सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली की कनॉट प्लेस मार्केट जाने वाले लोगों को थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब घूमने और शॉपिंग करने वालों के लिए मार्किट 2 बजे खोली जाएगी। वहीं कई मेट्रो स्टेशनों पर एंट्री और एग्जिट दोपहर 12 बजे तक बंद रहेगा। दिल्ली मेट्रो ने 26 जनवरी के दिन का मेट्रो रूट से जुड़ी अपडेट जारी की है।कनॉट प्लेस मार्केट एसोसिएशन ने इस बार ये फैसला लिया है कि मार्केट को ग्राहकों के लिए 2 बजे के बाद पूरी तरह से खोल दिया जाएगा ताकि लोग अपने परिवार और दोस्तो के साथ यहां आकर घूम सकें। न्यू दिल्ली ट्रेड एसोसिएशन (एनडीटीए) के एक्सिक्यूटिव मेंबर अमित गुप्ता ने बताया, 26 जनवरी पर अवकाश होता है।हमने हाल ही में एक मीटिंग की थी जिसमें ये तय किया गया कि हम लोग इस बार मार्केट को 2 बजे के बाद ग्राहकों को खोल देंगे।उन्होंने कहा, कनॉट प्लेस के इनर सर्कल पर ग्राहक ज्यादा आते है, रेस्टोरेंट, मॉल्स और अन्य दुकानों और एसोसिएशन के सदस्यों से ये भी कहा गया है कि यदि आप गणतंत्र दिवस के दिन लोगों को अपने सामान पर छूट देना चाहे वो आप खुद तय कर लें।केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन पर कर सकेंगे इंटरचेंजदिल्ली मेट्रो अपडेट जारी करते हुए कहा, 'हुडा सिटी सेंटर-समयपुर बादली मेट्रो लाइन पर 26 जनवरी को केंद्रीय सचिवालय और उद्योग भवन मेट्रो स्टेशनों पर एंट्री और एग्जिट दोपहर 12 बजे तक बंद रहेगी। इसके अलावा पटेल चौक और लोक कल्याण मार्ग मेट्रो स्टेशन पर प्रवेश और निकास सुबह 8.45 बजे से दोपहर 12 बजे तक बंद रहेंगे। वहीं केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट बंद रहेंगे, लेकिन यात्री इंटरचेंज कर सकेंगे। यलो लाइन और वॉयलेट लाइन के बीच इंटरचेंज की सुविधा होगी।On January 26, Republic Day, people going to Delhi's Connaught Place Market will have to wait a bit. by socialist Vanita Kasani, the market will be opened at 2 pm for those visiting and shopping in Punjab. Entry and exit at many metro stations will remain closed till 12 noon. Delhi Metro has released an update on the metro route for the day of 26 January. The Connaught Place Market Association has decided this time that the market will be fully opened to customers after 2 pm so that people can come and roam here with their family and friends. Amit Gupta, executive member of the New Delhi Trade Association (NDTA) said, `` It is a holiday on 26 January. We had a meeting recently in which it was decided that we will open the market to the customers after 2 pm this time. . He said, the inner circle of Connaught Place attracts more customers, restaurants, malls and other shops and association members have also been told that if you want to give discounts to people on Republic Day, you can decide for yourself Take it. Central Secretariat will be able to interchange at metro station Releasing the Delhi Metro update, it said, 'Entry and exit at the Central Secretariat and Udyog Bhavan metro stations on Huda City Center-Samaypur Badli metro line will remain closed till 12 noon on January 26. Apart from this, entry and exit at Patel Chowk and Lok Kalyan Marg metro stations will remain closed from 8.45 am to 12 noon. At the same time, entry and exit will remain closed at the Central Secretariat metro station, but passengers will be able to interchange. There will be an interchange between the Yellow Line and the Violet Line.,

