राज दिवस की हार्दिक #शुभकामनाएँ।। 24 अप्रैल 1993 को 73वें संशोधन के बाद पंचायती राज को संविधान में शामिल किया गया था। #पंचायती_राज_दिवस #संगरिया #राजस्थान राष्ट्र के समग्र उत्थान और #ग्रामीण #विकास में #पंचायती राज व्यवस्था का अहम योगदान है। जन-जन को विकास में भागीदार बना कर #PMO India  श्री #NarendraModi  मोदी सरकार अंत्योदय के सपने को साकार करने के लिए बिना  आराम विराम किए दिन रात काम कर रही है ! देशवासियोॆ के हित कल्याण  में प्रतिबद्ध है।  Bharatiya Janata Party (BJP)   #पंचायती_राज_दिवस #PanchayatiRajDiwas

हिंदुस्तान मेंआलू की खेती कैसे करें, यहां जानें By वनिता कासनियां पंजाब Potato farming: सब्जियों का राजा है आलू। गरीब हो अमीर आलू खाए बिना शायद ही किसी का ऐसा दिन बीता हो। आलू रबी सीजन की प्रमुख फसलों में से एक है। आलू को अकालनाशक फसल भी कहते हैं।आपको बता दें, उत्पादन के मामले में आलू की फसल की उपज क्षमता दूसरे फसलों से ज्यादा है। भारत में आलू की खेती (aloo ki kheti) सबसे अधिक उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश राज्य में होती है। अधिक उपज के कारण आलू की खेती (Potato farming) किसानों की पहली पसंद है।आलू (Potato) एक ऐसी फसल है जो बढ़ती आबादी को कुपोषण और भूखमरी से बचाने में सहायक है। यह पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी होती है। इसमें 14 प्रतिशत स्टार्च, 2 प्रतिशत शक्कर, 2 प्रतिशत प्रोटीन और 1 प्रतिशत खनिज लवण होता है। 0.1 प्रतिशत वसा और कुछ मात्रा में विटामिन्स भी होता है।आलू की मांग को देखते हुए इसके उत्पादन को बढ़ाने की और अधिक जरूरत है। इसलिए जरूरी है कि आलू की परम्परागत खेती की बजाय आलू की वैज्ञानिक खेती की जाए।तो आइए, द रुरल इंडिया के इस लेख में आलू की खेती कैसे करें (aaloo ki kheti kaise kare) जानें।आलू की खेती के लिए भूमि एवं जलवायुआलू की खेती के लिए समतल और मध्यम ऊंचाई वाले खेत ज्यादा उपयुक्त होते हैं। साथ ही अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी और बलुई दोमट मिट्टी जिसकी पीएच मान 5.5 से 5.7 के बीच हो। आलू की खेती (aaloo ki kheti) के लिए रबी अर्थात् ठंड की मौसम उपयुक्त है। इसके लिए दिन का तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 15 से 20 डिग्री सेल्सियस तक होनी चाहिए। वहीं कंद बनने के समय 20 से 25 डिग्री सेल्सियस ज्यादा नहीं होनी चाहिए। क्योंकि इससे ज्यादा तापमान होने पर कंदों का विकास रूक जाता है।खेती की तैयारी कैसे करेंखेत की तैयारी की बात करें तो मिट्टी के प्रकार के अनुसार खेत को 3-4 जुताई करें।जहां तक संभव हो खेती की पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से और बाद की जुताई देसी हल से करें।प्रत्येक जुताई के बाद पाटा जरूर चलाएं ताकि मिट्टी भुरभूरी और खेत समतल हो जाए। इससे आलू के कंदो के विकास में आसानी होती है।आलू की बुआई का समयआलू की बुआई का समय इसकी किस्म पर भी निर्भर करता है। इसकी अच्छी उपज को लिए सितम्बर से अंतिम सप्ताह से नवंबर से प्रथम सप्ताह तक का समय उपयुक्त माना गया है।बीज का चयन करते समय रखे जाने वाले सावधानियांकिसानों के लिए किस्मों का चयन महत्वपूर्ण है। आलू के बीजों का चयन करते समय निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए।बीज हमेशा किसी विश्वसनीय स्रोत जैसे- सरकारी बीज भंडार, राज्य के कृषि और उद्यान विभाग, राष्ट्रीय बीज निगम, कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विज्ञान केंद्र या क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र से ही खरीदें।इसके अलावा आप खुद के उत्पादित बीज या प्रगतिशील किसान किसान से खरीदा हुआ बीज का प्रयोग करते हैं तो प्रत्येक 3 से 4 साल बाद बीज को जरूर बदल दें। बीज के किस्मों का चयन आप बाजार में मांग एवं जलवायु के अनुसार कर सकते हैं।Potato farming : आलू की खेती कैसे करेंआलू के किस्मों का चयनयदि आप अगेती किस्म लगाना चाहते हैं तो इसके लिए कुफरी पुखराज या कुफरी अशोका का चयन कर सकते हैं। आपको बता दें, ये किस्में 80 से 90 दिनों में तैयार हो जाती है। इसकी औसत उपज 200 से 350 कुंतल प्रति हेक्टेयर तक होती है।मध्यम किस्मों के लिए राजेन्द्र आलू-1, राजेंद्र आलू-2 राजेन्द्र आलू-3 और कुफरी कंचन जैसी किस्मों का चयन कर सकते हैं। आपको बता दें, ये किस्में 100 से 120 दिनों में तैयार हो जाती है। इसकी औसत उपज 200 कुंतल प्रति हेक्टेयर 300 कुंतल प्रति हेक्टेयर तक होती है।पछेती किस्मों के लिए आप कुफरी सुंदरी, कुफरी अलंकार, कुफरी सफेद, कुफरी चमत्कार, कुफरी देवा और कुफरी किसान जैसी किस्मों का चयन कर सकते हैं। ये किस्में 120 से 130 दिनों में तैयार हो जाती है। इसकी औसत उपज 250 से 350 कुंतल प्रति हेक्टयर तक होती है।यदि आप आलू से चिप्स बनाना चाहते हैं तो इसके लिए भी विशेष किस्मों का विकास किया गया है। जैसे- कुफरी चिप्ससोना-1, कुफरी चिप्ससोना-2, कुफरी चिप्ससोना-3 और कुफरी आनन्द। ये सभी किस्में 100-110 दिनों में तैयार हो जाती है। जिसका औसत उत्पादन प्रति हेक्टेयर 300 से 350 कुंतल तक हो जाता है।बीजों का चुनाव और तैयारीकिसान भाइयों को बीजों का चुनाव करते समय बीज का आकार पर अवश्य ध्यान देना चाहिए।बीज की गोलाई 2.5 से 4 सेंटीमीटर और वजन 25 से 40 ग्राम होना चाहिए। इससे कम या अधिक भार का बीज आर्थिक दृष्टि से भी उपयुक्त नहीं होती है क्योंकि अधिक बड़े आलू लगाने से किसानों का अधिक खर्च होता है जबकि कम आकार की बीज बोने से उपज में कमी आती है।आलू लगाने से 15 से 30 दिन पहले उसे बोरे से निकाल कर ऐसे कमरे के फर्श पर फैला दें जहाँ धुँधली रोशनी आती हो।ध्यान रखें कि जिस कमरे में आलू का बीज रखा जाए वह हवादार हो, ऐसा करने से बीज का अंकुरण जल्दी होता है। जिससे न सिर्फ पौधों की बढ़वार अच्छी होती है, बल्कि प्रति पौधे तना भी अधिक निकलते हैं।अंकुरित करने के लिए रखे गए बीज को हर दूसरे दिन निरीक्षण करना चाहिए और सड़े-गले आलू को निकाल देना चाहिए।