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#बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम #संगरिया #हनुमानगढ़ #राजस्थान में मेरी #प्यारी प्यारी #ताई अपना #दुखी #मन से बताते हुए । *आश्रम के निर्माण में सहयोग करें* *संगरिया इलाके में इस तरह का चल रहा है पहला बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम* आप सभी को सूचित किया जाता है कि लावारिस, बेसहारा और मंदबुद्धि व्यक्तियों माता बहिन की देखभाल की सेवा के लिए संगरिया इलाके में इस तरह का पहला आश्रम संगरिया हनुमानगढ़ राजस्थान वार्ड नं 12 में चल रहा है। आप जी अपनी नेक कमाई से इस आश्रम के निर्माण में सहयोग करके पुन्य के भागी बनें। सहयोग के लिए संपर्क करें : 9877264170 निम्नलिखित में से किसी भी सामान का सहयोग करें जी 👇 रजाई, गधे, गर्म स्वेटर, बेड, कनक, आटा दाल खांड चाय गैस सिलेंडर इत्यादि सहयोग के लिए संपर्क करें : 9780948925 ______________________ धनराशि का सहयोग करने के लिए इनमें से किसी भी माध्यम से सहयोग भेजा जा सकता है जी 👇 Paytm = * 9877264170 Google Pay =9877264170 _________________________ 👇 *गुगल पे* *फोन पे*👇 *9877264170* ________________________ *जनहित में जारी* *बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम (रजि.)* *वार्ड, नं 12 संगरिया* जिस प्रकार हजारों की संख्या में #बछड़ा अपने #मां को ढूंढ लेता है इसी प्रकार आपके द्वारा किया गया #कर्म आपको ढूंढ लेगा। अच्छे कर्म करते रहिए , कर्म से डरे , #ईश्वर से नहीं। । 🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺* ।। मनुष्य के कर्मों का साक्षी कौन है ? ।। 🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺 👏मृत्युलोक में प्राणी अकेला ही पैदा होता है, अकेले ही मरता है। प्राणी का धन-वैभव घर में ही छूट जाता है। मित्र और स्वजन श्मशान में छूट जाते हैं। शरीर को अग्नि ले लेती है। पाप-पुण्य ही उस जीव के साथ जाते हैं। अकेले ही वह पाप-पुण्य का भोग करता है परन्तु धर्म ही उसका अनुसरण करता है। ‘शरीर और गुण (पुण्यकर्म) इन दोनों में बहुत अंतर है, क्योंकि शरीर तो थोड़े ही दिनों तक रहता है किन्तु गुण प्रलयकाल तक बने रहते हैं। जिसके गुण और धर्म जीवित हैं, वह वास्तव में जी रहा है।’ #पाप और #पुण्य :- ~~~~~~~~~~~~ वेदों में जिन कर्मों का विधान है, वे धर्म (पुण्य) हैं और उनके विपरीत कर्म अधर्म (पाप) कहलाते हैं। मनुष्य एक दिन या एक क्षण में ऐसे पुण्य या पाप कर सकता है कि उसका भोग सहस्त्रों वर्षों में भी पूर्ण न हो। #मनुष्य के कर्म के चौदह साक्षी :- ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ सूर्य, अग्नि, आकाश, वायु, इन्द्रियां, चन्द्रमा, संध्या, रात, दिन, दिशाएं, जल, पृथ्वी, काल और धर्म–ये सब मनुष्य के कर्मों के साक्षी हैं। सूर्य रात्रि में नहीं रहता और चन्द्रमा दिन में नहीं रहता, जलती हुई अग्नि भी हरसमय नहीं रहती; किन्तु रात-दिन और संध्या में से कोई एक तो हर समय रहता ही है। दिशाएं, आकाश, वायु, पृथ्वी, जल सदैव रहते हैं, मनुष्य इन्हें छोड़कर कहीं भाग नहीं सकता, इनसे छुप नहीं सकता। मनुष्य की इन्द्रियां, काल और धर्म भी सदैव उसके साथ रहते हैं। कोई भी कर्म किसी-न किसी इन्द्रिय द्वारा किसी-न-किसी समय (काल) होगा ही। उस कर्म का प्रभाव मनुष्य के ग्रह-नक्षत्रों व पंचमहाभूतों पर पड़ता है। जब मनुष्य कोई गलत कार्य करता है तो धर्मदेव उस गलत कर्म की सूचना देते हैं और उसका दण्ड मनुष्य को अवश्य मिलता है। #कर्म से ही देह मिलता है :- ~~~~~~~~~~~~~~ पृथ्वी पर जो मनुष्य-देह है उसमें एक सीमा तक ही सुख या दु:ख भोगने की क्षमता है। जो पुण्य या पाप पृथ्वी पर किसी मनुष्य-देह के द्वारा भोगने संभव नही, उनका फल जीव स्वर्ग या नरक में भोगता है। पाप या पुण्य जब इतने रह जाते हैं कि उनका भोग पृथ्वी पर संभव हो, तब वह जीव पृथ्वी पर किसी देह में जन्म लेता है। कर्मों के अवशेष भाग को भोगने के लिए मनुष्य मृत्युलोक में स्थावर-जंगम अर्थात् वृक्ष, गुल्म (झाड़ी), लता, बेल, पर्वत और तृण–आदि योनि प्राप्त करता है। ये सब दु:खों के भोग की योनियां हैं। वृक्षयोनि में दीर्घकाल तक सर्दी-गर्मी सहना, काटे जाने व अग्नि में जलाये जाने सम्बधी दु:ख भोगना पड़ता है। यदि जीव कीटयोनि प्राप्त करता है तो अपने से बलवान प्राणियों द्वारा दी गयी पीड़ा सहता है, शीत-वायु और भूख के क्लेश सहते हुए मल-मूत्र में विचरण करना आदि दारुण दु:ख उठाता है। इसी तरह से पशुयोनि में आने पर अपने से बलवान पशु द्वारा दी गयी पीड़ा का कष्ट पाता रहता है। पक्षी की योनि में आने पर कभी वायु पीकर रहना तो कभी अपवित्र वस्तुओं को खाने का कष्ट उठाना पड़ता है। यदि भार ढोने वाले पशुओं की योनि में जीव आता है तो रस्सी से बांधे जाने, डण्डों से पीटे जाने व हल जोतने का दारुण दु:ख जीव को सहना पड़ता है। #विभिन्न पापयोनियां :- ~~~~~~~~~~~~ इस संसार-चक्र में मनुष्य घड़ी के पेण्डुलम की भांति विभिन्न पापयोनियों में जन्म लेता और मरता है– –माता-पिता को कष्ट पहुंचाने वाले को कछुवे की योनि में जाना पड़ता है। –मित्र का अपमान करने वाला गधे की योनि में जन्म लेता है। –छल-कपट कर जीवनयापन करने वाला बंदर की योनि में जाता है। –अपने पास रखी किसी की धरोहर को हड़पने वाला मनुष्य कीड़े की योनि में जन्म लेता है। –विश्वासघात करने से मनुष्य को मछली की योनि मिलती है। –विवाह, यज्ञ आदि शुभ कार्यों में विघ्न डालने वाले को कृमियोनि मिलती है। –देवता, पितर व ब्राह्मणों को भोजन न कराकर स्वयं खा लेता है वह काकयोनि (कौए) में जाता है। #दुर्लभ है मनुष्ययोनि :- ~~~~~~~~~~~~~ इस प्रकार बहुत-सी योनियों में भ्रमण करके जीव किसी महान पुण्य के कारण मनुष्ययोनि प्राप्त करता है। मनुष्ययोनि प्राप्त करके भी यदि दरिद्र, रोगी, काना या अपाहिज जीवन मिले तो बहुत अपमान व कष्ट भोगना पड़ता है। इसलिए दुर्लभ मनुष्य जन्म पाकर संसार-बंधन से मुक्त होने के लिए प्राणी को भगवान कृष्ण की सेवा-आराधना करनी चाहिए क्योंकि वे ही कर्मफल के दाता व संसार-बंधन से छुड़ाने वाले मोक्षदाता हैं। भगवान विष्णु के जो-जो स्वरूप हैं, उनकी भक्ति करने से मनुष्य संसार-सागर आसानी से पार कर परमधाम को प्राप्त करता है। ।। भगवान विष्णु ने बताया संसार-सागर से पार होने का उपाय :-।। भगवान विष्णु ने संसार-सागर से पार होने का उपाय भगवान रुद्र को बताते हुए कहा कि ‘विष्णुसहस्त्रनाम’ स्तोत्र से मेरी नित्य स्तुति करने से मनुष्य भवसागर को सहज ही पार कर लेता है। ‘जिनका मन भगवान विष्णु की भक्ति में अनुरक्त है, उनका अहोभाग्य है, अहोभाग्य है; क्योंकि योगियों के लिए भी दुर्लभ मुक्ति उन भक्तों के हाथ में ही रहती है।’ (नारदपुराण) #भक्तों की गति :- ~~~~~~~~~~ भक्त अपने आराध्य के लोक में जाते हैं। भगवान के लोक में कुछ भी बनकर रहना सालोक्य-मुक्ति है। भगवान के समान ऐश्वर्य प्राप्त करना सार्ष्टि-मुक्ति है। भगवान के समान रूप पाकर वहां रहना सारुप्य-मुक्ति है। भगवान के आभूषणादि बनकर रहना सामीप्य-मुक्ति कहलाती है। भगवान के श्रीविग्रह में मिल जाना सायुज्य-मुक्ति है। जिस जीव को भगवान का धाम प्राप्त हो जाता है, वह भगवान की इच्छा से उनके साथ या अलग से संसार में दिव्य जन्म ले सकता है। वह कर्मबन्धन में नहीं बंधा होता है। संसार में भगवत्कार्य समाप्त करके वह पुन: भगवद्धाम चला जाता है। #मुक्त पुरुष :- ~~~~~~~ मनुष्य बिना कर्म किए रह नहीं सकता। कर्म करेगा तो पाप-पुण्य दोनों होंगे। लेकिन जो मनुष्य सबमें भगवत्दृष्टि रखकर भगवान की सेवा के लिए, उनकी आज्ञा का पालन करने के लिए और भगवान की प्रसन्नता के लिए कर्म करता है तो उसके कर्म भी अकर्म बन जाते हैं और कर्म-बंधन में नहीं बांधते हैं। वह संसार में रहते हुए भी नित्यमुक्त है। तत्त्वज्ञानी पुरुष संसार के आवागमन से मुक्त हो जाते हैं। उनके प्राण निकलकर कहीं जाते नहीं बल्कि परमात्मा में लीन हो जाते हैं। सती स्त्रियां, युद्ध में मारे गए वीर और उत्तरायण के शुक्ल-मार्ग से जाने वाले योगी मुक्त हो जाते हैं। #गीता में शुक्ल तथा कृष्ण मार्ग कहकर दो गतियों का वर्णन है:- ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ जिनमें वासना शेष है, वे धुएं, रात्रि, कृष्णपक्ष, दक्षिणायन के देवताओं द्वारा ले जाए जाते हैं। ऊर्ध्वलोक में अपने पुण्य भोगकर वे फिर पृथ्वी पर जन्म लेते हैं। जिनमें कोई वासना शेष नहीं है, वे अग्नि, दिन, शुक्लपक्ष, उत्तरायण के देवताओं द्वारा ले जाये जाते हैं। वे फिर पृथ्वी पर जन्म लेकर नहीं लौटते हैं। #पितृलोक :- ~~~~~~~~ यह एक प्रकार का प्रतीक्षालोक है। एक जीव को पृथ्वी पर जिस माता-पिता से जन्म लेना है, जिस भाई-बहिन व पत्नी को पाना है, जिन लोगों के द्वारा उसे सुख-दु:ख मिलना है; वे सब लोग अलग-अलग कर्म करके स्वर्ग या नरक में हैं। जब तक वे सब भी इस जीव के अनुकूल योनि में जन्म लेने की स्थिति में न आ जाएं, इस जीव को प्रतीक्षा करनी पड़ती है। पितृलोक इसलिए एक प्रकार का प्रतीक्षालोक है। #प्रेतलोक :- ~~~~~~~~ यह नियम है कि मनुष्य की अंतिम इच्छा या भावना के अनुसार ही उसे गति प्राप्त होती है। जब मनुष्य किसी प्रबल राग-द्वेष, लोभ या मोह के आकर्षण में फंसकर देह त्यागता है तो वह उस राग-द्वेष के बंधन में बंधा आस-पास ही भटकता रहता है। वह मृत पुरुष वायवीय देह पाकर बड़ी यातना भरी योनि प्राप्त करता है। ।। इसीलिए कहा जाता है–‘अंत मति सो गति ।। 🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾 🌺 🌾 🌺 🌾 🌺 🌿🌼 जय जय रघु नंदन जय जय सियाराम जी 🌼🌿 👏 सुप्रभात वंदन अभिनंदन भाइयों 🙏