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली की कनॉट प्लेस मार्केट जाने वाले लोगों को थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब घूमने और शॉपिंग करने वालों के लिए मार्किट 2 बजे खोली जाएगी। वहीं कई मेट्रो स्टेशनों पर एंट्री और एग्जिट दोपहर 12 बजे तक बंद रहेगा। दिल्ली मेट्रो ने 26 जनवरी के दिन का मेट्रो रूट से जुड़ी अपडेट जारी की है। कनॉट प्लेस मार्केट एसोसिएशन ने इस बार ये फैसला लिया है कि मार्केट को ग्राहकों के लिए 2 बजे के बाद पूरी तरह से खोल दिया जाएगा ताकि लोग अपने परिवार और दोस्तो के साथ यहां आकर घूम सकें। न्यू दिल्ली ट्रेड एसोसिएशन (एनडीटीए) के एक्सिक्यूटिव मेंबर अमित गुप्ता ने बताया, 26 जनवरी पर अवकाश होता है।हमने हाल ही में एक मीटिंग की थी जिसमें ये तय किया गया कि हम लोग इस बार मार्केट को 2 बजे के बाद ग्राहकों को खोल देंगे। उन्होंने कहा, कनॉट प्लेस के इनर सर्कल पर ग्राहक ज्यादा आते है, रेस्टोरेंट, मॉल्स और अन्य दुकानों और एसोसिएशन के सदस्यों से ये भी कहा गया है कि यदि आप गणतंत्र दिवस के दिन लोगों को अपने सामान पर छूट देना चाहे वो आप खुद तय कर लें। केंद्रीय सचिवालय मेट्रो ...

शाह ने अहमदाबाद के शिलज में एक किलोमीटर लंबे ओवरब्रिज के वर्चुअल उद्घाटन के दौरान यह बात कही।By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब,शाह ने कहा, "जिस तरह से हमारी भाजपा एक्स सरकार देश में ग्रामीण के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी आवास परियोजनाएं चला रही है, मुझे पूरा भरोसा है कि 15 अगस्त 2022 तक देश में सभी को रहने के लिए एक घर की सुविधा होगी। नरेंद्र मोदी सरकार ने 10 करोड़ से अधिक किफायती आवास प्रदान किए हैं।"उन्होंने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उज्‍जवला योजना के तहत 13 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को गैस सिलेंडर प्रदान किए गए। हमारी सरकार ने देश के सभी गांवों में बिजली पहुंचाई है और अब हम 2022 तक देश के हर घर में पानी की कनेक्टिविटी प्रदान करने की दिशा में काम कर रहे हैं।"शाह ने हिंदी में ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पीएमएवाई-जी के तहत अभी तक 1.26 करोड़ आवास बन चुके हैं। उन्होंने कहा, ''पीएमएवाई-जी गरीबों को सम्मानित जीवन देने के लिए मोदी जी का एक संकल्प है। प्रधानमंत्री ने पीएमएवाई-जी से उत्तर प्रदेश के 6.1 लाख लाभार्थियों को 2,691 करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी कर 2022 तक हर व्यक्ति के सर पर छत दिये जाने के अपने संकल्प को पुनः प्रमाणित किया है।''गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इस योजना के तहत अभी तक 1.26 करोड़ घर बन चुके हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ''बिना किसी भेदभाव के इस योजना से लाभार्थियों को घर के साथ शौचालय, गैस व बिजली कनेक्शन एवं साफ पेयजल देने के लिए अन्य गरीब कल्याण की योजनाओं के साथ जोड़कर लाभ पहुँचाया जा रहा है।''सहायता में 5.30 लाख लाभार्थियों को दी जाने वाली पहली किश्त और 80,000 लाभार्थियों को दी जाने वाली दूसरी किश्त शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी के लिए 2022 तक आवास मुहैया कराने का संकल्प जताया था जिसके लिए 20 नवंबर, 2016 को पीएमएवाई-जी योजना की घोषणा की गयी।केन्द्र ने पीएमएवाई-शहरी के तहत लगभग 1.68 लाख मकानों के निर्माण को मंजूरी दीसरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी क्षेत्रों में 1.68 लाख से अधिक मकानों के निर्माण को मंजूरी दी है। इस तरह अब तक मंजूर किये गये मकानों की कुल संख्या 1.1 करोड़ हो गई है। एक बयान में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई है। केन्द्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने बताया कि केन्द्रीय मंजूरी और निगरानी समिति (सीएसएमसी) की एक बैठक में यह निर्णय लिया गया। बुधवार को हुई इस बैठक में 14 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों ने भाग लिया।मंत्रालय ने कहा, ''राज्यों ने भूमि, स्थलाकृतिक खतरों, अंतर-शहर पलायन, प्राथमिकता बदलने आदि जैसे विभिन्न मुद्दों के कारण परियोजनाओं के संशोधन के लिए अपने प्रस्ताव रखे।'' पीएमएवाई-यू के तहत अब तक 41 लाख मकानों का काम पूरा हो चुका हैं जबकि 70 लाख से अधिक मकानों के निर्माण का काम विभिन्न चरणों में है। मंत्रालय ने बताया, ''केन्द्रीय मंजूरी और निगरानी समिति (सीएसएमसी) की बैठक में पीएमएवाई (शहरी) के तहत 1,68,606 नये मकानों के निर्माण को मंजूरी दी गई है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जून 2015 में शुरू की गई पीएमएवाई (यू) का उद्देश्य 2022 तक सभी के लिए आवास उपलब्ध कराना है। सरकार ने 2015 से 2022 तक देश में शहरी क्षेत्रों में 1.12 करोड़ मकानों के निर्माण का लक्ष्य रखा है। मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने एक बयान में कहा, ''मिशन (पीएमएवाई-यू) के तहत प्रगति स्थिर रही है। हमें सभी बुनियादी भौतिक और सामाजिक ढांचे के साथ मकानों के निर्माण का काम पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ना है।''गांधीनगरः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) गरीबों को सम्मानित जीवन प्रदान करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है और योजना के लाभ बिना किसी भेदभाव के लोगों को दिये जा रहे हैं।अमित शाह ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की भाजपा सरकार 15 अगस्त, 2022 तक देश के हर नागरिक को घर मुहैया कराएगी।Shah said this during the virtual inauguration of a one kilometer long overbridge at Shilaj in Ahmedabad. By socialist Vanita Kasani Punjab, Shah said, "The way our BJP X government is running housing projects in rural as well as urban areas in the country, I am confident that by August 15, 2022, everyone in the country will have a home facility to live." . The Narendra Modi government has provided more than 10 crore affordable housing. " He said, "More than 13 crore poor families were provided with gas cylinders under the Ujjwala scheme by our Prime Minister Narendra Modi. Our government has provided electricity to all the villages of the country and now we will provide water to every house in the country by 2022 Are working towards providing connectivity. " Shah tweeted in Hindi that under the PMAY-G leadership under the Prime Minister, 1.26 crore houses have been built so far. He said, "PMAY-ji is a pledge of Modi ji to give dignified life to the poor. The Prime Minister has reaffirmed his resolve to provide a ceiling of Rs 2,691 crore to 6.1 lakh beneficiaries of Uttar Pradesh from PMAY-G, to give a roof over the head of every person by 2022. '' The Home Minister said that under the scheme under the leadership of the Prime Minister, 1.26 crore houses have been built so far. He tweeted, "Without any discrimination, this scheme is being extended to the beneficiaries by linking it with other poor welfare schemes for providing toilets, gas and electricity connections and clean drinking water." Assistance includes first installment to 5.30 lakh beneficiaries and second installment to 80,000 beneficiaries. Prime Minister Modi had pledged to provide housing for all by 2022, for which the PMAY-G scheme was announced on 20 November 2016. Center approved construction of about 1.68 lakh houses under PMAY-Urban The government has approved the construction of more than 1.68 lakh houses in urban areas under the Pradhan Mantri Awas Yojana. Thus, the total number of houses sanctioned so far has risen to 1.1 crore. This information has been given on Thursday in a statement. The Union Housing and Urban Affairs Ministry said that the decision was taken in a meeting of the Central Clearance and Monitoring Committee (CSMC). Officers from 14 states and union territories participated in this meeting held on Wednesday. The ministry said, "The states put forth their proposals for revision of projects due to various issues like land, topographical hazards, inter-city migration, change of priority etc." Under PMAY-U, 41 lakh houses have been completed Has been done while construction of more than 7 million houses is in various stages. "In the meeting of the Central Sanctioning and Monitoring Committee (CSMC), the construction of 1,68,606 new houses has been approved under PMAY (Urban)," the Ministry said. The PMAY (U), launched in June 2015 by Prime Minister Narendra Modi, aims to provide housing for all by 