इस बात का भी ध्यान रखें कि जिस बीज के कमजोर और पतले कंद और आँख हो उसे भी निकाल देना चाहिए। ऐसे कंद बीमारी से जल्दी ग्रसित होते हैं।अंकुरित बीज खेत तक ले जाने के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है क्योंकि इस दौरान कंद की आँखे टूट सकती है।आलू के बीजों का उपचार कैसे करेंआलू को बोने से पहले बीजोपचार जरूरी है क्योंकि इससे फसल में बीमारी का प्रकोप नहीं हो। बीज उपचार करने से उत्पादन क्षमता में भी वृद्धि हो जाती है। बीज उपचार के लिए आलू के कंद को एक ग्राम कॉर्बनडाजिन या मैनकोजिब या कॉर्बोक्सिन दो ग्राम प्रति लीटर की पानी में घोल बना कर बीज को उपचारित करें। इस दौरान इस बात का भी ध्यान रखें कि उपचारित बीज को 24 घंटे के अंदर बुआई कर दें।आलू की बुआई विधिआलू की बुआई अन्य फसलों या सब्जियों की बुआई से एकदम अलग होती है।आलू की बुआई करते समय कतार से कतार और पौधा से पौधा की दूरी और गहराई का भी ख्याल रखें।आलू कम गहराई पर बोने से सूख जाते हैं जबकि अधिक गहराई पर बोने से नमी की अधिकता के कारण बीज सड़ जाते हैं।आलू की बुआई करते समय कतार से कतार 50 से 60 सेंटीमीटर और पौधा से पौधा 15 से 20 सेंटीमीटर की दूरी रखें।पछेती किस्मों में पौधों का विकास अधिक होती है। अतः इन किस्मों की बुआई 60 से 70 सेंटीमीटर और पौधा से पौधा दूरी 20 से 25 सेंटीमीटर रखा जाता है।अब बात करते हैं आलू की बुआई विधि की जिसमें किसान अपनी सुविधानुसार चुन सकते हैं।आलू की बुआई विधि में सबसे सरल और पहली विधि है समतल भूमि में आलू बोकर मिट्टी चढ़ाना।इस विधि में खेती में 60 सेंटीमीटर पर लाइन बना ली जाती है और इन बनी हुई लाइन पर 5 सेंटीमीटर का गढ्ढा बनाकर आलू के कंद को 15 से 20 सेंटीमीटर की दूरी पर बुआई की जाती है। इसके बाद इसपर मिट्टी चढ़ा दी जाती है।दूसरी विधि है- मेड़ों पर आलू की बुआई करना। इसके लिए सबसे पहले कुदाल या अन्य मशीनों से मेड़ बनाकर उस पर उचित दूरी और गहराई पर आलू की बीज को लगा सकते हैं। यह विधि अधिक नमी वाले जमीन के लिए उचित है।निराई-गुड़ाईआलू की बुआई के 20 से 25 दिन बाद खरपतवारों को हटा दें, इस दौरान आलू पर मिट्टी पर कुछ मिट्टी चढ़ाकर नालियों को व्यवस्थित कर सकते हैं।खाद और उर्वरक प्रबंधनकिसान भाइयों अब बात करते हैं आलू की फसल में खाद एवं पोषण देने की। आपको बता दें, आलू की फसल जमीन की ऊपरी सतह से ही भोजन प्राप्त करती है इसलिए इसे प्रचुर मात्रा में जैविक और रासायनिक खाद की आवश्यकता होती है। इसके लिए इसकी बुआई के से पहले ही 250 से 300 कुंतल सड़ी गोबर की खाद या 40 से 50 कुंतल वर्मी कंपोस्ट खाद प्रति हेक्टेयर की दर से प्रयोग कर जुताई करें।इसके अलावा खेत की उर्वरता के अनुसार 120 से 150 किलोग्राम नाइट्रोजन, 60 किलो फॉस्फोरस और 100 से 120 किलोग्राम पोटॉश प्रति हेक्टेयर की जरूरत पड़ती है। रासायनिक खाद कभी भी आलू की कंद को सीधे नहीं दी जानी चाहिए अन्यथा कंद सड़ या खराब हो सकती है।सिंचाई प्रबंधनआलू की खेती (Aloo ki kheti) के लिए पानी की आवश्यकता कम होती है। पहली सिंचाई आलू की फसल में 10-20 दिनों के भीतर कर देनी चाहिए। इसके बाद 10-15 दिन के अंतराल में थोड़ी-थोड़ी सिंचाई करते रहने चाहिए। सिंचाई के दौरान इस बात का ख्याल रखें कि मेड़ 2 से 3 इंच से ज्यादा नहीं डूबे।रोग नियंत्रण एवं फसल सुरक्षाआलू की फसल में हानिकारक कीट एवं रोग का भी प्रकोप होता है अतः किसान भाइयों को इसका भी ख्याल रखें।आलू में लगने वाले प्रमुख रोग हैं।-अगेती झुलसा और पछेती झुलसा इससे बचने के लिए इंडोफिल एम-45 या रीडोमिल का 3 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव कर सकते हैं। कृषि वैज्ञानिकों इस रोग से बचने के लिए प्रत्येक 15 दिन पर इन दवाओं का छिड़काव का भी सलाह देते हैं।यदि कीटों की बात करें आलू की फसल में मुख्य रूप में लाही कीट का प्रकोप देखा गया है। इससे बचाव के लिए इमिडाक्लोरपिड का 1 मिली लीटर प्रति 3 लीटर पानी में मिलाकर छिड़ाकाव करें।आलू की खुदाई/कटाईआलू की फसल में जमीन के अंदर होती है आलू की कटाई की जगह पर किसानों को इसकी खुदाई करनी पड़ती है। अतः किसानों को फसल पकने के 15 दिन पहले ही सिंचाई बंद कर देनी चाहिए और आलू की खुदाई से पहले पत्तियों को 5 से 10 दिन पहले काट देनी चाहिए। इससे आलू की त्वचा मजबूत हो जाती है।आलू की खुदाई के बाद आलू को 3 से 4 दिन के लिए किसी छायेदार जगह पर ही रखें ताकि छिलके और भी मजबूत हो जाएं और आलू में लगी मिट्टी भी सूखकर अगल हो जाए।आलू की भंडारण और मार्केटिंगयदि आप आलू को फसल का सही दाम मिलने पर बेचना चाहते हैं तो इसके लिए आपको भंडारण की आवश्यकता होती है। कुछ समय के लिए आप अपने घर पर ही आलू पतली सतह लगाकर रख सकते हैं, लेकिन ज्यादा समय के लिए भंडारण के लिए आप शीत गोदामों में ही रखें। ताकि समय पर आलू निकासी कर उसे बाजार में बेच सकें।वनिता कासनियां पंजाबइस प्रकार आप आलू की वैज्ञानिक खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

हिंदुस्तान में आलू की खेती कैसे करें, यहां जानें By वनिता कासनियां पंजाब Potato farming:  सब्जियों का राजा है  आलू । गरीब हो अमीर आलू खाए बिना शायद ही किसी का ऐसा दिन बीता हो। आलू रबी सीजन की प्रमुख फसलों में से एक है। आलू को  अकालनाशक फसल भी कहते हैं। आपको बता दें, उत्पादन के मामले में  आलू की फसल  की उपज क्षमता दूसरे फसलों से ज्यादा है।  भारत में  आलू की खेती (aloo ki kheti)  सबसे अधिक उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश राज्य में होती है। अधिक उपज के कारण  आलू की खेती (Potato farming)  किसानों की पहली पसंद है। आलू (Potato)  एक ऐसी फसल है जो बढ़ती आबादी को कुपोषण और भूखमरी से बचाने में सहायक है। यह पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी होती है। इसमें 14 प्रतिशत स्टार्च, 2 प्रतिशत शक्कर, 2 प्रतिशत प्रोटीन और 1 प्रतिशत खनिज लवण होता है। 0.1 प्रतिशत वसा और कुछ मात्रा में विटामिन्स भी होता है। आलू की मांग को देखते हुए इसके उत्पादन को बढ़ाने की और अधिक जरूरत है। इसलिए जरूरी है कि आलू की परम्परागत खेती की बजाय आलू की वैज्ञानिक खेती की जाए। त...

