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पंजाब का काला अध्याय शुरु.. 😢😢😢😢😢प्रसिद्ध आवाज से करोड़ों दिलों पर राज करने वाले, दुनियाभर में भारत का नाम चमकाने वाले मशहूर पंजाबी गायक @iSidhuMooseWala जी की मौत की खबर दुःखद है।ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे व इस समय उनके परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।भगवंत मान सरकार सरकार चलाने मे फ़ेल.. 😏😏जल्द से जल्द पंजाब मे राष्ट्रपति शासन लगाया जाये..... अफ़सोस यह मान्ग सभी राजनीतिक पार्टियों कि रहेगी.. 😏😏😏😏😏#पंजाबी #गायक #सिद्धू_#मूसेवाला की गोली मारकर #हत्या बेहद स्तब्ध करने वाली घटना है। कल ही पंजाब की "आम आदमी पार्टी सरकार" ने सिद्दू मूसे वाला सहित बहुत सारे लोगों की सुरक्षा हटाई थी किसी के साथ वैचारिक सहमति और असहमति जीवन का एक हिस्सा है पर किसी की हत्या कर देना यह तो घोर #निंदनीय और जघन्य कुकृत्य है। अकाली दल सरकार, पंजाब कांग्रेस सरकार ,आम आदमी पार्टी की सरकार मैं कोई फर्क नजर आया हो तो बताएं.....?सत सत नमन #Vnita 🙏🙏🙏ਸਿੱਧੂ ਮੁਸੇ ਵਾਲਾ ਨਾਲ ਵਾਪਰੀ ਘਟਨਾ ਬਾਰੇ ਜਾਣ ਕੇ ਬਹੁਤ ਦੁੱਖ ਹੋਇਆ।#ਵਾਹਿਗੁਰੂ ਜੀ ਓਹਨਾਂ ਦੀ ਆਤਮਾਂ ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਚਰਨਾਂ ਵਿੱਚ ਨਿਵਾਸ ਬਖਸ਼ਣ ਜੀ

पंजाब का काला अध्याय शुरु..  😢😢😢😢😢 प्रसिद्ध आवाज से करोड़ों दिलों पर राज करने वाले, दुनियाभर में भारत का नाम चमकाने वाले मशहूर पंजाबी गायक @iSidhuMooseWala जी की मौत की खबर दुःखद है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे व इस समय उनके परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। भगवंत मान सरकार सरकार चलाने मे फ़ेल.. 😏😏 जल्द से जल्द पंजाब मे राष्ट्रपति शासन लगाया जाये..... अफ़सोस यह मान्ग सभी राजनीतिक पार्टियों कि रहेगी..  😏😏😏😏😏 #पंजाबी #गायक  #सिद्धू_#मूसेवाला  की गोली मारकर #हत्या बेहद स्तब्ध करने वाली घटना है।  कल ही पंजाब की "आम आदमी पार्टी सरकार" ने सिद्दू मूसे वाला सहित बहुत सारे लोगों की सुरक्षा हटाई थी  किसी के साथ वैचारिक सहमति और असहमति जीवन का  एक हिस्सा है पर किसी की हत्या कर देना यह तो घोर #निंदनीय और जघन्य कुकृत्य है। अकाली दल सरकार, पंजाब कांग्रेस सरकार ,आम आदमी पार्टी की सरकार मैं कोई फर्क नजर आया हो तो बताएं.....? सत सत नमन  #Vnita 🙏🙏🙏ਸਿੱਧੂ ਮੁਸੇ ਵਾਲਾ ਨਾਲ ਵਾਪਰੀ ਘਟਨਾ ਬਾਰੇ ਜਾਣ ਕੇ ਬਹੁਤ ਦੁੱਖ ...

