बलुवाना न्यूज #पंजाब ताइपे, 02 अगस्तः शी जिनपिंग की लाख धमकियों के बावजूद अमेरिकी कांग्रेस की स्पीकर नैंसी पेलोसी का विमान ताइवान पहुंच गयीं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की ओर से उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच वायुसेना के विमान C-40C SPAR19 के जरिए ताइवान पहुंचाया गया।इस दौरान अमेरिकी नेवी और एयरफोर्स के 24 एडवांस्ड फाइटर जेट्स ने नैन्सी के प्लेन को एस्कॉर्ट किया। चीन द्वारा नैन्सी के विमान को हवा में ही उड़ा देने की खबरें बस अटकलें साबित हुईं। पूरी दुनिया के सामने अपनी दादागिरी दिखाने वाला चीन, नैन्सी पेलोसी को ताइवान पहुंचने से नहीं रोक सका।अमेरिका के सामने चीन की धमकी बेअसर, ताइवान पहुंची नैन्सी पेलोसी, भड़ककर ड्रैगन ने कही ये बातBy वनिता कासनियां पंजाबचीन ने फिर से दी धमकी चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने पिछले दिनों कहा था कि अगर पेलोसी का विमान ताइवान की तरफ जाता है तो चीनी सेना उसे हवा में ही उड़ा सकती है। इसके बाद ये भी कहा गया कि अगर पेलोसी का विमान ताइवान पहुंचने की हिम्मत करता है तो चीनी विमान उसे हवा में ही घेर लेंगे। अब जब नैन्सी पेलोसी ताइवान पहुंच चुकी हैं तो एक बार फिर से चीन ने अमेरिका को धमकी दी है।मिलिट्री एक्शन लेगा चीन चीन ने कहा कि हम टारगेटेड मिलिट्री एक्शन जरूर लेंगे। चीन ने यह मिलिट्री एक्शन 4 अगस्त से ही शुरू करने की बात कही है। हालांकि अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि चीन किन टारगेट पर एक्शन लेने की बात कह रहे हैं। राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार, चीन का रक्षा मंत्रालय हाई अलर्ट पर है और नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के प्रतिरोध के रूप में टारगेटेड मिलिट्री एक्शन शुरू करेगा। चीनी सेना ताइवान जलडमरूमध्य में लंबी दूरी की तोपखाने की गोलीबारी और मिसाइल परीक्षण करेगा।अमेरिका भी पूरी तरह तैयार नैन्सी पेलोसी के ताइवान दौरे को लेकर देश में 'दूसरे स्तर' का अलर्ट जारी कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ताइवान में सेना को अलर्ट पर रखा गया है और कई सैन्य अफसरों की छुट्टी रद्द कर दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका और ताइवान की सेना चीन से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। कई अमेरीकी सैनिक और युद्ध विशेषज्ञ पहले से ही ताइवान पहुंच चुके हैं। अमेरिकी नेवी के 4 वॉरशिप हाईअलर्ट पर हैं और ताइवान के समुद्री इलाके में गश्त कर रहे हैं। इन वॉरशिप पर एफ-16 और एफ-35 जैसे घातक फाइटर जेट्स और मिसाइल्स मौजूद हैं। इसके साथ ही रीपर ड्रोन और लेजर गाइडेड मिसाइल भी मौजूद हैं।खतरनाक खेल, खेल रहा अमेरिका वहीं, चीन के बारे में दावा किया जा रहा है कि एक्शन के लिए ड्रैगन ने लांग रेंज हुडोंग रॉकेट और टैंक तैयार कर लिए हैं। चीन ने चार अगस्त से सात अगस्त तक युद्धाभ्यास करने की बात कही है। चीन ने कहा है कि अमेरिका खतरनाक खेल खेल रहा है। चीनी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन का रक्षा मंत्रालय हाई अलर्ट पर है। चीन ने ताइवान पर टारगेटेड हमला करने की धमकी दी है। चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि चीनी सेना आज रात से ही ताइवान के चारों ओर युद्धाभ्यास करेगी।ताईवान में हाई अलर्ट जारी नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से भड़के चीन की धमकियों को देखते हुए ताइवान ने देश में अलर्ट जारी किया है। ताइवान की सरकार ने रात में अपने नागरिकों को अलर्ट रहने को कहा है। ताइवान को लेकर चीन-अमेरिका की तनातनी से पूरी दुनिया में खलबलाहट मच गयी है। लोगों को रूस-यूक्रेन जैसे युद्ध का खौफ सताने लगा है। हालांकि विशेषज्ञों के मुताबिक ये दोनों देशों के इगो की लड़ाई है और यह शीत युद्ध की तरह ही काफी समय तक चलती रहेगी।चीन की दादागिरी रोकेगा अमेरिका एक्सपर्ट के मुताबिक चीन कभी ऐसी गलती नहीं करेगा जिससे अमेरिका के साथ उसका सीधा टकराव हो। इसकी वजह ये है कि अभी भी अमेरिका दुनिया का सबसे अधिक ताकतवर देश है। अगर चीन की तरफ से एक भी गलती हुई तो अमेरिका और ताइवान दोनों मिलकर उस पर हमला कर सकते हैं। वहीं, उधर अमेरिका ने भी चीन पर लगाम लगाने का मन बना लिया है। अमेरिका ने तय कर लिया है कि साउथ चाइन सी और ताइवान स्ट्रेट में चीन की दादागिरी पर रोक लगा कर रहेगा।