 #बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम #संगरिया #हनुमानगढ़ #राजस्थान  में मेरी #प्यारी प्यारी #ताई अपना #दुखी #मन से बताते हुए । *आश्रम के निर्माण में सहयोग करें* *संगरिया इलाके में इस तरह का चल रहा है पहला बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम* आप सभी को सूचित किया जाता है कि लावारिस, बेसहारा और मंदबुद्धि व्यक्तियों माता बहिन की देखभाल की सेवा के लिए संगरिया इलाके में इस तरह का पहला आश्रम संगरिया हनुमानगढ़ राजस्थान वार्ड नं 12 में चल  रहा है। आप जी अपनी नेक कमाई से इस आश्रम के निर्माण में सहयोग करके पुन्य के भागी बनें। सहयोग के लिए संपर्क करें :  9877264170 निम्नलिखित में से किसी भी सामान का सहयोग करें जी 👇 रजाई, गधे, गर्म स्वेटर, बेड, कनक, आटा दाल खांड चाय गैस सिलेंडर इत्यादि सहयोग के लिए संपर्क करें : 9780948925 ______________________ धनराशि का सहयोग करने के लिए इनमें से किसी भी माध्यम से सहयोग भेजा जा सकता है जी 👇 Paytm = * 9877264170  Google Pay =9877264170 _________________________ 👇 *गुगल पे*  *फोन पे*👇 *9877264170* ________________________ *जनहित में जारी* *बा...

#बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम #संगरिया #हनुमानगढ़ #राजस्थान में मेरी #प्यारी प्यारी #ताई अपना #दुखी #मन से बताते हुए । *आश्रम के निर्माण में सहयोग करें* *संगरिया इलाके में इस तरह का चल रहा है पहला बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम* आप सभी को सूचित किया जाता है कि लावारिस, बेसहारा और मंदबुद्धि व्यक्तियों माता बहिन की देखभाल की सेवा के लिए संगरिया इलाके में इस तरह का पहला आश्रम संगरिया हनुमानगढ़ राजस्थान वार्ड नं 12 में चल रहा है। आप जी अपनी नेक कमाई से इस आश्रम के निर्माण में सहयोग करके पुन्य के भागी बनें। सहयोग के लिए संपर्क करें : 9877264170 निम्नलिखित में से किसी भी सामान का सहयोग करें जी 👇 रजाई, गधे, गर्म स्वेटर, बेड, कनक, आटा दाल खांड चाय गैस सिलेंडर इत्यादि सहयोग के लिए संपर्क करें : 9780948925 ______________________ धनराशि का सहयोग करने के लिए इनमें से किसी भी माध्यम से सहयोग भेजा जा सकता है जी 👇 Paytm = * 9877264170 Google Pay =9877264170 _________________________ 👇 *गुगल पे* *फोन पे*👇 *9877264170* ________________________ *जनहित में जारी* *बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम (रजि.)* *वार्ड, नं 12 संगरिया* जिस प्रकार हजारों की संख्या में #बछड़ा अपने #मां को ढूंढ लेता है इसी प्रकार आपके द्वारा किया गया #कर्म आपको ढूंढ लेगा। अच्छे कर्म करते रहिए , कर्म से डरे , #ईश्वर से नहीं। । 🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺* ।। मनुष्य के कर्मों का साक्षी कौन है ? ।। 🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺 👏मृत्युलोक में प्राणी अकेला ही पैदा होता है, अकेले ही मरता है। प्राणी का धन-वैभव घर में ही छूट जाता है। मित्र और स्वजन श्मशान में छूट जाते हैं। शरीर को अग्नि ले लेती है। पाप-पुण्य ही उस जीव के साथ जाते हैं। अकेले ही वह पाप-पुण्य का भोग करता है परन्तु धर्म ही उसका अनुसरण करता है। ‘शरीर और गुण (पुण्यकर्म) इन दोनों में बहुत अंतर है, क्योंकि शरीर तो थोड़े ही दिनों तक रहता है किन्तु गुण प्रलयकाल तक बने रहते हैं। जिसके गुण और धर्म जीवित हैं, वह वास्तव में जी रहा है।’ #पाप और #पुण्य :- ~~~~~~~~~~~~ वेदों में जिन कर्मों का विधान है, वे धर्म (पुण्य) हैं और उनके विपरीत कर्म अधर्म (पाप) कहलाते हैं। मनुष्य एक दिन या एक क्षण में ऐसे पुण्य या पाप कर सकता है कि उसका भोग सहस्त्रों वर्षों में भी पूर्ण न हो। #मनुष्य के कर्म के चौदह साक्षी :- ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ सूर्य, अग्नि, आकाश, वायु, इन्द्रियां, चन्द्रमा, संध्या, रात, दिन, दिशाएं, जल, पृथ्वी, काल और धर्म–ये सब मनुष्य के कर्मों के साक्षी हैं। सूर्य रात्रि में नहीं रहता और चन्द्रमा दिन में नहीं रहता, जलती हुई अग्नि भी हरसमय नहीं रहती; किन्तु रात-दिन और संध्या में से कोई एक तो हर समय रहता ही है। दिशाएं, आकाश, वायु, पृथ्वी, जल सदैव रहते हैं, मनुष्य इन्हें छोड़कर कहीं भाग नहीं सकता, इनसे छुप नहीं सकता। मनुष्य की इन्द्रियां, काल और धर्म भी सदैव उसके साथ रहते हैं। कोई भी कर्म किसी-न किसी इन्द्रिय द्वारा किसी-न-किसी समय (काल) होगा ही। उस कर्म का प्रभाव मनुष्य के ग्रह-नक्षत्रों व पंचमहाभूतों पर पड़ता है। जब मनुष्य कोई गलत कार्य करता है तो धर्मदेव उस गलत कर्म की सूचना देते हैं और उसका दण्ड मनुष्य को अवश्य मिलता है। #कर्म से ही देह मिलता है :- ~~~~~~~~~~~~~~ पृथ्वी पर जो मनुष्य-देह है उसमें एक सीमा तक ही सुख या दु:ख भोगने की क्षमता है। जो पुण्य या पाप पृथ्वी पर किसी मनुष्य-देह के द्वारा भोगने संभव नही, उनका फल जीव स्वर्ग या नरक में भोगता है। पाप या पुण्य जब इतने रह जाते हैं कि उनका भोग पृथ्वी पर संभव हो, तब वह जीव पृथ्वी पर किसी देह में जन्म लेता है। कर्मों के अवशेष भाग को भोगने के लिए मनुष्य मृत्युलोक में स्थावर-जंगम अर्थात् वृक्ष, गुल्म (झाड़ी), लता, बेल, पर्वत और तृण–आदि योनि प्राप्त करता है। ये सब दु:खों के भोग की योनियां हैं। वृक्षयोनि में दीर्घकाल तक सर्दी-गर्मी सहना, काटे जाने व अग्नि में जलाये जाने सम्बधी दु:ख भोगना पड़ता है। यदि जीव कीटयोनि प्राप्त करता है तो अपने से बलवान प्राणियों द्वारा दी गयी पीड़ा सहता है, शीत-वायु और भूख के क्लेश सहते हुए मल-मूत्र में विचरण करना आदि दारुण दु:ख उठाता है। इसी तरह से पशुयोनि में आने पर अपने से बलवान पशु द्वारा दी गयी पीड़ा का कष्ट पाता रहता है। पक्षी की योनि में आने पर कभी वायु पीकर रहना तो कभी अपवित्र वस्तुओं को खाने का कष्ट उठाना पड़ता है। यदि भार ढोने वाले पशुओं की योनि में जीव आता है तो रस्सी से बांधे जाने, डण्डों से पीटे जाने व हल जोतने का दारुण दु:ख जीव को सहना पड़ता है। #विभिन्न पापयोनियां :- ~~~~~~~~~~~~ इस संसार-चक्र में मनुष्य घड़ी के पेण्डुलम की भांति विभिन्न पापयोनियों में जन्म लेता और मरता है– –माता-पिता को कष्ट पहुंचाने वाले को कछुवे की योनि में जाना पड़ता है। –मित्र का अपमान करने वाला गधे की योनि में जन्म लेता है। –छल-कपट कर जीवनयापन करने वाला बंदर की योनि में जाता है। –अपने पास रखी किसी की धरोहर को हड़पने वाला मनुष्य कीड़े की योनि में जन्म लेता है। –विश्वासघात करने से मनुष्य को मछली की योनि मिलती है। –विवाह, यज्ञ आदि शुभ कार्यों में विघ्न डालने वाले को कृमियोनि मिलती है। –देवता, पितर व ब्राह्मणों को भोजन न कराकर स्वयं खा लेता है वह काकयोनि (कौए) में जाता है। #दुर्लभ है मनुष्ययोनि :- ~~~~~~~~~~~~~ इस प्रकार बहुत-सी योनियों में भ्रमण करके जीव किसी महान पुण्य के कारण मनुष्ययोनि प्राप्त करता है। मनुष्ययोनि प्राप्त करके भी यदि दरिद्र, रोगी, काना या अपाहिज जीवन मिले तो बहुत अपमान व कष्ट भोगना पड़ता है। इसलिए दुर्लभ मनुष्य जन्म पाकर संसार-बंधन से मुक्त होने के लिए प्राणी को भगवान कृष्ण की सेवा-आराधना करनी चाहिए क्योंकि वे ही कर्मफल के दाता व संसार-बंधन से छुड़ाने वाले मोक्षदाता हैं। भगवान विष्णु के जो-जो स्वरूप हैं, उनकी भक्ति करने से मनुष्य संसार-सागर आसानी से पार कर परमधाम को प्राप्त करता है। ।। भगवान विष्णु ने बताया संसार-सागर से पार होने का उपाय :-।। भगवान विष्णु ने संसार-सागर से पार होने का उपाय भगवान रुद्र को बताते हुए कहा कि ‘विष्णुसहस्त्रनाम’ स्तोत्र से मेरी नित्य स्तुति करने से मनुष्य भवसागर को सहज ही पार कर लेता है। ‘जिनका मन भगवान विष्णु की भक्ति में अनुरक्त है, उनका अहोभाग्य है, अहोभाग्य है; क्योंकि योगियों के लिए भी दुर्लभ मुक्ति उन भक्तों के हाथ में ही रहती है।’ (नारदपुराण) #भक्तों की गति :- ~~~~~~~~~~ भक्त अपने आराध्य के लोक में जाते हैं। भगवान के लोक में कुछ भी बनकर रहना सालोक्य-मुक्ति है। भगवान के समान ऐश्वर्य प्राप्त करना सार्ष्टि-मुक्ति है। भगवान के समान रूप पाकर वहां रहना सारुप्य-मुक्ति है। भगवान के आभूषणादि बनकर रहना सामीप्य-मुक्ति कहलाती है। भगवान के श्रीविग्रह में मिल जाना सायुज्य-मुक्ति है। जिस जीव को भगवान का धाम प्राप्त हो जाता है, वह भगवान की इच्छा से उनके साथ या अलग से संसार में दिव्य जन्म ले सकता है। वह कर्मबन्धन में नहीं बंधा होता है। संसार में भगवत्कार्य समाप्त करके वह पुन: भगवद्धाम चला जाता है। #मुक्त पुरुष :- ~~~~~~~ मनुष्य बिना कर्म किए रह नहीं सकता। कर्म करेगा तो पाप-पुण्य दोनों होंगे। लेकिन जो मनुष्य सबमें भगवत्दृष्टि रखकर भगवान की सेवा के लिए, उनकी आज्ञा का पालन करने के लिए और भगवान की प्रसन्नता के लिए कर्म करता है तो उसके कर्म भी अकर्म बन जाते हैं और कर्म-बंधन में नहीं बांधते हैं। वह संसार में रहते हुए भी नित्यमुक्त है। तत्त्वज्ञानी पुरुष संसार के आवागमन से मुक्त हो जाते हैं। उनके प्राण निकलकर कहीं जाते नहीं बल्कि परमात्मा में लीन हो जाते हैं। सती स्त्रियां, युद्ध में मारे गए वीर और उत्तरायण के शुक्ल-मार्ग से जाने वाले योगी मुक्त हो जाते हैं। #गीता में शुक्ल तथा कृष्ण मार्ग कहकर दो गतियों का वर्णन है:- ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ जिनमें वासना शेष है, वे धुएं, रात्रि, कृष्णपक्ष, दक्षिणायन के देवताओं द्वारा ले जाए जाते हैं। ऊर्ध्वलोक में अपने पुण्य भोगकर वे फिर पृथ्वी पर जन्म लेते हैं। जिनमें कोई वासना शेष नहीं है, वे अग्नि, दिन, शुक्लपक्ष, उत्तरायण के देवताओं द्वारा ले जाये जाते हैं। वे फिर पृथ्वी पर जन्म लेकर नहीं लौटते हैं। #पितृलोक :- ~~~~~~~~ यह एक प्रकार का प्रतीक्षालोक है। एक जीव को पृथ्वी पर जिस माता-पिता से जन्म लेना है, जिस भाई-बहिन व पत्नी को पाना है, जिन लोगों के द्वारा उसे सुख-दु:ख मिलना है; वे सब लोग अलग-अलग कर्म करके स्वर्ग या नरक में हैं। जब तक वे सब भी इस जीव के अनुकूल योनि में जन्म लेने की स्थिति में न आ जाएं, इस जीव को प्रतीक्षा करनी पड़ती है। पितृलोक इसलिए एक प्रकार का प्रतीक्षालोक है। #प्रेतलोक :- ~~~~~~~~ यह नियम है कि मनुष्य की अंतिम इच्छा या भावना के अनुसार ही उसे गति प्राप्त होती है। जब मनुष्य किसी प्रबल राग-द्वेष, लोभ या मोह के आकर्षण में फंसकर देह त्यागता है तो वह उस राग-द्वेष के बंधन में बंधा आस-पास ही भटकता रहता है। वह मृत पुरुष वायवीय देह पाकर बड़ी यातना भरी योनि प्राप्त करता है। ।। इसीलिए कहा जाता है–‘अंत मति सो गति ।। 🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾🌺🌾 🌺 🌾 🌺 🌾 🌺 🌿🌼 जय जय रघु नंदन जय जय सियाराम जी 🌼🌿 👏 सुप्रभात वंदन अभिनंदन भाइयों 🙏