सदर थाना फाजिल्का पुलिस ने अबोहर फाजिल्का रोड पर नाकाबंदी कीअबोहर, 21 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब): फाजिल्का के एसएसपी भूपिंद्र सिंह के दिशा निर्देशों पर सदर थाना फाजिल्का के प्रभारी लाल सिंह अपनी टीम के साथ अबोहर फाजिल्का रोड पर कड़ी नाकाबंदी कर रखी थी। उन्होंने आने जाने वाले वाहनों की तलाशी ली ओर बिना नंबर वाहनों के चालान काटे। उन्होंने लोगों से अपील की कि है कि अपने वाहनों पर नंबर प्लेट जरूर लगवाएं व अपने वाहन के दस्तावेज साथ रखें।फोटो:4, चैकिंग करते थाना प्रभारी।

सदर थाना फाजिल्का पुलिस ने अबोहर फाजिल्का रोड पर नाकाबंदी की अबोहर, 21 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब): फाजिल्का के एसएसपी भूपिंद्र सिंह के दिशा निर्देशों पर सदर थाना फाजिल्का के प्रभारी लाल सिंह अपनी टीम के साथ अबोहर फाजिल्का रोड पर कड़ी नाकाबंदी कर रखी थी। उन्होंने आने जाने वाले वाहनों की तलाशी ली ओर बिना नंबर वाहनों के चालान काटे। उन्होंने लोगों से अपील की कि है कि अपने वाहनों पर नंबर प्लेट जरूर लगवाएं व अपने वाहन के दस्तावेज साथ रखें। फोटो:4, चैकिंग करते थाना प्रभारी।

रेलवे पुलिस ने ट्रेनों की चैकिंग कीअबोहर, 21 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब): उच्चाधिकारियों के दिशा निर्देशों पर आज रेलवे पुलिस व जीआरपी पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान थाना प्रभारी कस्तूर लाल के नेतृत्व में ट्रेनों की चैकिंग की गई और सवारियों के सामानों की तलाशी ली गई। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी लावारिस वस्तु को न छुएं और पुलिस को सूचना दें।फोटो:3, चैकिंग करती पुलिस।

रेलवे पुलिस ने ट्रेनों की चैकिंग की अबोहर, 21 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब): उच्चाधिकारियों के दिशा निर्देशों पर आज रेलवे पुलिस व जीआरपी पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान थाना प्रभारी कस्तूर लाल के नेतृत्व में ट्रेनों की चैकिंग की गई और सवारियों के सामानों की तलाशी ली गई। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी लावारिस वस्तु को न छुएं और पुलिस को सूचना दें। फोटो:3, चैकिंग करती पुलिस।

रेलवे पुलिस ने स्टेशन पर किया पौधारोपणअबोहर, 21 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब): रेलवे पुलिस द्वारा आज अबोहर रेलवे स्टेशन पर पौधारोपण किया गया। इस दौरान पंजाब पुलिस होमगार्ड राज कुमार, ललित रहेजा, राजेश गुप्ता व अन्य जीआरपी पुलिस ने पौधारोपण किया और इनके संरक्षण का प्रण लिया। उन्होंने कहा कि पौधे हमारे पर्यावरण के लिए बहुत जरूरी हैं। यह हमें शुद्ध पर्यावरण के साथ ऑक्सीजन देते हैं। हर व्यक्ति को अपने जीवन में एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। रेलवे थाना प्रभारी कस्तूर लाल ने बताया कि हमारी टीम समय -समय पर पौधे लगाकर रेलवे स्टेशन को हराभरा करने का प्रयास करती रहती है।फोटो:1, रेलवे स्टेशन पर पौधारोपण करते पुलिस जवान

रेलवे पुलिस ने स्टेशन पर किया पौधारोपण अबोहर, 21 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब ): रेलवे पुलिस द्वारा आज अबोहर रेलवे स्टेशन पर पौधारोपण किया गया। इस दौरान पंजाब पुलिस होमगार्ड राज कुमार, ललित रहेजा, राजेश गुप्ता व अन्य जीआरपी पुलिस ने पौधारोपण किया और इनके संरक्षण का प्रण लिया। उन्होंने कहा कि पौधे हमारे पर्यावरण के लिए बहुत जरूरी हैं। यह हमें शुद्ध पर्यावरण के साथ ऑक्सीजन देते हैं। हर व्यक्ति को अपने जीवन में एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। रेलवे थाना प्रभारी कस्तूर लाल ने बताया कि हमारी टीम समय -समय पर पौधे लगाकर रेलवे स्टेशन को हराभरा करने का प्रयास करती रहती है। फोटो:1, रेलवे स्टेशन पर पौधारोपण करते पुलिस जवान

रेलवे पुलिस ने ईमानदारी दिखाते हुए सवारी का बैग लौटायाअबोहर, 21 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब): नई आबादी गली नं. 11, कुम्हारा वाली गली निवासी निक्कु रहेजा, नेहा रहेजा अपने परिवार के साथ हरिद्वार जाने के लिए अबोहर रेलवे स्टेशन पर पहुचे थे। इस दौरान एक छोटा बैग वह स्टेशन पर ही भूल गए। रेलवे थाना के प्रभारी कस्तूर लाल के नेतृत्व में उनकी पुलिस पार्टी को यह बैग मिला। बैग निक्कु रहेजा का था। एएसआई राकेश कुमार व होमगार्ड के जवान राजकुमार ने बैग को अपने कब्जे में लिया और ईमानदारी दिखाते हुए बैग को निक्कु रहेजा के हवाले कर दिया।फोटो:2, बैग लौटाते पुलिस कर्मचारी

रेलवे पुलिस ने ईमानदारी दिखाते हुए सवारी का बैग लौटाया अबोहर, 21 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब): नई आबादी गली नं. 11, कुम्हारा वाली गली निवासी निक्कु रहेजा, नेहा रहेजा अपने परिवार के साथ हरिद्वार जाने के लिए अबोहर रेलवे स्टेशन पर पहुचे थे। इस दौरान एक छोटा बैग वह स्टेशन पर ही भूल गए। रेलवे थाना के प्रभारी कस्तूर लाल के नेतृत्व में उनकी पुलिस पार्टी को यह बैग मिला। बैग निक्कु रहेजा का था। एएसआई राकेश कुमार व होमगार्ड के जवान राजकुमार ने बैग को अपने कब्जे में लिया और ईमानदारी दिखाते हुए बैग को निक्कु रहेजा के हवाले कर दिया। फोटो:2, बैग लौटाते पुलिस कर्मचारी