अमेरिका के सामने चीन की धमकी बेअसर, ताइवान पहुंची नैन्सी पेलोसी, भड़ककर ड्रैगन ने कही ये बात
By वनिता कासनियां पंजाब
चीन ने फिर से दी धमकी
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने पिछले दिनों कहा था कि अगर पेलोसी का विमान ताइवान की तरफ जाता है तो चीनी सेना उसे हवा में ही उड़ा सकती है। इसके बाद ये भी कहा गया कि अगर पेलोसी का विमान ताइवान पहुंचने की हिम्मत करता है तो चीनी विमान उसे हवा में ही घेर लेंगे। अब जब नैन्सी पेलोसी ताइवान पहुंच चुकी हैं तो एक बार फिर से चीन ने अमेरिका को धमकी दी है।
मिलिट्री एक्शन लेगा चीन
चीन ने कहा कि हम टारगेटेड मिलिट्री एक्शन जरूर लेंगे। चीन ने यह मिलिट्री एक्शन 4 अगस्त से ही शुरू करने की बात कही है। हालांकि अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि चीन किन टारगेट पर एक्शन लेने की बात कह रहे हैं। राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार, चीन का रक्षा मंत्रालय हाई अलर्ट पर है और नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के प्रतिरोध के रूप में टारगेटेड मिलिट्री एक्शन शुरू करेगा। चीनी सेना ताइवान जलडमरूमध्य में लंबी दूरी की तोपखाने की गोलीबारी और मिसाइल परीक्षण करेगा।
अमेरिका भी पूरी तरह तैयार
नैन्सी पेलोसी के ताइवान दौरे को लेकर देश में 'दूसरे स्तर' का अलर्ट जारी कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ताइवान में सेना को अलर्ट पर रखा गया है और कई सैन्य अफसरों की छुट्टी रद्द कर दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका और ताइवान की सेना चीन से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। कई अमेरीकी सैनिक और युद्ध विशेषज्ञ पहले से ही ताइवान पहुंच चुके हैं। अमेरिकी नेवी के 4 वॉरशिप हाईअलर्ट पर हैं और ताइवान के समुद्री इलाके में गश्त कर रहे हैं। इन वॉरशिप पर एफ-16 और एफ-35 जैसे घातक फाइटर जेट्स और मिसाइल्स मौजूद हैं। इसके साथ ही रीपर ड्रोन और लेजर गाइडेड मिसाइल भी मौजूद हैं।
खतरनाक खेल, खेल रहा अमेरिका
वहीं, चीन के बारे में दावा किया जा रहा है कि एक्शन के लिए ड्रैगन ने लांग रेंज हुडोंग रॉकेट और टैंक तैयार कर लिए हैं। चीन ने चार अगस्त से सात अगस्त तक युद्धाभ्यास करने की बात कही है। चीन ने कहा है कि अमेरिका खतरनाक खेल खेल रहा है। चीनी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन का रक्षा मंत्रालय हाई अलर्ट पर है। चीन ने ताइवान पर टारगेटेड हमला करने की धमकी दी है। चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि चीनी सेना आज रात से ही ताइवान के चारों ओर युद्धाभ्यास करेगी।
ताईवान में हाई अलर्ट जारी
नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से भड़के चीन की धमकियों को देखते हुए ताइवान ने देश में अलर्ट जारी किया है। ताइवान की सरकार ने रात में अपने नागरिकों को अलर्ट रहने को कहा है। ताइवान को लेकर चीन-अमेरिका की तनातनी से पूरी दुनिया में खलबलाहट मच गयी है। लोगों को रूस-यूक्रेन जैसे युद्ध का खौफ सताने लगा है। हालांकि विशेषज्ञों के मुताबिक ये दोनों देशों के इगो की लड़ाई है और यह शीत युद्ध की तरह ही काफी समय तक चलती रहेगी।
चीन की दादागिरी रोकेगा अमेरिका
एक्सपर्ट के मुताबिक चीन कभी ऐसी गलती नहीं करेगा जिससे अमेरिका के साथ उसका सीधा टकराव हो। इसकी वजह ये है कि अभी भी अमेरिका दुनिया का सबसे अधिक ताकतवर देश है। अगर चीन की तरफ से एक भी गलती हुई तो अमेरिका और ताइवान दोनों मिलकर उस पर हमला कर सकते हैं। वहीं, उधर अमेरिका ने भी चीन पर लगाम लगाने का मन बना लिया है। अमेरिका ने तय कर लिया है कि साउथ चाइन सी और ताइवान स्ट्रेट में चीन की दादागिरी पर रोक लगा कर रहेगा।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें