मोदी सरकार के आने से पहले व कांग्रेस के राज में यह लगता था कि पाकिस्तान एक परमाणु देश है और चीन एक बहुत शक्तिशाली देश है, इसलिए इन दोनों देश से हम बुरी तरह से डरते थे लेकिन आज मोदीजी ने दोनों देशों को अपनी रणनीति से हरा दिया है अब आपका क्या विचार है? पाकिस्तान से भारत को डरने की आवश्यकता न कभी थी, न है, न होगी। एक अस्थिर, ग़रीब ,और पाँच गुना छोटा देश हमारा क्या बिगाड़ सकता है? अगर भारत एक ७ फुट ऊँचा भीमकाय पहलवान है तो पाकिस्तान सवा फ़ुट का सर्कसी बौना! इस तथ्य में अगर कोई संदेह कभी रहा भी हो तो वह १९६५ और १९७१ के युद्धों के बाद ,जिनमें पाकिस्तान की करारी हार हुई थी , पूरी तरह समाप्त हो गया था। यहाँ तक कि तब की भारतीय प्रधानमंत्री ने असाधारण शौर्य और आत्मविश्वास का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान का विभाजन करवाकर उसे पहले से आधा कर दिया था। १९७१: युद्ध में पराजय के बाद पाकिस्तानी जनरल नियाज़ी भारतीय कमांडर जनरल अरोड़ा के सम्मुख आत्मसमर्पण के दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करते हुए। इसके साथ ही पाकिस्तान के विभाजन पर मोहर लग गई थी। एक ज़माने में उनकी क्रिकेट और हॉकी की टीमें इन खेलों की भारतीय टीमों स...