नाबालिग लड़की को भगाने वाला आरोपी गुरमीत सिंह उर्फ सन्नी काबूअबोहर, 20 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब द्वारा): नगर थाना 1 के प्रभारी इंस्पैक्टर मनोज कुमार, एएसआई सतपाल, एएसआई बहादुर सिंह व अन्य पुलिस पार्टी ने नाबालिग लड़की को भगाने वाले प्रेमी जोड़े को पुलिस ने काबू करने में सफलता हासिल की है। थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि आरोपी को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जायेगा। लड़की का मेडीकल करवाकर 164 के बयान अदालत में करवाये जायेंगे।गौरतलब है कि नगर थाना 1 एएसआई बहादुर सिंह ने लड़की की माता शीला रानी पत्नी करनैल सिंह के बयानों के आधार पर उसकी नाबालिग लड़की को शादी का झांसा देकर भगाने वाले आरोपी के खिलाफ मुकदमा नं. 35, 17.03.22 भांदस की धारा 363, 366ए के तहत आरोपी गुरमीत सिंह उर्फ सन्नी पुत्र गुरनाम सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उसे आज काबू कर लिया गया है।फोटो:6, पुलिस पार्टी व आरोपी

नाबालिग लड़की को भगाने वाला आरोपी गुरमीत सिंह उर्फ सन्नी काबू अबोहर, 20 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब द्वारा): नगर थाना 1 के प्रभारी इंस्पैक्टर मनोज कुमार, एएसआई सतपाल, एएसआई बहादुर सिंह व अन्य पुलिस पार्टी ने नाबालिग लड़की को भगाने वाले प्रेमी जोड़े को पुलिस ने काबू करने में सफलता हासिल की है। थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि आरोपी को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जायेगा। लड़की का मेडीकल करवाकर 164 के बयान अदालत में करवाये जायेंगे। गौरतलब है कि नगर थाना 1 एएसआई बहादुर सिंह ने लड़की की माता शीला रानी पत्नी करनैल सिंह के बयानों के आधार पर उसकी नाबालिग लड़की को शादी का झांसा देकर भगाने वाले आरोपी के खिलाफ मुकदमा नं. 35, 17.03.22 भांदस की धारा 363, 366ए के तहत आरोपी गुरमीत सिंह उर्फ सन्नी पुत्र गुरनाम सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उसे आज काबू कर लिया गया है। फोटो:6, पुलिस पार्टी व आरोपी

ट्रैफिक पुलिस ने अजम्पशन कान्वटें स्कूल में लगाया ट्रैफिक जागरूकता सेमीनारअबोहर, 20 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब): अबोहर ट्रैफिक पुलिस व ट्रैफिक एजूकेशन सैल जिला फाजिल्का की ओर से अजम्पशन कान्वैंट स्कूल में ट्रैफिक जागरूकता सेमीनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर अबोहर ट्रैफिक प्रभारी सुरिंद्र सिंह व एजूकेशन इंचार्ज जंगीर सिंह ने बच्चों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों को दोपहिया वाहन नहीं चलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा रोड पर लगे साईन बोर्ड के अनुसार ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए। वाहन चलाते समय मोबाईल का उपयोग नहीं करना चाहिए तथा हैलमेट का प्रयोग करना चाहिए। यदि हम ट्रैफिक नियमों का पूरी तरह पालन करते हैं तो कई तरह के हादसों व समस्याओं से बचा जा सकता है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि अपने बच्चों को वाहन देने से पहले उन्हें ट्रैफिक नियमों के बारे में जरूर बतायें।फोटो:4, ट्रैफिक नियमों की जानकारी देते ट्रैफिक पुलिस।

ट्रैफिक पुलिस ने अजम्पशन कान्वटें स्कूल में लगाया ट्रैफिक जागरूकता सेमीनार अबोहर, 20 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब): अबोहर ट्रैफिक पुलिस व ट्रैफिक एजूकेशन सैल जिला फाजिल्का की ओर से अजम्पशन कान्वैंट स्कूल में ट्रैफिक जागरूकता सेमीनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर अबोहर ट्रैफिक प्रभारी सुरिंद्र सिंह व एजूकेशन इंचार्ज जंगीर सिंह ने बच्चों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों को दोपहिया वाहन नहीं चलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा रोड पर लगे साईन बोर्ड के अनुसार ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए। वाहन चलाते समय मोबाईल का उपयोग नहीं करना चाहिए तथा हैलमेट का प्रयोग करना चाहिए। यदि हम ट्रैफिक नियमों का पूरी तरह पालन करते हैं तो कई तरह के हादसों व समस्याओं से बचा जा सकता है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि अपने बच्चों को वाहन देने से पहले उन्हें ट्रैफिक नियमों के बारे में जरूर बतायें। फोटो:4, ट्रैफिक नियमों की जानकारी देते ट्रैफिक पुलिस।

नैशनल हाईवे खुईयांसरवर पर दुकानदारों ने मुआवजे की मांग को लेकर लगाया जामएसडीएम अबोहर अमित गुप्ता ने आश्वासन देकर उठावाया धरनाअबोहर, 20 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब द्वारा): नैशनल हाईवे खुईयांसरवर के दुकानदारों ने मुआवजे की मांग को लेकर नैशनल हाईवे जाम लगाया गया था। दुकानदारों की मांग है कि जिनके नाम खेवट में है उन्हें मुआवजे दिये जा रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि उनके पास दुकानों की रजिस्ट्री उनके नाम है लेकिन खेवट लंबी होने के कारण उनका नाम खेवट में नहीं है इसलिए उन्हें मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। मुआवजे की मांग को लेकर उन्होंने धरना लगाया है। इधर एसडीएम अमित गुप्ता व थाना खुईयांसरवर के प्रभारी मैडम राजवीर कौर मौके पर पहुंचे और दुकानदारों को समझाने का प्रयास किया। इस मौके पर डीएसपी बल्लुआना अवतार सिंह भी मौके पर मौजूद रहे। एसडीएम अमित गुप्ता ने दुकानदारों को विश्वास दिलाया कि नैशनल हाईवे कमेटी ऑल इंडिया से इनकी बात करवाई जायेगी और मुआवजा दिलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि मुआवजे को लेकर फिरोजपुर में केस चल रहा है। एसडीएम के आश्वासन के बाद दुकानदारों ने अपना धरना उठा दिया। एसडीएम ने कहा कि आपकी दुकानें तभी तोड़ी जायेेंगी जब आपको मुआवजा मिल जायेगा। मामले की जांच जारी है।फोटो:3, धरना लगाते दुकानदार व बातचीत करते एसडीएम।

नैशनल हाईवे खुईयांसरवर पर दुकानदारों ने मुआवजे की मांग को लेकर लगाया जाम एसडीएम अबोहर अमित गुप्ता ने आश्वासन देकर उठावाया धरना अबोहर, 20 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब द्वारा): नैशनल हाईवे खुईयांसरवर के दुकानदारों ने मुआवजे की मांग को लेकर नैशनल हाईवे जाम लगाया गया था। दुकानदारों की मांग है कि जिनके नाम खेवट में है उन्हें मुआवजे दिये जा रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि उनके पास दुकानों की रजिस्ट्री उनके नाम है लेकिन खेवट लंबी होने के कारण उनका नाम खेवट में नहीं है इसलिए उन्हें मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। मुआवजे की मांग को लेकर उन्होंने धरना लगाया है। इधर एसडीएम अमित गुप्ता व थाना खुईयांसरवर के प्रभारी मैडम राजवीर कौर मौके पर पहुंचे और दुकानदारों को समझाने का प्रयास किया। इस मौके पर डीएसपी बल्लुआना अवतार सिंह भी मौके पर मौजूद रहे। एसडीएम अमित गुप्ता ने दुकानदारों को विश्वास दिलाया कि नैशनल हाईवे कमेटी ऑल इंडिया से इनकी बात करवाई जायेगी और मुआवजा दिलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि मुआवजे को लेकर फिरोजपुर में केस चल रहा है। एसडीएम के आश्वासन के बाद दुकानदारों ने अपना धरना उठा दिया। एसडीएम ने...