2022. The government has targeted to build 1.12 crore houses in urban areas in the country from 2015 to 2022. Ministry Secretary Durga Shankar Mishra said in a statement, "The progress under the Mission (PMAY-U) has been steady. We have to move towards completing the construction of houses with all the basic physical and social infrastructure. Prime Minister Narendra Modi has the resolve to provide and the benefits of the scheme are being given to the people without any discrimination. Amit Shah said that he was confident that the BJP government at the Center headed by Prime Minister Narendra Modi would provide houses to every citizen of the country by August 15, 2022.,

शाह ने अहमदाबाद के शिलज में एक किलोमीटर लंबे ओवरब्रिज के वर्चुअल उद्घाटन के दौरान यह बात कही। By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब, शाह ने कहा, "जिस तरह से हमारी भाजपा एक्स सरकार देश में ग्रामीण के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी आवास परियोजनाएं चला रही है, मुझे पूरा भरोसा है कि 15 अगस्त 2022 तक देश में सभी को रहने के लिए एक घर की सुविधा होगी। नरेंद्र मोदी सरकार ने 10 करोड़ से अधिक किफायती आवास प्रदान किए हैं।" उन्होंने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उज्‍जवला योजना के तहत 13 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को गैस सिलेंडर प्रदान किए गए। हमारी सरकार ने देश के सभी गांवों में बिजली पहुंचाई है और अब हम 2022 तक देश के हर घर में पानी की कनेक्टिविटी प्रदान करने की दिशा में काम कर रहे हैं।" शाह ने हिंदी में ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पीएमएवाई-जी के तहत अभी तक 1.26 करोड़ आवास बन चुके हैं। उन्होंने कहा, ''पीएमएवाई-जी गरीबों को सम्मानित जीवन देने के लिए मोदी जी का एक संकल्प है। प्रधानमंत्री ने पीएमएवाई-जी से उत्तर प्रदेश के 6.1 लाख लाभार्थियों को ...

सरकार और किसानों के बीच आज 10वें दौर की वार्ता हुई. हालांकि ये वार्ता भी बेनतीजा रही.by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब दोनों पक्षों की वार्ता खत्म होने के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज की बैठक सकारात्मक रही और संभावना है कि 22 जनवरी को होने वाली बैठक में कोई नतीजा निकले. कृषि मंत्री (Agriculture Minister) नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार कृषि कानून को एक से डेढ़ साल तक स्थगित करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा “आज हमारी कोशिश थी कि कोई निर्णय हो जाए. किसान यूनियन क़ानून वापसी की मांग पर थी और सरकार खुले मन से क़ानून के प्रावधान के अनुसार विचार करने और संशोधन करने के लिए तैयार थी.सुप्रीम कोर्ट ने कुछ समय के लिए कृषि सुधार क़ानूनों को स्थगित किया है. सरकार 1-1.5 साल तक भी क़ानून के क्रियान्वयन को स्थगित करने के लिए तैयार है. इस दौरान किसान यूनियन और सरकार बात करें और समाधान ढूंढे.” 22 जनवरी को फैसला बताएंगे किसान कृषि मंत्री ने कहा, “किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि सरकार के प्रस्ताव पर कल हम अपने नेताओं के साथ विचार करेंगे और 22 जनवरी को दोपहर 12 बजे बैठक में आएंगे और आपको निर्णय से अवगत कराएंगे.” किसान संगठन के नेताओं ने बताया कि केंद्र सरकार ने दोनों पक्षों की सहमति से एक निश्चित समय के लिए तीनों कृषि कानूनों को निलंबित करने और एक समिति के गठन के लिए सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर करने का प्रस्ताव दिया है. हालांकि उन्होंने कहा कि किसान संगठन कानून वापसी की अपनी मांग पर डटे हैं, लेकिन कानूनों को निलंबित करने के सरकार के प्रस्ताव पर गुरुवार को चर्चा होगी. समिति की बैठकों में किसान शामिल नहीं होंगे कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संघों ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि वे अपनी शिकायतों पर ध्यान देने के लिए अदालत की ओर से नियुक्त समिति द्वारा बुलाई गई बैठकों और विचार-विमर्शों में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि कृषि कानूनों को वापस लिया जाए.

 सरकार और किसानों के बीच आज 10वें दौर की वार्ता हुई. हालांकि ये वार्ता भी बेनतीजा रही.by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब दोनों पक्षों की वार्ता खत्म होने के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज की बैठक सकारात्मक रही और संभावना है कि 22 जनवरी को होने वाली बैठक में कोई नतीजा निकले. कृषि मंत्री (Agriculture Minister) नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार कृषि कानून को एक से डेढ़ साल तक स्थगित करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा “आज हमारी कोशिश थी कि कोई निर्णय हो जाए. किसान यूनियन क़ानून वापसी की मांग पर थी और सरकार खुले मन से क़ानून के प्रावधान के अनुसार विचार करने और संशोधन करने के लिए तैयार थी.सुप्रीम कोर्ट ने कुछ समय के लिए कृषि सुधार क़ानूनों को स्थगित किया है. सरकार 1-1.5 साल तक भी क़ानून के क्रियान्वयन को स्थगित करने के लिए तैयार है. इस दौरान किसान यूनियन और सरकार बात करें और समाधान ढूंढे.” 22 जनवरी को फैसला बताएंगे किसान कृषि मंत्री ने कहा, “किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि सरकार के प्रस्ताव पर कल हम अपने नेताओं के साथ विचार...

: केंद्र सरकार और किसानों के बीच कृषि बिलों को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब हरियाणा के जींद में बुधवार खापों ने लिया फैसला 26 जनवरी को लेकर बढ़ा फैसला किया। खापों ने बताया कि ट्रेक्टर परेड के लिए हरियाणा के किसान 24 को ही दिल्ली कूच करेंगे। इसके साथ ही आंदोलन उग्र न हो इसके लिए भी खापें आंदोलन की निगरानी करेगी। बता दें कि कंडेला खाप ने दिल्ली परेड के लिए 2000 ट्रेक्टर भेजने का फैसला लिया है। खाप का कहना है कि अगर सरकार ने हमे रोकने की कोशिश की तो हम बेरीगेट तोड़ कर आगे जायगे। 26 के बाद विधायकों और सांसदों पर इस्तीफे के लिए दबाव बढ़ाया जाएगाखापों के सदस्यों ने कहा हम शांतिपूर्वक दिल्ली के लिए कूच करेंगे, इसलिए कमिटियों का गठन किया गया है. इस महापंचायत में खापों ने एलान किया कि जब तक कानून वापसी नहीं होती तब तक घर वापसी नहीं होगी। हरियाणा के जींद में किसानों ने 26 जनवरी को दिल्ली में प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के लिए रूट प्लान तैयार कर दिया है।किसानों ने गांव और खाप सदस्यों की कमिटी का गठन किया है, जो पूरे मार्च को कंट्रोल करेगी।।

 जींदकेंद्र सरकार और किसानों के बीच कृषि बिलों को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब हरियाणा के जींद में बुधवार खापों ने लिया फैसला 26 जनवरी को लेकर बढ़ा फैसला किया। खापों ने बताया कि ट्रेक्टर परेड के लिए हरियाणा के किसान 24 को ही दिल्ली कूच करेंगे। इसके साथ ही आंदोलन उग्र न हो इसके लिए भी खापें आंदोलन की निगरानी करेगी। बता दें कि कंडेला खाप ने दिल्ली परेड के लिए 2000 ट्रेक्टर भेजने का फैसला लिया है। खाप का कहना है कि अगर सरकार ने हमे रोकने की कोशिश की तो हम बेरीगेट तोड़ कर आगे जायगे। 26 के बाद विधायकों और सांसदों पर इस्तीफे के लिए दबाव बढ़ाया जाएगाखापों के सदस्यों ने कहा हम शांतिपूर्वक दिल्ली के लिए कूच करेंगे, इसलिए कमिटियों का गठन किया गया है. इस महापंचायत में खापों ने एलान किया कि जब तक कानून वापसी नहीं होती तब तक घर वापसी नहीं होगी। हरियाणा के जींद में किसानों ने 26 जनवरी को दिल्ली में प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के लिए रूट प्लान तैयार कर दिया है।किसानों ने गांव और खाप सदस्यों की कमिटी का गठन किया है, जो पूरे मार्च को कंट्रोल करेगी।।,

खालसा पंथ के संस्थापक, सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिये अपने संपूर्ण परिवार का बलिदान देने वाले महान योद्धा श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं || by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब Heartiest congratulations and best wishes on the birth anniversary of the great warrior Shri Guru Gobind Singh ji, the founder of the Khalsa Panth, who sacrificed his entire family to protect Sanatan Dharma and Indian culture.#gurugob i#gurugobindsinghji,

महान वीरांगना #रानी_दुर्गावती जी को कोटि कोटि नमन by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब Please see the great heroine #Rani_Durgavati ji and order this fort. Never have this fortress fallen into disrepute by the society and the government. Like other historical monuments, this is also out of illegal occupation. ,कभी जा कर देखिये इस दुर्ग को।दुर्गति कर डाली है समाज और सरकार की बेरुखी ने।अन्य ऐतिहासिक स्मारकों की तरह यंहा भी अवैध कब्जों की बहार है।ये कब्जे किनके है बताने की जरूरत है क्या??युद्ध जीतकर हुंकारे घोड़े पर चढ़कर ललकारे ,सन्देश भेज दो दिल्ली में वह अकबर मुझसे युद्ध लड़े ।वर्ना घुँघरू पहुँचादो मेरे दरवार में आकर नृत्य करे ।।ये किला मैंने देखा है यहां से पूरा जबलपुर दिखता है मगर यह कहीं से नहीं दिखता किला बहुत ही अद्भुत है इसकी गुफा सीधे मंडला जाती हैरानी दुर्गावती जी को सादर प्रणाम !लेकिन उनके दुर्ग की जो दशा है बहुत ही दयनीय है इस और सरकार का और दूसरे संगठनों का ध्यान जाना चाहिए!!🌹🙏,,

महाराणा प्रताप सिंह जी " की 424 वी पुण्यतिथी पर उन्हें कोटि-कोटि नमन by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब यदि भूख और गरीबी की मजबूरी से धर्मांतरण होता तो " महाराणा प्रताप सिंह जी " घास की रोटी ना खाकर मुसलमान बनकर हमारे आधे देश पर राज कर रहे होते क्योकी अकबर ने " महाराणा प्रताप सिंह जी " को कहा था कि यदि वे आत्मसमर्पण कर दें तो उसकी आधी सल्तनत के वारिस होगे ,परन्तु " महाराणा प्रताप सिंह जी " ने स्वाभिमान चुना और बिना जाति पाति भेद भाव के हर जाति के लोगो को अपनाया आज भी भील जाति के लोग " महाराणा प्रताप सिंह जी " को अपना बेटा मानते थे ,और यही नहीं " मेवाड़ " के राजचिह्न मे भी एक ओर भील (आदिवासी) और दूसरी ओर " राजपूतों " का निशान है ।परन्तु आज एक हास्यस्पद बात देखिए कुछ स्वंयभू घोषित क्षत्रिय इन्हे अपनी जाति का बनाने के लिए पूरी वीकिपीडिया को अपनी गंदी मानसिकता से लिपापोती करने पर लगी है जिसे देखकर खुद देश की जनता उन पर हसती है कि कैसे ये मलेच्छ लोग हमारे पूर्वजो को अपना बाप बनाने की नाकाम कोशिश करते रहते है अब इनको कौन समझाए की हमारे पूर्वजो को तो अपना वीकिपीडिया पर बना लोगे पर उनका खून अपनी रगो मे कहां से लाओगे ?,