#पानी में मीन पियासी, बात यह सुन के आवे #हांसी... #मृग-नाभि में है #कस्तूरी, फिर भी बन बन फिरत उदास... 🌹🌹🌹🌹🌹#बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम की #अध्यक्ष #श्रीमती वनिता #कासनियां #पंजाब #संगरिया #राजस्थान #सरकार #हरियाणा 🌹🌹🌹🌹🌹🌹 जल में रहते हुए क्या #मछली #प्यासी रह सकती है, वैसे ही हम संसार में रहते हुए, संसार के सभी गुण - अवगुण से विमुक्त नहीं रह सकते, 🌹🌹🌹🌹🌹🌹मृग के नाभी में कस्तुरी होने के बावजूद वह उसकी चाह में दर दर भटकता है, मृग हम ही हैं और यह संसार है वन, हमारे अंदर ही वह कस्तूरी हैं और हम मृग की तरह जगह-जगह भटक कर उसे खौझ रहे हैं... 🌹🌹🌹🌹 हमारे #जीवन मे प्रभु ने हमें जो दिया है, उसे किस तरह में इस्तेमाल करते हैं , यह हम पर निर्भर है, ठीक ढ़ंग से इस्तेमाल करेंगे तो आनंद मिलेगा, गलत ढ़ंग से इस्तेमाल करेंगे तो जीवन में दुख मिलेगा ... 🌹🌹🌹🌹🌹 जैसे प्रकृति के #सोंदर्य का आनंद लेते रहना चाहिए, उसी प्रकार #संसार में रहते हुए उसका आनंद लेना चाहिए, दुःख तो सब के जीवन में आता है, लेकिन सुख का अनुभव सब नहीं कर पाते... 🌹🌹🌹🌹 #आनंद से रहना चाहिए, अगर न मिले तो खौज लेना चाहिए, क्योंकि आनंद में जीदंगी व्यस्थित हो सके इसके लिए प्रभु ने सब कुछ दिया है...🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓 💕 ज़िन्दगी की #खूबसुरती तुम्हारे साथ होने में है .💕#आँखों की #खूबसुरती तुम्हारा #दीदार करने में है . 💕 💕💕💕होठों की खूबसुरती तुम्हारा नाम जपने में है . 💕दिल की खूबसुरती तुमें प्यार करने में है और इस तन की खूबसुरती तुम्हारी #सेवा करने में है . 💕हे *मेरे राधा #केशव* 💕 💕💕💕एक तुम्हारे सिवा इनमें से तो कुछ भी नहीं है मेरे पास . 💕फिर किस विधी से तुम्हें रिझाऊं..💕जय श्री #कृष्णा 💕 💓💓💓💓💓💓🌹🙏 जय श्री राधे कृष्णा 🙏🌹जय श्री राधे कृष्ण.....💞#अमरीका #रूस #जापान#delhiconnects #delhiconnectschallenge #photographychalenge

#पानी में मीन पियासी, बात यह सुन के आवे #हांसी...  #मृग-नाभि में है #कस्तूरी, फिर भी बन बन फिरत उदास...                     🌹🌹🌹🌹🌹 #बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम की #अध्यक्ष #श्रीमती वनिता #कासनियां #पंजाब #संगरिया #राजस्थान #सरकार #हरियाणा                   🌹🌹🌹🌹🌹🌹           जल में रहते हुए क्या #मछली #प्यासी रह सकती है, वैसे ही हम संसार में रहते हुए, संसार के सभी गुण - अवगुण से विमुक्त नहीं रह सकते,                       🌹🌹🌹🌹🌹🌹 मृग के नाभी में कस्तुरी होने के बावजूद वह उसकी चाह में दर दर भटकता है, मृग हम ही हैं और यह संसार है वन, हमारे अंदर ही वह कस्तूरी हैं और हम मृग की तरह जगह-जगह भटक कर उसे खौझ रहे हैं... 🌹🌹🌹🌹          हमारे #जीवन मे प्रभु ने हमें जो दिया है, उसे किस तरह में इस्तेमाल करते हैं , यह हम पर निर्भर है, ठीक ढ़ंग से इस्तेमाल करेंगे तो आनंद ...

#संगरिया बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब द्वारा संगरिया राजस्थानसंगरिया के वार्ड 4 में स्थापित माता भद्रकाली एवं महाकाली माता का मंदिर अपने आप में अनूठा और सबसे ऊंचा है। खास बात यह है कि इसकी ऊंचाई 275 फीट है। दावा किया जा रहा है कि देश में मां के सभी मंदिरों से इसकी ऊंचाई सबसे ज्यादा है। इसी तरह का काली मां का एक मंदिर बिहार के अररिया जिले में है, जिसकी ऊंचाई 152 फीट है। संगरिया के 21 मंजिला इस मंदिर की इमारत के आखिर में गुंबद है। करीब 24 साल से इस मंदिर का निर्माण चल रहा है। बड़ी बात ये है कि इसके निर्माण के लिए अभी तक किसी से कोई सहयोग नही मांगा गया, भक्तों ने अपनी इच्छा अनुसार निर्माण सामग्री का योगदान दिया है। मंदिर निर्माण कर्ता संस्थापक एवं संचालनकर्ता श्री परमपूज्य तपस्वी राज श्री श्री 1008 बाबा सेवादास महाराज के शिष्य श्री श्री 108 मौनी बाबा शीतलदास महाराज उदासीन निर्वाण श्री पंचायती अखाड़ा बताते हैं कि मंदिर में माता भद्रकाली और माता महाकाली की प्रतिमाएं हैं। इसके अलावा श्री काल भैरव सिद्पीठ का प्राचीन मंदिर, श्री श्री 1008 बाबा सेवादास महाराज उदासीन निर्वाण श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा ब्रह्मालीन का भव्य गुरु मंदिर (समाधि) भी स्थापित है। मंदिर में कृष्ण-राधा, शिव पार्वती, हनुमान जी के साथ प्रत्येक देवी-देवता और सभी ऋषि मुनियों की प्रतिमाएं स्थापित हैं। ऐसे हुई शुरूआत...1995 में हुई शुरुआत, अब तक चल रहा सुधार का काम: माता भद्रकाली महाकाली माता के मंदिर के निर्माण कार्य की शुरुआत 24 जनवरी 1995 में हुई। दिनांक 22 मार्च 2012 को श्री महाकाली माता की मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। इसमें श्री काल भैरवनाथ भगवान के मंदिर की नींव 7 अप्रैल 1992 को रखी गई। उसके बाद करीब 9 वर्ष तक निर्माण कार्य चला। 9 नवंबर 2000 में प्राण-प्रतिष्ठा हुई। मौनी बाबा शीतलदास महाराज ने बताया कि मन में हमेशा इच्छा थी कि संगरिया में श्री भद्रकाली-महाकाली माता का भव्य मंदिर बने। इसी पर काम शुरू किया तो सब साथ जुड़ते गए। 24 साल से मंदिर में काम जारी है। किसी से भी कोई राशि नहीं ली गई। सब काम लोगों ने इच्छानुसार कराए हैं।

#संगरिया बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब द्वारा संगरिया राजस्थानसंगरिया के वार्ड 4 में स्थापित माता भद्रकाली एवं महाकाली माता का मंदिर अपने आप में अनूठा और सबसे ऊंचा है। खास बात यह है कि इसकी ऊंचाई 275 फीट है। दावा किया जा रहा है कि देश में मां के सभी मंदिरों से इसकी ऊंचाई सबसे ज्यादा है। इसी तरह का काली मां का एक मंदिर बिहार के अररिया जिले में है, जिसकी ऊंचाई 152 फीट है। संगरिया के 21 मंजिला इस मंदिर की इमारत के आखिर में गुंबद है। करीब 24 साल से इस मंदिर का निर्माण चल रहा है। बड़ी बात ये है कि इसके निर्माण के लिए अभी तक किसी से कोई सहयोग नही मांगा गया, भक्तों ने अपनी इच्छा अनुसार निर्माण सामग्री का योगदान दिया है।  मंदिर निर्माण कर्ता संस्थापक एवं संचालनकर्ता श्री परमपूज्य तपस्वी राज श्री श्री 1008 बाबा सेवादास महाराज के शिष्य श्री श्री 108 मौनी बाबा शीतलदास महाराज उदासीन निर्वाण श्री पंचायती अखाड़ा बताते हैं कि मंदिर में माता भद्रकाली और माता महाकाली की प्रतिमाएं हैं। इसके अलावा श्री काल भैरव सिद्पीठ का प्राचीन मंदिर, श्री श्री 1008 बाबा सेवादास...

प्रिय बापू, आप आज ज़िंदा होते तो शायद मेरे इन प्रश्नो के उत्तर दे पाते।बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब संगरिया राजस्थान1. आप एक काले आदमी लंदन में रहकर बिना किसी परेशानी के गोरो के साथ पढ़ते, होस्टल के एक कमरे में रहते हैं, एक मेस में खाते है फिर अचानक ट्रेन में एक साथ सफर करने में फेंक दिए जाते है? क्यूँ? ये बात कतई हजम नही हुई। 2. फिर आप वही काले भारतीय उन्हीं गोरों की सेना में सार्जेंट मेजर बनते हैं और दक्षिण अफ्रीका में ब्रिटिश बोर वार में आपकी तैनाती एम्बुलेंस यूनिट में होती है जहां आप लड़ाई में गोरों का कालों के विर्रुध साथ देते हैं। मिलिट्री यूनिफॉर्म में आपकी की फोटो पूरे इंटरनेट उपलब्ध है। सार्जेंट मेजर गांधी लिखकर सर्च कर लीजिए। 3. फिर आप में अचानक 46 वर्ष की उम्र में 1915 में देशप्रेम जागा और मिलिट्री यूनिफार्म उतारकर आपको बैरिस्टर घोषित कर दिया गया। (रानी लक्ष्मी बाई, खुदीराम बोस, बिस्मिल, भगतसिंह और आजाद जैसे अनेकों देशभक्तों की 25 की उम्र आते आते तक शहादत हो गई थी।) 4. फिर आपको महात्मा बुद्ध की तरह शांति अहिंसा का दूत बनाकर दक्षिण अफ्रीका से सीधे चंपारण भेज दिया जाता है जहाँ नील उगाने वाले किसानों के आंदोलन को आप हैक कर लेते हैं। हिंसक होते आंदोलन को अहिंसा शांति के फुस्स आंदोलन में बदल देते हैं। क्यूँ?5. आप महात्मा बुद्ध की तरह दिन में एक धोती लपेट कर शांति अहिंसा के नाम पर भारतीयों के आजादी के लिये होनेवाले हर उग्र आंदोलन की हवा निकाल कर उसे बिना किसी परिणाम के अचानक समाप्त कर देते हैं और अंग्रेज चैन की सांस लेते रहते हैं। क्यूँ?6. नंगा फकीर बनकर अपने साथ अपनी बेटी भतीजी के अलावा अनेक औरतों के साथ खुद पर परीक्षण करने के लिये नंगे सोते हैं और अपने सेल्फ़-कंट्रोल को टेस्ट करते हैं। कौनसा महात्मा ऐसा करता है?(यह अपनी पुस्तक "सत्य के साथ मेरे प्रयोग" में उन्होंने खुद स्वीकार किया है।)7. आप अहिंसा के पुजारी, प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध में अंग्रेजों का खुला साथ देते हैं और अपने अहिंसा के सिध्दांतों को दरकिनार करके भारतीयों को कहते हैं सेना में भर्ती हो जाओ और युद्ध करो ताकि ब्रिटिश राज बचा रहे। तब अहिंसा आड़े नहीं आयी? 8. इसी अहिंसा की ख़ातिर नेताजी का कांग्रिस से इस्तीफ़ा दिला दिया? जब अंग्रेजों की तरफ से लड़ना अहिंसा है तो अपने देश के लिये लड़ना क्यों बुरा था?9. दिल्ली के मंदिर में कुरान पढ़ने की जिद पूरी करने के लिए पुलिस बुला लेते हैं पर कभी मस्जिद में गीता या रामायण नहीं पढ़ने की हिम्मत जुटा पाते। पाकिस्तान को 55 करोड़ और आज के बांग्लादेश जाने 15 KM चौड़ा कॉरिडोर जिसके दोनों तरफ 10 KM तक केवल मुस्लिम ही जमीन खरीद सके उसकी जिद पकड़कर अनशन करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करते हैं। यही अनशन आपने पाकिस्तान ना बनने के लिए क्यूँ नहीं किया?बापूजी सत्य यह है आपके अहिंसा के पाठ सिर्फ़ हिंदुओ के ही लिए थे जिन्होंने हिंदुओ को नपुंसक बना दिया। वहाँ पंजाब, सिंध, केरल में हिंदू मरते रहे, भगत सिंह सूली चड़ गया मगर आपने अनशन नहीं दिए। शुक्र है आप इज़राइल नहीं गए और वहाँ अपने अहिंसा के भजन नहीं गाए, नहीं तो वहाँ के यहूदियों का अब तक अस्तित्व ख़त्म हो गया होता और वो बंब की जगह चरखे फेंक रहे होते।

प्रिय बापू, आप आज ज़िंदा होते तो शायद मेरे इन प्रश्नो के उत्तर दे पाते। बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब संगरिया राजस्थान 1. आप एक काले आदमी लंदन में रहकर बिना किसी परेशानी के गोरो के साथ पढ़ते, होस्टल के एक कमरे में रहते हैं, एक मेस में खाते है फिर अचानक ट्रेन में एक साथ सफर करने में फेंक दिए जाते है? क्यूँ? ये बात कतई हजम नही हुई।  2. फिर आप वही काले भारतीय उन्हीं गोरों की सेना में सार्जेंट मेजर बनते हैं और दक्षिण अफ्रीका में ब्रिटिश बोर वार में आपकी तैनाती एम्बुलेंस यूनिट में होती है जहां आप लड़ाई में गोरों का कालों के विर्रुध साथ देते हैं। मिलिट्री यूनिफॉर्म में आपकी की फोटो पूरे इंटरनेट उपलब्ध है। सार्जेंट मेजर गांधी लिखकर सर्च कर लीजिए।  3. फिर आप में अचानक 46 वर्ष की उम्र में 1915 में देशप्रेम जागा और मिलिट्री यूनिफार्म उतारकर आपको बैरिस्टर घोषित कर दिया गया। (रानी लक्ष्मी बाई, खुदीराम बोस, बिस्मिल, भगतसिंह और आजाद जैसे अनेकों देशभक्तों की 25 की उम्र आते आते तक शहादत हो गई थी।)  4. फिर आपको महात्मा बुद्ध की तरह शांति अहिंसा का दूत...

#बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम #संगरिया #राजस्थान की #टीम की #तरफ से #आम #आदमी #पार्टी के #दिग्गज #नेता #भगवंत_मान को #पंजाब के #मुख्यमंत्री बनने पर #दिल की #गहराईयों से #हार्दिक #शुभकामनाएं अकेले ही चले थे जानिब-ए-मंज़िल मगरलोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गयाVnita Vnita Punjab खुशी है कि 26 नवंबर 2012 को "संस्थापक सदस्य" के रूप में हम सब साथियों ने "अच्छी राजनीति" के लिये "#आम_आदमी_पार्टी" रूपी जो पौधा रोपा था; वह अब वटवृक्ष बन रहा है, जो अन्य पार्टियों की जन विमुख राजनीति से त्रस्त हो चुकी जनता को "उम्मीद" की ठंडी छाँव मुहैया करा रही है। हासिये पर धकेल दिये गये गरीब, बेसहारा, शोषितों को अब आम आदमी पार्टी से ही आशा शेष बची है। दिल्ली की जनता के प्रचण्ड बहुमत से अस्तित्व में आई "केजरीवाल सरकार" के "गवर्नेंस मॉडल" पर अब #पंजाब की जनता ने भी भारी बहुमत से विश्वास जताया है। आम आदमी पार्टी को मौका देने के लिये हम सभी पंजाब की जनता का हृदय से धन्यवाद करते हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि पंजाब में भाई #भगवंत_मान जी-जान लगाकर शानदार काम करेंगे।2022 के विधानसभा चुनावों ने जहाँ आम आदमी पार्टी को "राष्ट्रीय पार्टी" का दर्जा प्रदान किया है, वहीं अन्य राज्यों में आम आदमी पार्टी के विस्तार को भी नई ऊर्जा प्रदान की है। आम आदमी पार्टी का काफ़िला निरंतर अग्रसर है। #गोवा के मतदाताओं ने भी पार्टी को आशीर्वाद दिया है। पूरा विश्वास है कि आगामी वर्षों में वहाँ भी सरकार बनाने का अवसर जनता प्रदान करेगी। गुजरात, हिमाचल, हरियाणा, मप्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान सहित कई अन्य राज्यों में पार्टी की संगठनात्मक गतिविधियों को जनता का अच्छा समर्थन मिलता रहा है, विश्वास है आगे जनता चुनावों में भी भरपूर समर्थन प्रदान करेगी। इसी माह #राज्यसभा की रिक्त हुई सीटों के भी चुनाव होने हैं और उसमें 3-4 सांसद आम आदमी पार्टी के निर्वाचित होना तय है। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के पहले से ही राज्यसभा में 3 सांसद हैं। इस तरह देश की राजनीति में भी अब आम आदमी पार्टी धीरे-धीरे मजबूत स्तंभ के रूप में उभर रही है।पंजाब की जीत एक अहम पड़ाव है लेकिन राजनीति में सकारात्मक बदलाव की यात्रा अभी बहुत बाक़ी है, संघर्ष अभी बहुत बाकी है.... और हम सबका हौसला भी अभी बहुत बाकी है।Vnita Kasnia Punjab पंजाब #मुख्यमंत्री #भगवंतमान स्पेशल ❤बीबी साथ छोड़ कर चली गई बोली नेता बनोगे तो मैं साथ नहीं रहूँगी बंदा नहीं माना, चुनाव लड़ा बीबी छोड़ कर चली गई लेकिन माँ साथ रही❤माँ साथ रही तो आज बेटा चीफ़ मिनिस्टर बन गया ये तस्वीर आज की है, माँ मंच पर आयी तो बेटा रोने लगा ❤याद है साल 2017 का वो दिन जब जलालाबाद में भगवंत मान जी की माता जी दिन रात प्रचार करती थी बेटा तब हार गया था पर माँ ने हार नहीं मानी ❤ वनिता एक मां ने आखीर आज बेटे को CM बना ही दिया 💪फ़िलहाल पंजाब फतह मुबारक हो ✌️❤️~ #Vnita#पंजाब_चुनाव_परिणाम - #बधाई तो बनती है ।।पंजाब के चुनाव परिणाम चौकाने वाले है, लेकिन ये परिणाम सकारात्मक सोच, मेहनत और ईमानदारी के है । दूसरी तरफ पंजाब के 100 % लोगो ने सोच बना ली थी कि अबकी बार परिवर्तन जरूरी है और वो भी एक नई पार्टी के साथ, ना कि पुरानी पार्टियों के साथ । पंजाबियों की सोच के मुताबिक रिजल्ट भी आया और रिजल्ट भी पूरी बड़ी अंतर की जीत के साथ आया, जो किसी ने सोचा भी नही था । मैं जब भी पंजाब गयी तो एक स्लोगन देखा था आम आदमी पार्टी का- "#एक_मौका_केजरीवाल_को" । इस स्लोगन ने और मुख्यमंत्री #भगवंत_मान को घोषित करना, इन दोनों चीजो ने लोगो के दिलो पर राज किया । पंजाब में लोगो से जब बात होती थी तो बोलते थे कि पंजाब के गांवों में 80% वोट अकेले आप को गए है, लेकिन ये बात गले नही उतरती थी कि इतने वोट % कैसे आ सकता है । वाकई परिणाम लोगो की सोच के अनुरूप रहा है और आम आदमी पार्टी की सरकार भगवंत मान जी के नेतृत्व में बनने जा रही है । मैं समस्त पंजाब #वासियो को और #आम_आदमी पार्टी को बहुत बहुत बधाई देती हूं और उम्मीद है कि वादों के मुताबिक सरकार अपना काम करेगी और लोगो के उम्मीदों पर खरा उतरेगी ।।जीत का जश्न दिल्ली के मुख्यमंत्री एवम पार्टी संयोजक श्री अरविन्द केजरीवाल जी के ...पार्टी मुख्यालय ITO पर, पंजाब की जनता ने झाड़ू और पोंछा दोनों हीं लगा दिया है।पंजाब के भावी मुख्यमंत्री #भगवंत_मान जी को बहुत बहुत बधाई।अब होगा पंजाब में "शहीद भगतसिंह" एवम बाबा साहब "भीम राव अम्बेडकर" के सपने साकार।#इंकलाब_जिन्दाबाद#punjabelections2022बहुत बहुत बधाई

#बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम #संगरिया #राजस्थान की #टीम की #तरफ से #आम #आदमी #पार्टी के #दिग्गज #नेता #भगवंत_मान को #पंजाब के #मुख्यमंत्री बनने पर #दिल की #गहराईयों से #हार्दिक #शुभकामनाएं  अकेले ही चले थे जानिब-ए-मंज़िल मगर लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया Vnita Vnita Punjab  खुशी है कि 26 नवंबर 2012 को "संस्थापक सदस्य" के रूप में हम सब साथियों ने "अच्छी राजनीति" के लिये "#आम_आदमी_पार्टी" रूपी जो पौधा रोपा था; वह अब वटवृक्ष बन रहा है, जो अन्य पार्टियों की जन विमुख राजनीति से त्रस्त हो चुकी जनता को "उम्मीद" की ठंडी छाँव मुहैया करा रही है। हासिये पर धकेल दिये गये गरीब, बेसहारा, शोषितों को अब आम आदमी पार्टी से ही आशा शेष बची है।  दिल्ली की जनता के प्रचण्ड बहुमत से अस्तित्व में आई "केजरीवाल सरकार" के "गवर्नेंस मॉडल" पर अब #पंजाब की जनता ने भी भारी बहुमत से विश्वास जताया है। आम आदमी पार्टी को मौका देने के लिये हम सभी पंजाब की जनता का हृदय से धन्यवाद करते हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि पंजाब में भाई #भगवंत_मान जी-जान लगाकर शानदार ...

संदीप जाखड़ ने जताया वोटरों का आभारविकास कार्यों में नहीं आने दी जायेगी कोई रूकावटअबोहर, 10 मार्च (वनिता कासनियां पंजाब): अबोहर में कांग्रेस प्रत्याशी चौ. संदीप जाखड़ ने अपनी जीत के बाद सभी वोटरों का आभार जताया। उन्होंने पंजाब में आप की सरकार बनने पर आप नेताओं को बधाई दी और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आप पार्टी ने जो वायदे किये हैं उसपर खरी उतरेगी। उन्होंने कहा कि अबोहर में चल रहे विकास कार्यों में किसी प्रकार की रूकावट नहीं आने दी जायेगी। इसके अलावा अबोहर में चल रहे सफाई अभियान में निरंतर जारी रहेगा। संदीप जाखड़ ने कहा कि वह अबोहर की आभा को बहाल करने का हर संभव प्रयास करेंगे। इस मौके पर गुरजंट सिंह जंटा की टीम, लोकेश शर्मा, प्रिंस सोनू, विनय, अशोक शर्मा, अमन सिडाना, अतिंद्र पाल तिन्ना, कवि मदान, फायनांसर यूनियन के प्रधान रिंकू चुघ, दविंद्र सिंह, वार्ड नं. 23, गुरदीप सिंह, ओमप्रकाश, पार्षद पुनीत अरोड़ा, पार्षद अनिल कुमार, विनय कुमार, पार्षद भीष्म धूडिय़ा, अमल अजीमगढ़, प्रवीण रूबी, मोनू आर्य, शलील, विनय कुमार एमसी, पार्षद रिची, पार्षद मेहरचंद तनेजा, विनोद कुमार पप्पू, नरेश गोयल, गुरजंट सिंह जंटा वार्ड नं. 10, सुभाष नगर अबोहर, लक्की कामरेड, मोहनलाल ठठई, संजय जाखड़, डा. राजिन्द्र गिरधर, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मंगत राय बठला, कमल खुराना, पुनीत अरोड़ा सोनू, विकास सिंगला, डॉ सतीश नरूला, संदीप गोदारा, सचिन सेतिया, राजू बत्रा, कर्नल एसपीआर गाबा, नीरज सहगल, चीमा खुब्बन, मनीराम आडवाणी, धर्मवीर मलकट, प्रेम चुघ, दर्शी ग्रोवर, अतिन्दरपाल तिन्ना, रूबी परुथी, डॉ मुकेश, अमित सिंगला रुचि, नीरज सचदेवा, वेद प्रकाश अल्लाह, नीरज गोदारा, पार्षद राजाराम, पार्षद छिंदा, अनिल सियाग, वार्ड नं. 2 के पार्षद निर्मलजीत सिंह रिची, चंदर बांसल, विनय कुमार, अजय शर्मा, नरेंद्र वर्मा, राजेश बागड़ी, आकाशदीप अरोड़ा, समाज सेवी राकेश कलानी, सत्यनारायण सिंगला, मैट्रो कालोनी के प्रधान पृथ्वी राज, प्रवीण कुमार फौजी, बलदेव शर्मा उर्फ बिट्टु कैटरिंग वाले, शरमणप्रीत सिंह, बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान आर.एस. फोर, प्रिंस कुमार, गौरव कम्बोज, अमित चौधरी, बंटी, गुुलशन बघला, अजय गुप्ता, राजिंद्र गगनेजा, अनिल शर्मा, सुरेश, कमलेश, सुशील गर्ग जॉनी खत्री, विक्की, हरप्रीत सिंह बहल, सुरिंद्र सिंह बहल लारा रोहिला, समाज सेवी नरेश खुराना, रिंकू चुघ व उनकी धर्मपत्नी पूजा चुघ के अलावा पुष्पा कांटीवाल, सरिता अबरोल, नमिता सेतिया, दया धमीजा, रेणू चौधरी, रेणू बाला ने संदीप जाखड़ विजयी होने पर को बधाई दी। इस मौके पर महिलाओं ने संदीप जाखड़ की जीत पर जश्र मनाया ओर डांस किया।फोटो:4, मौके पर मौजूद महिलाएं व सम्बोधित करते संदीप जाखड़

संदीप जाखड़ ने जताया वोटरों का आभार विकास कार्यों में नहीं आने दी जायेगी कोई रूकावट अबोहर, 10 मार्च (वनिता कासनियां पंजाब): अबोहर में कांग्रेस प्रत्याशी चौ. संदीप जाखड़ ने अपनी जीत के बाद सभी वोटरों का आभार जताया। उन्होंने पंजाब में आप की सरकार बनने पर आप नेताओं को बधाई दी और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आप पार्टी ने जो वायदे किये हैं उसपर खरी उतरेगी। उन्होंने कहा कि अबोहर में चल रहे विकास कार्यों में किसी प्रकार की रूकावट नहीं आने दी जायेगी। इसके अलावा अबोहर में चल रहे सफाई अभियान में निरंतर जारी रहेगा। संदीप जाखड़ ने कहा कि वह अबोहर की आभा को बहाल करने का हर संभव प्रयास करेंगे। इस मौके पर गुरजंट सिंह जंटा की टीम, लोकेश शर्मा, प्रिंस सोनू, विनय, अशोक शर्मा, अमन सिडाना, अतिंद्र पाल तिन्ना, कवि मदान, फायनांसर यूनियन के प्रधान रिंकू चुघ, दविंद्र सिंह, वार्ड नं. 23, गुरदीप सिंह, ओमप्रकाश, पार्षद पुनीत अरोड़ा, पार्षद अनिल कुमार, विनय कुमार, पार्षद भीष्म धूडिय़ा, अमल अजीमगढ़, प्रवीण रूबी, मोनू आर्य, शलील, विनय कुमार एमसी, पार्षद रिची, पार्षद मेहरचंद तनेजा, विनोद कुमार पप्पू, नरेश गोयल, गुरजंट...

बल्लुआना व अबोहर विधानसभा क्षेत्र में शांतिपूर्वक हुई मतगणनापुलिस प्रशासन ने किए थे कड़े सुरक्षा प्रबंधअबोहर, 10 मार्च (वनिता कासनियां पंजाब): अबोहर व बल्लुआना विधानसभा क्षेत्र में पुलिस प्रशासन के कड़े सुरक्षा प्रबंधों के चलते मतगणना शांतिपूर्वक सम्पन्न हुई। पुलिस प्रशासन द्वारा मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे। एसडीएम अमित गुप्ता ने सभी स्टाफ व उम्मीदवारों को शांतिपूर्वक मतगणना में सहयोग करने पर आभार व्यक्त किया। एडीसी विक्रमजीत सिंह शेरगिल, पुलिस प्रभारी अबोहर हल्का अबोहर इंचार्ज एसपी क्राईम एंड वूमैन मैडम नवनीत कौर सिद्धू, व भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। डीएसपी बल्लुआना अवतार सिंह, डीएसपी संदीप सिंह, नगर थाना के प्रभारी गुरचरण सिंह, नगर थाना 2 के प्रभारी इंस्पैक्टर लेखराज, थाना खुईयांसरवर के प्रभारी मैडम राजवीर कौर, थाना सदर के प्रभारी मैडम इंद्रजीत कौर, थाना बहाववाला के प्रभारी मैडम मनप्रीत कौर, सीआईए स्टाफ 2 के प्रभारी जालंधर सिंह ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे। इसके अलावा महिला पुलिस व बीएसएफ की भी तैनाती की गई थी।फोटो:5, जानकारी देते एसडीएम व सुरक्षा प्रबंधों में जुटा पुलिस प्रशासन--बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब (वनिता कासनियां पंजाब द्वारा)क्राईम रिपोर्टर, kullar, जिला फाजिल्का (पंजाब)हर प्रकार की खबरें, विज्ञापन, जन्मदिन, सालगिरह, शोक बेदखली, बेदखली बहाल करवाने, कोर्ट नोटिस संदेश प्रकाशित करवाने के लिए सम्पर्क करें

बल्लुआना व अबोहर विधानसभा क्षेत्र में शांतिपूर्वक हुई मतगणना पुलिस प्रशासन ने किए थे कड़े सुरक्षा प्रबंध अबोहर, 10 मार्च (वनिता कासनियां पंजाब): अबोहर व बल्लुआना विधानसभा क्षेत्र में पुलिस प्रशासन के कड़े सुरक्षा प्रबंधों के चलते मतगणना शांतिपूर्वक सम्पन्न हुई। पुलिस प्रशासन द्वारा मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे। एसडीएम अमित गुप्ता ने सभी स्टाफ व उम्मीदवारों को शांतिपूर्वक मतगणना में सहयोग करने पर आभार व्यक्त किया। एडीसी विक्रमजीत सिंह शेरगिल, पुलिस प्रभारी अबोहर हल्का अबोहर इंचार्ज एसपी क्राईम एंड वूमैन मैडम नवनीत कौर सिद्धू, व भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। डीएसपी बल्लुआना अवतार सिंह, डीएसपी संदीप सिंह, नगर थाना के प्रभारी गुरचरण सिंह, नगर थाना 2 के प्रभारी इंस्पैक्टर लेखराज, थाना खुईयांसरवर के प्रभारी मैडम राजवीर कौर, थाना सदर के प्रभारी मैडम इंद्रजीत कौर, थाना बहाववाला के प्रभारी मैडम मनप्रीत कौर, सीआईए स्टाफ 2 के प्रभारी जालंधर सिंह ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे। इसके अलावा महिला पुलिस व बीएसएफ की भी तैनाती की गई थी। फोटो:5, जानकारी द...

#बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम #संगरिया #राजस्थान की #टीमअपने अनेकों रूपों में इस सृष्टि का सफल संचालन कर रही #नारी_शक्ति की महत्ता का स्मरण कराते #अंतर्राष्ट्रीय_महिला_दिवस के अवसर पर #मातृशक्ति को नमन।यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता:।यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफला: क्रिया:।#InternationalWomensDay #महिलादिवस #बेटी_बचाओ_बेटी_पढाओ #महिला_दिवसविश्व #महिला_दिवस पर सभी महिलाओ को हर्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ,,,,,,,,नारी अभिमान है देश कानारी सम्मान है देश कामत करो खालीउनकी महिमा का बखाननारी माँ ,बहन ,बेटी ही नहींदो परिवारों की सेतु भी हैये बेटियांबड़ी अनोखी होती हैं बेटियांपिता का ख्वाब होती हैं, तोमाँ की परछाई होती हैं बेटियांहथेली को तकिया बना सो लेती हैं,वहींछुंगली से सबको बांध भी लेती हैं बेटियांपिता राजा भले न हो, परराजकुमारी होती हैं बेटियांसंपत्तियां बांटते बेटे हैं, वहींविपत्तियां बांटती हैं बेटियांलाख गुलाबों से नहीं महकता आंगन,यदिपरिवार में नहीं हैं बेटियांइन्हें संवारो, इन्हें बचाओ ,इन्हें पढ़ाओ यदिआपका आज है बेटे ; तो कल हैं बेटियां...©प्रसून #बेटी_बचाओ_बेटी_पढाओसभी बेटियों को राष्ट्रीय बिटिया दिवस की हार्दिक बधाई एवं खूब पढ़े - खूब बढ़े की शुभकामनाएं💐विनम्र निवेदन : केवल एक कन्या खत्म नहीं होती,उसके साथ एक बेटी,बहन,दोस्त,पत्नी ,माँ भी खत्म होती हैं ; न करें ये गुनाह ,कहीं न मिलेगी पनाह

#बाल #वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम #संगरिया #राजस्थान की #टीम अपने अनेकों रूपों में इस सृष्टि का सफल संचालन कर रही #नारी_शक्ति की महत्ता का स्मरण कराते #अंतर्राष्ट्रीय_महिला_दिवस के अवसर पर #मातृशक्ति को नमन। यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता:। यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफला: क्रिया:। #InternationalWomensDay #महिलादिवस #बेटी_बचाओ_बेटी_पढाओ #महिला_दिवस विश्व #महिला_दिवस पर सभी महिलाओ को हर्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ,,,,,,,, नारी अभिमान है देश का नारी सम्मान है देश का मत करो खाली उनकी महिमा का बखान नारी माँ ,बहन ,बेटी ही नहीं दो परिवारों की सेतु भी है ये बेटियां बड़ी अनोखी होती हैं बेटियां पिता का ख्वाब होती हैं, तो माँ की परछाई होती हैं बेटियां हथेली को तकिया बना सो लेती हैं,वहीं छुंगली से सबको बांध भी लेती हैं बेटियां पिता राजा भले न हो, पर राजकुमारी होती हैं बेटियां संपत्तियां बांटते बेटे हैं, वहीं विपत्तियां बांटती हैं बेटियां लाख गुलाबों से नहीं महकता आंगन,यदि परिवार में नहीं हैं बेटियां इन्हें संवारो, इन्हें बचाओ ,इन्हें पढ़ाओ यदि आपका आज है बेटे ; तो कल हैं...