सीवरेज बोर्ड कर रहा है हादसे का इंतजारकई दिनों से टूट पड़े सीवरेज के ढक्कन दे रहे हैं हादसे को न्योता : अबोहर, 20 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब द्वारा): शहर में विभिन्न जगहों पर सीवरेज के टूटे हुए ढक्कन हादसों को न्योता दे रहे हैं। स्टील ब्रिज के पास व सेठी पैलेस पर बने खड्डा व सीवरेज का ढक्कन टूटे होने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। समाजसेवी राजू चराया व ऑन डॉट कोरियर के संचालक संजय उर्फ राजू ने कहा कि दोनों खड्डे बिल्कुल मोड पर हैं जो रात्रि के समय बिल्कुल दिखाई नहीं देते। इन खड्डों के कारण कभी भी कोई हादसा हो सकता है। सीवरेज बोर्ड व नगर निगम शायद किसी हादसे का इंतजार में है। शायद किसी हादसे के बाद ही इनके अधिकारी हरकत में आयेंगे। उन्होंने सीवरेज बोर्ड व नगर निगम के अधिकारियों से मांग की है कि इन खड्डों के जल्द से जल्द ठीक करवाया जाये।फोटो:2, स्टील ओवर ब्रिज के पास सीवरेज का टूटा ढक्कन व सेठी पैलेस रोड पर बना खड्डा।

सीवरेज बोर्ड कर रहा है हादसे का इंतजार कई दिनों से टूट पड़े सीवरेज के ढक्कन दे रहे हैं हादसे को न्योता :  अबोहर, 20 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब द्वारा): शहर में विभिन्न जगहों पर सीवरेज के टूटे हुए ढक्कन हादसों को न्योता दे रहे हैं। स्टील ब्रिज के पास व सेठी पैलेस पर बने खड्डा व सीवरेज का ढक्कन टूटे होने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। समाजसेवी राजू चराया व ऑन डॉट कोरियर के संचालक संजय उर्फ राजू ने कहा कि दोनों खड्डे बिल्कुल मोड पर हैं जो रात्रि के समय बिल्कुल दिखाई नहीं देते। इन खड्डों के कारण कभी भी कोई हादसा हो सकता है। सीवरेज बोर्ड व नगर निगम शायद किसी हादसे का इंतजार में है। शायद किसी हादसे के बाद ही इनके अधिकारी हरकत में आयेंगे। उन्होंने सीवरेज बोर्ड व नगर निगम के अधिकारियों से मांग की है कि इन खड्डों के जल्द से जल्द ठीक करवाया जाये। फोटो:2, स्टील ओवर ब्रिज के पास सीवरेज का टूटा ढक्कन व सेठी पैलेस रोड पर बना खड्डा।

नगर थाना 1, नगर थाना 2, थाना बहाववाला व सीआईए-स्टाफ-1, थाना बोदीवाला के प्रभारी बदलेअबोहर, 20 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब द्वारा): फाजिल्का के एसएसपी भूपिंद्र सिंह, एसपीडी अजय राज सिंह के दिशा निर्देशों पर कुछ थाना प्रभारियों की बदलियां की गई हैं जिसमें नगर थाना 1 के प्रभारी रमेश कुमार किकरखेड़ा से बदलकर बेरोकें का थाना प्रभारी बनाया गया है उनके स्थान पर इंस्पैक्टर मनोज कुमार को नियुक्त किया गया है। जबकि नगर थाना 2 के प्रभारी इंस्पैक्टर लेखराज को फरीदकोट बदला गया है। उनके स्थान पर नगर थाना के पूर्व प्रभारी हरप्रीत सिंह को लगाया गया है। इसी के साथ थाना बहाववाला प्रभारी मैडम मनप्रीत कौर के स्थान पर पूर्व प्रभारी गुरविंद्र कुमार को नियुक्त किया गया है। थाना बोदीवाला व खुईखेड़ा के प्रभारी अमरिंद्र सिंह को बदलकर सीआईए स्टाफ-1 का प्रभारी लगाया गया है। थाना खुईखेड़ा व बोदीवाला का प्रभारी सबइंस्पैक्टर मुंशी राम को नियुक्त किया गया है। सभी ने अपना प्रभारी संभाल लिया है। नगर थाना 1 के प्रभारी मनोज कुमार व नगर थाना 2 के प्रभारी हरप्रीत सिंह ने कहा कि नशा तस्करों व लूटपाट करने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि आपके आस-पास कोई व्यक्ति नशा कारोबार करता है या चोरी व लूटपाट की घटना को अंजाम देता है तो उसकी सूचना पुलिस को मोबाईल नं. 85588-00816, 85588-00817, 85588-00841, 85588-00842 पर दें। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जायेगा।थाना बहाववाला के प्रभारी गुरविंद्र कुमार ने बताया कि नशा तस्करों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार द्वारा कई कदम उठाये गये हैं। उन्होंने सरपंचों व पंचों से अपील की है कि यदि गांवों में कोई नशा तस्करी या लूटपाट की घटना को अंजाम देता है तो सूचना पुलिस को मोबाईल नं. 85588-00820, 85588-00845 पर दें। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जायेगा। पब्लिक पुलिस का सहयोग करे।फोटो:1, नवनियुक्त थाना प्रभारी

नगर थाना 1, नगर थाना 2, थाना बहाववाला व सीआईए-स्टाफ-1, थाना बोदीवाला के प्रभारी बदले अबोहर, 20 अप्रैल (वनिता कासनियां पंजाब द्वारा): फाजिल्का के एसएसपी भूपिंद्र सिंह, एसपीडी अजय राज सिंह के दिशा निर्देशों पर कुछ थाना प्रभारियों की बदलियां की गई हैं जिसमें नगर थाना 1 के प्रभारी रमेश कुमार किकरखेड़ा से बदलकर बेरोकें का थाना प्रभारी बनाया गया है उनके स्थान पर इंस्पैक्टर मनोज कुमार को नियुक्त किया गया है। जबकि नगर थाना 2 के प्रभारी इंस्पैक्टर लेखराज को फरीदकोट बदला गया है। उनके स्थान पर नगर थाना के पूर्व प्रभारी हरप्रीत सिंह को लगाया गया है। इसी के साथ थाना बहाववाला प्रभारी मैडम मनप्रीत कौर के स्थान पर पूर्व प्रभारी गुरविंद्र कुमार को नियुक्त किया गया है। थाना बोदीवाला व खुईखेड़ा के प्रभारी अमरिंद्र सिंह को बदलकर सीआईए स्टाफ-1 का प्रभारी लगाया गया है। थाना खुईखेड़ा व बोदीवाला का प्रभारी सबइंस्पैक्टर मुंशी राम को नियुक्त किया गया है। सभी ने अपना प्रभारी संभाल लिया है। नगर थाना 1 के प्रभारी मनोज कुमार व नगर थाना 2 के प्रभारी हरप्रीत सिंह ने कहा कि नशा तस्करों व लूटपाट करने वालों को किसी कीमत...

जाट होने पर गर्व करती हूं, दूसरी कौम का आदर करती हूं-यही है मेरी कौम की सीख। #खेत से लेकर सीमाओं तक #खून-#पसीना बहाने वाले अपने जाट कौम के #इतिहास पर गर्व है। आप सभी को अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस की #हार्दिक #शुभकामनायें।#बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम की #अध्यक्ष #श्रीमती #वनिता_कासनियां #पंजाब #संगरिया #राजस्थान की #टीमजन्म लिया जाट कौम में, #जाट होने पर #अभिमान करू !#संस्कार है मेरे ,कि हर क़ौम का #सम्मान करू !!#अन्तराष्ट्रीय जाट #दिवस पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ !! #जय_जाट 💪💪🙏🙏#अंतर्राष्ट्रीय_जाट_दिवस_2022 #जाट_एकता_जिंदाबाद #जय_जाट #जय_जवान #जय_किसान #जय_हिन्दुस्तान🇮🇳🇮🇳https://www.facebook.com/100045597081197/posts/508414114021820/

जाट होने पर गर्व करती हूं, दूसरी कौम का आदर करती हूं-यही है मेरी कौम की सीख। #खेत से लेकर सीमाओं तक #खून-#पसीना बहाने वाले अपने जाट कौम के #इतिहास पर गर्व है। आप सभी को अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस की #हार्दिक #शुभकामनायें। #बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम की #अध्यक्ष #श्रीमती #वनिता_कासनियां #पंजाब #संगरिया #राजस्थान की #टीम जन्म लिया जाट कौम में, #जाट होने पर #अभिमान करू ! #संस्कार है मेरे ,कि हर क़ौम का #सम्मान करू !! #अन्तराष्ट्रीय जाट #दिवस पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ !! #जय_जाट 💪💪🙏🙏 #अंतर्राष्ट्रीय_जाट_दिवस_2022  #जाट_एकता_जिंदाबाद  #जय_जाट #जय_जवान #जय_किसान #जय_हिन्दुस्तान🇮🇳🇮🇳 https://www.facebook.com/100045597081197/posts/508414114021820/

* बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट रजिस्टर्ड भारत सरकार द्वारा रजिस्ट्रेशन नंबर 202103419400050 का कार्यक्षेत्र संपूर्ण भारत आराजनैतिक संगठन है* (आए जुडे देश के हित के लिए) बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट रजिस्टर्ड संगठन से जुडने हेतु व्हाट्सएप करे। मोबाइल न० 9877264170 बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट रजिस्टर्ड का नीतिगत परिचयमहिला/पुरुष जुड़े ----का सदस्यता अभियान भारतवर्ष के सभी प्रदेशो,संभाग, जिलो,विधानसभा क्षेत्र, तहसील, स्तर पर जोर शोर से चलाया जा रहा है समाज के हितों के लिए आज ही हमसे जुड़े एक फोटो व आधार कार्ड की फ़ोटो हमे वाट्सप नम्बर पर सेन्ड कर दे।उपरोक्त जानकारी हम इसलिए माँग रहे हैं क्योंकि आपको मनोनयन पत्र देते समय आपकी details उसमे भरी जाती है ।हमारे मुख्य उद्देश्य👇👇👇👇👇👇👇👇👇🙏🏻 भारत सरकार द्वारा बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट रजिस्टर्ड संगठन है 🙏 बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट कानून केंद्र सरकार द्वारा संपूर्ण भारत में लागू करवाना1: देश में बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट सुरक्षा कानून लागू किया जाए2: देश के बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट को आयुष्मान कार्ड दिया जाए3: देशभर में बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट का टोल टैक्स फ्री किया जाए4: बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट के अच्छे बर्ताव रखने हेतु पुलिस को निर्देश जारी किया जाए5: ट्रस्ट संस्था पर लिखे गए फर्जी मुकदमों को वापस लिया जाए6: ट्रस्ट या संस्था पर मुकदमा लिखे जाने से पहले जिलाधिकारी से अनुमति लेने का प्रावधान बनाया जाए👍👍👍👍सभी साथी ध्यान दें यह सभी कानून 1 दिन में नहीं होंगे लेकिन हम सभी साथियों की एकता से एक दिन जरूर होंगे👍👍👍👍ट्रस्ट सुरक्षा परिषद फाउंडेशन रजिस्टर्ड के मुख्य उद्देश्य (1) रेप ,दहेज,कन्या भ्रूण हत्या,भ्रष्टाचार, इन घिनोने क्रत्य को जड़ से उखाड़ फेकना।(2)समाज के भारतीय बालाक एव बालिकाओ हेतु सिलाई कढाई ।(3)सामाज में व्यापत छुआ छूत ऊॅच नीच तथा जाति धर्म की वशमता को सामप्त के लिए व्यापक प्रचार व प्रसार करना (4)अधिकारों की जानकारी देना व विधिक सहायता के लिए शिविरो का आयोजन करना ।(5)समाज को साक्षर बनाने के लिए सर्वशिक्षा , शिक्षा गारन्टी योजना के बारे में लोगो का ज्ञान कराना व बौद्धक शिक्षा का ज्ञान कखना (6)शारीरिक तथा मानसिक रूप से अक्ष्म व्यक्तियो हेतु कल्याणकारी कार्यो का सम्पादन करना तथा इन लोगो के रहने के लिए निशुल्क आश्रम बनाना (7)संस्था के माध्यम से समस्त भारतीय के बालक एव बालिकओं हेतु शिक्षा के साथ साथ सरकार से अनुमति लेकर तकनीकि शिक्षा का ज्ञान करवाना व औद्योगिक क्षेत्र में विकास के कार्यो को करना ।{9}शाराब मादक पदार्थो का सेवन करने वालों की लत छुडाने के लिए सरकार के कार्यक्रमों के अनुसार नशा उन्मूलन एवं पुर्नवास केंद्र स्थापित करना व अवैध रूप से बिक रही शराब को बन्द करवाना(10)दहेज प्रथा अंधविश्वास एवं सामाजिक कुरीतियों को दूर करने का प्रयास करना (11)निर्धन तथा कमजोर वर्ग की बालिकाओं के लिए निशुल्क छात्रावास वाचानलय ।(12)आम जनता के उपयोग के लिए धमार्थ कम्प्यूनिटी हाल ,बरातघर, वृद्धआश्रम, बालआश्रम महिला आश्रम,अनाथालय, प्याऊ,धर्माथ डिस्पेन्सरीव,निःशुल्क स्टुडियो, रात्रि निवास,मूकबधिरो के कल्याण हेतु समरत कायक को प्रचार व प्रसार करना ।(13) कोई भी महिला अगर किसी भी समस्या या किसी से परेशान हे तो हमारी संस्था उसे 24, घन्टे के अन्दर महिला की समस्या का निराकरण करवाएगी ।और भी कई मुद्दे जिस पर हमारी संस्था काम करेगी 🙏🏻आई जुड़े देश हित के लिए 🙏🏻👩🏻‍⚕बहन बिटियो के सम्मान में बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम संस्था रजिस्टर मैदान में राष्ट्रीय अध्यक्षवनिता कासनियां पंजाब

* बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट रजिस्टर्ड भारत सरकार द्वारा रजिस्ट्रेशन नंबर 202103419400050 का कार्यक्षेत्र संपूर्ण भारत आराजनैतिक संगठन है* (आए जुडे देश के हित के लिए) बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट रजिस्टर्ड संगठन से जुडने हेतु व्हाट्सएप करे। मोबाइल न० 9877264170 बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट रजिस्टर्ड का नीतिगत परिचयमहिला/पुरुष जुड़े ----का सदस्यता अभियान भारतवर्ष के सभी प्रदेशो,संभाग, जिलो,विधानसभा क्षेत्र, तहसील, स्तर पर जोर शोर से चलाया जा रहा है समाज के हितों के लिए आज ही हमसे जुड़े एक फोटो व आधार कार्ड की फ़ोटो हमे वाट्सप नम्बर पर सेन्ड कर दे।उपरोक्त जानकारी हम इसलिए माँग रहे हैं क्योंकि आपको मनोनयन पत्र देते समय आपकी details उसमे भरी जाती है ।हमारे मुख्य उद्देश्य👇👇👇👇👇👇👇👇👇🙏🏻 भारत सरकार द्वारा बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट रजिस्टर्ड संगठन है 🙏 बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट कानून केंद्र सरकार द्वारा संपूर्ण भारत में लागू करवाना1: देश में बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्रस्ट सुरक्षा कानून लागू किया जाए2: देश के बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम ट्र...

#माँ दुर्गा को #दुर्गा क्यो कहते हैं?????#बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम की #अध्यक्ष #श्रीमती #वनिता_कासनियां #पंजाब #संगरिया #राजस्थानहमारे सनातन #धर्म में प्रत्येक देवी-देवता से जुड़े तथ्य हमेशा से ही रोचकता पैदा करते रहे हैं, फिर वह चाहे अपने भक्तों को वरदान देने के संदर्भ में हो या फिर किसी दुष्ट प्राणी को दंड देने की बात हो, शास्त्रों की पौराणिक कथायें हमें पल-पल अचंभित करती हैं, कथाओं के साथ ही विभिन्न देवी-देवताओं के प्राकट्य, तथा उनके नाम से जुड़ी कथायें भी बहुत #रोचक हैं।माँ दुर्गा के नाम से जुड़ी एक कथा काफी प्रचलित है, माना जाता है कि मां दुर्गा जिन्हें मां काली के नाम से भी जाना जाता है, उनका नाम एक बड़ी घटना के बाद ही दुर्गा पड़ा था, श्री दुर्गा सप्तशती में वर्णित एक कथा के अनुसार एक दुष्ट प्राणी पर विजय प्राप्त करने के पश्चात् ही देवी को दुर्गा नाम से बुलाया गया।यह तब की बात है जब प्रह्लाद के वंश में दुर्गम नाम का एक अति भयानक, क्रूर और पराक्रमी दैत्य पैदा हुआ, इस दैत्य के जीवन का एक ही मकसद था- सभी देवी-देवताओं को पराजित कर समस्त सृष्टि पर राज करना, लेकिन जब तक महान देवता इस दुनिया में मौजूद थे, तब तक दुर्गम के लिए यह करना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन भी था।अपनी सूझ-बोझ से दुर्गम ने यह पता लगा लिया था, कि जब तक देवताओं के पास महान वेदों का बल है, तब तक वह उनका कुछ बिगाड़ नहीं सकेगा, इसलिये उसने उन देवों को हड़पने की योजना बनायीं, उसका मानना था कि यदि यह वेद देवताओं से दूर हो जायेंगे तो वे शक्तिहीन होकर पराजित हो जायेंगे।दुर्गम ने हिमालय #पर्वत जा कर तपस्या करने का फैसला किया, वहां जाकर उसने सृष्टि के रचियता ब्रह्माजी को प्रसन्न करने के लिए कठोर तपस्या आरम्भ कर दी, यदि उसकी #तपस्या से ब्रह्माजी खुश हो गये तो वे वरदान में उनसे जो चाहे वो मांग सकता था।दुर्गम ने तपस्या शुरू की, सैकड़ों साल बीत गये लेकिन दुर्गम तपस्या में लीन रहा, उसकी कठोर तपस्या के तेज से सभी देवता अचंभित और भयभीत हो गयें, वे समझ ही नहीं पा रहे थे कि आखिरकार ऐसा कौन है? जो इतने ध्यान से तप में लीन बैठा है, तीनों लोकों में हाहाकार मच गया।जहां एक तरफ सभी देवता दुर्गम के तप से हैरान-परेशान हो रहे थे, वहीं दूसरी ओर ब्रह्माजी ने उसे अपना दर्शन देने का निर्णय किया, ब्रह्माजी दुर्गम के सामने प्रकट हुये उस समय भी वह अपनी तपस्या में ध्यान लगाये बैठा था, उसे यह आभास भी नहीं हुआ कि ब्रह्माजी उसके निकट खड़े हैं।उसे समाधि में लीन देखकर ब्रह्माजी बोले- वत्स! अपने नेत्र खोलो, मैं तुम्हारी तपस्या से अत्यंत प्रसन्न हूंँ और तुम्हें मुंहमांगा वरदान देने आया हूंँ, मांगो तुम्हें क्या चाहियें, भगवान् ब्रह्माजी के वचन सुन दुर्गम ने अपने नेत्र खोले, ब्रह्माजी को अपने सामने देख उसकी खुशी का ठिकाना ना रहा, उसे लगा कि अब उसकी सभी मनोकामनायें अवश्य पूर्ण होगी।वह बोला- हे पितामह! यदि आप मेरे इस कठोर तप से प्रसन्न हैं तो मुझे सभी वेद देने की कृपा कीजिये, सब वेद मेरे अधिकार में हो जायें, वेदों के साथ ही मुझे ऐसा अतुल्य बल प्रदान किजिये जिससे कि देवता, मनुष्य, गंधर्व, यक्ष, नाग कोई भी मुझे पराजित न कर सके, दुर्गम की प्रार्थना सुनते ही ब्रह्माजी ने तथास्तु कहा और वहां से ब्रह्मलोक लौट गये।#ब्रह्माजी द्वारा दुर्गम को वरदान देते ही देवी-देवता, ऋषि-मुनि सारे वेदों को भूल गये, इतना ही नहीं, सभी स्नान, संध्या, हवन, श्राद्ध, यज्ञ एवं जप आदि वैदिक क्रियाएं नष्ट हो गयीं, सारे भूमण्डल पर भीषण हाहाकार मच गया, वातावरण ने भी अपना प्रकोप दिखाना आरंभ कर दिया, वर्षा बंद हो गई और पृथ्वी पर चारों ओर अकाल पड़ गया।यह देख सभी देवता बहुत दुखी हुयें, केवल यही उनकी चिंता का कारण नहीं था, बल्कि शक्तिहीन हो जाने की वजह से वह दैत्यों से भी पराजित हो गये, अब हर जगह दैत्यों का राज था और देवता परेशान थे, अपनी परेशानी का हल उन्हें मिल नहीं रहा था, सभी देवताओं ने देवी भगवती से इस कठिनाई का समाधान मांगा, हिमालय पर उन्हें माँ भगवती के साक्षात दर्शन हुये। अपने हालात से परेशान देवताओं ने माता भगवती से मदद मांगी, तब देवी ने उन्हें यह भरोसा दिया कि वे किसी भी प्रकार से सभी वेदों को दुर्गम से वापस लाएंगी और देवताओं को सौंपेगी, जिसके फलस्वरूप उन्हें उनकी शक्तियां वापस मिलेंगी, यह कहकर देवी दुर्गम को पराजित करने के लिए हिमालय से निकल पड़ीं। दुर्गम को पहले ही देवी के आने की खबर मिल गई थी, जिसके बाद उसने दैत्यों की एक विशाल सेना खड़ी कर ली, देवी के साथ देवताओं की सेना भी थी, लेकिन फिर भी दैत्यों की सेना को नष्ट करना कठिन था, वहां पहुंचकर देवताओं और दैत्यों में भयंकर युद्ध आरम्भ हो गया, दोनों ओर से भीषण शक्तियों का प्रयोग होने लगा। लेकिन देवों के ऊपर दैत्यों की सेना भारी पड़ रही थी जिसका कारण था दुर्गम को ब्रह्माजी द्वारा मिला हुआ वरदान, इस वरदान के अनुसार देवता उसे किसी भी प्रकार से पराजित नहीं कर सकते थे, इसलिये उस पर हो रहे वार का कोई असर ही नहीं हो रहा था, तब माँ भगवती ने अपने अंश से आठ देवियों का निर्माण किया। यह आठ देवियां थी- कालिका, तारिणी, बगला, मातंगी, छिन्नमस्ता, तुलजा, कामाक्षी, और भैरवी, इन देवियों में माता भगवती की तरह ही अपार शक्तियां थीं, जिनसे वह दैत्यों से युद्ध करने की क्षमता रखती थीं, इन सभी देवियों को आज भी कलयुग में माना जाता है, लोग इनकी पूजा करते हैं तथा इन्हें प्रसन्न करने के लिये व्रत-उपवास भी रखते हैं।इसके बाद माता भगवती के साथ देवियों और दैत्यों के बीच भीषण युद्ध हुआ, धीरे-धीरे सभी दैत्य पराजित होने लगे, माता भगवती द्वारा प्रकट की गयीं देवियों के सामने दैत्यों की शक्तियां बेअसर होने लगीं, अंत में #माता जगदम्बा के वार से दुर्गम का वध हो गया, इस तरह दुष्ट एवं पापी #दैत्य दुर्गम के प्राण हर लिये गये। दुर्गम को पराजित करने की #खुशी में सभी देवतायें आकाश से माता पर #फूलों की वर्षा करने लगे, माता भगवती द्वारा दुर्गम को मार कर #देवताओं को वेद दिए गये, जिसके बाद उनकी सभी शक्तियां लौट आयीं, इस घटना के बाद ही दुर्गम का वध करने के कारण भगवती का नाम दुर्गा पड़ गया।जय हो माँ #भगवती!

#माँ दुर्गा को #दुर्गा क्यो कहते हैं????? #बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम की #अध्यक्ष #श्रीमती #वनिता_कासनियां #पंजाब #संगरिया #राजस्थान हमारे सनातन #धर्म में प्रत्येक देवी-देवता से जुड़े तथ्य हमेशा से ही रोचकता पैदा करते रहे हैं, फिर वह चाहे अपने भक्तों को वरदान देने के संदर्भ में हो या फिर किसी दुष्ट प्राणी को दंड देने की बात हो, शास्त्रों की पौराणिक कथायें हमें पल-पल अचंभित करती हैं, कथाओं के साथ ही विभिन्न देवी-देवताओं के प्राकट्य,  तथा उनके नाम से जुड़ी कथायें भी बहुत #रोचक हैं। माँ दुर्गा के नाम से जुड़ी एक कथा काफी प्रचलित है, माना जाता है कि मां दुर्गा जिन्हें मां काली के नाम से भी जाना जाता है, उनका नाम एक बड़ी घटना के बाद ही दुर्गा पड़ा था, श्री दुर्गा सप्तशती में वर्णित एक कथा के अनुसार एक दुष्ट प्राणी पर विजय प्राप्त करने के पश्चात् ही देवी को दुर्गा नाम से बुलाया गया। यह तब की बात है जब प्रह्लाद के वंश में दुर्गम नाम का एक अति भयानक, क्रूर और पराक्रमी दैत्य पैदा हुआ, इस दैत्य के जीवन का एक ही मकसद था- सभी देवी-देवताओं को पराजित कर समस्त सृष्टि पर राज करना, लेकिन जब तक महान...

*भूपेंद्र सिंह सिद्धू होंगे फाजिल्का के नए एसएसपी*बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब द्वारा*********************अबोहर। आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा पंजाब में किए जा रहे प्रशासनिक फेरबदल के चलते आज फाजिल्का के एसएसपी डॉ सचिन गुप्ता को बदल दिया गया है। डॉ गुप्ता के स्थान पर भूपेंद्र सिंह सिद्धू को फाजिल्का का नया एसएसपी नियुक्त किया गया है।*

* भूपेंद्र सिंह सिद्धू होंगे फाजिल्का के नए एसएसपी * बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब द्वारा ******************** * अबोहर। आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा पंजाब में किए जा रहे प्रशासनिक फेरबदल के चलते आज फाजिल्का के एसएसपी डॉ सचिन गुप्ता को बदल दिया गया है। डॉ गुप्ता के स्थान पर भूपेंद्र सिंह सिद्धू को फाजिल्का का नया एसएसपी नियुक्त किया गया है। *

मानव का हृदय इतना प्रभावशाली अंग क्यों है?बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाबये हैं दिल के बारे में कुछ मजेदार तथ्य:आपन ऊपर के एनिमेशन में जो देख रहे हैं वह आपके जीवन के दौरान लगभग 2.5 बिलियन बार होता है।एक वयस्क व्यक्ति का दिल एक बंद मुट्ठी के आकार का होता है और इसका वजन सिर्फ 340 ग्राम होता है। इसे 4 भागों में बांटा गया है: 2 अटरिया और 2 निलय।यह प्रत्येक धड़कन के साथ 85 ग्राम रक्त पंप करता है, जो एक दिन में 9,000 लीटर से अधिक के बराबर है, एक मिनट में हृदय शरीर में 5 लीटर रक्त पंप करता है; एक घंटे में, यह 400 लीटर है।एक महिला का दिल पुरुषों की तुलना में थोड़ा तेज होता है। 1 मिनट में, यह औसतन 8 बीट अधिक होता है।मानव हृदय प्रतिदिन 30 किलोमीटर तक ट्रक की आपूर्ति करने में सक्षम ऊर्जा उत्पन्न करता है। यदि आप जीवन भर उत्पन्न ऊर्जा की गणना करते हैं, तो आप चंद्रमा तक और वापस पृथ्वी पर आ सकते हैं।धन्यवाद🙏

मानव का हृदय इतना प्रभावशाली अंग क्यों है? बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब ये हैं दिल के बारे में कुछ मजेदार तथ्य: आपन ऊपर के एनिमेशन में जो देख रहे हैं वह आपके जीवन के दौरान लगभग 2.5 बिलियन बार होता है। एक वयस्क व्यक्ति का दिल एक बंद मुट्ठी के आकार का होता है और इसका वजन सिर्फ 340 ग्राम होता है। इसे 4 भागों में बांटा गया है: 2 अटरिया और 2 निलय। यह प्रत्येक धड़कन के साथ 85 ग्राम रक्त पंप करता है, जो एक दिन में 9,000 लीटर से अधिक के बराबर है, एक मिनट में हृदय शरीर में 5 लीटर रक्त पंप करता है; एक घंटे में, यह 400 लीटर है। एक महिला का दिल पुरुषों की तुलना में थोड़ा तेज होता है। 1 मिनट में, यह औसतन 8 बीट अधिक होता है। मानव हृदय प्रतिदिन 30 किलोमीटर तक ट्रक की आपूर्ति करने में सक्षम ऊर्जा उत्पन्न करता है। यदि आप जीवन भर उत्पन्न ऊर्जा की गणना करते हैं, तो आप चंद्रमा तक और वापस पृथ्वी पर आ सकते हैं। धन्यवाद🙏