ई-शासनभारत में विधिक सेवाएँमहत्वपूर्ण अधिनियमबच्चों से जुड़ी अधिनियमकिशोर न्याय अधिनियम, 2015बाल कल्याण समितिअवस्था:खुलाबाल कल्याण समितिBy वनिता कासनियां पंजाबबाल कल्याण समितिसमिति के संबंध में प्रक्रियासमिति की शक्तियाँसमिति के कृत्य और उत्तरदायित्वबाल कल्याण समिति(1) राज्य सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, प्रत्येक जिले के लिए इस अधिनियम के अधीन देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालक के संबंध में एक या अधिक बाल कल्याण समितियों का, ऐसी समितियों को प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करने और कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए गठन करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि समिति के सभी सदस्यों के अधिष्ठापन, प्रशिक्षण और संवेदनशीलता की, अधिसूचना की तारीख से दो मास के भीतर व्यवस्था की जाए।(2) समिति, एक अध्यक्ष और चार ऐसे अन्य सदस्यों से मिलकर बनेगी, जिन्हें राज्य सरकार नियुक्त करना ठीक समझे और उनमें से कम से कम एक महिला होगी और दूसरा बालकों से संबंधित विषयों का विशेषज्ञ होगा।(3) जिला बालक संरक्षण एकक एक सचिव और उतने अन्य कर्मचारिवृंद उपलब्ध कराएगा, जितने समिति को उसके प्रभावी कार्यकरण हेतु सचिवालयिक सहायता के लिए अपेक्षित हों।(4) किसी व्यक्ति को समिति के सदस्य के रूप में तब तक नियुक्त नहीं किया जाएगा जब तक ऐसा व्यक्ति कम से कम सात वर्ष तक बालकों से संबंधित स्वास्थ्य, शिक्षा या कल्याण संबंधी कार्यकलापों में सक्रिय रूप से अंतर्वलित न हो या बाल मनोविज्ञान या मनोरोग विज्ञान या विधि या सामाजिक कार्य या समाज विज्ञान अथवा मानव विकास में डिग्री के साथ व्यवसायरत व्यवसायी न हो।(5) किसी व्यक्ति को सदस्य के रूप में तब तक नियुक्त नहीं किया जाएगा जब तक उसके पास ऐसी अहंताएं न हो, जो विहित की जाएं।(6) किसी व्यक्ति को सदस्य के रूप में तीन वर्ष से अधिक की अवधि के लिए नियुक्त नहीं किया जाएगा।(7) राज्य सरकार द्वारा समिति के किसी सदस्य की नियुक्ति, जांच किए जाने के पश्चात् समाप्त कर दी जाएगी, यदि(i) वह इस अधिनियम के अधीन उसमें निहित शक्ति के दुरुपयोग का दोषी पाया गया हो;(ii) वह किसी ऐसे अपराध का सिद्धदोष ठहराया गया हो जिसमें नैतिक अधमता अंतर्वलित है और ऐसी दोषसिद्धि को उलटा नहीं गया है या ऐसे अपराध की बाबत उसे पूर्ण क्षमा प्रदान नहीं की गई है;(iii) वह, किसी विधिमान्य कारण के बिना लगातार तीन मास तक, समिति की कार्यवाहियों में उपस्थित रहने में असफल रहता है या किसी वर्ष में कम से कम तीन चौथाई बैठकों में उपस्थित रहने में असफल रहता है।(8) जिला मजिस्ट्रेट, समिति के कार्यकरण का तिमाही पुनर्विलोकन करे I(9) समिति न्यायपीठ के रूप में कार्य करेगी और उसे दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 द्वारा, यथास्थिति महानगर मजिस्ट्रेट या प्रथम वर्ग न्यायिक मजिस्ट्रेट को प्रदत्त शक्तियां प्राप्त होगी।(10) जिला मजिस्ट्रेट, बाल कल्याण समिति का शिकायत निवारण प्राधिकारी होगा और बालक से संबंधित कोई व्यक्ति, जिला मजिस्ट्रेट को अर्जी फाइल कर सकेगा जो उस पर विचार करेगा और समुचित आदेश पारित करेगा।समिति के संबंध में प्रक्रिया(1) समिति, एक मास में कम से कम बीस बैठकें करेगी और अपनी बैठकों में कारबार के संव्यवहार की बाबत ऐसे नियमों और प्रक्रियाओं का अनुपालन करेगी, जो विहित की जाएं।(2) समिति द्वारा, किसी विद्यमान बाल देखरेख संस्था का, उसके कार्यकरण की जांच पड़ताल करने और बालकों की भलाई के लिए किया गया दौरा समिति की बैठक के रूप में माना जाएगा।(3) देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालक को बाल गृह में या उपयुक्त व्यक्ति के पास रखे जाने के लिए, तब जब समिति सत्र में न हो, समिति के व्यष्टिक सदस्य के सामने पेश किया जा सकेगा।(4) किसी विनिश्चय के समय समिति के सदस्यों के बीच मतभेद की दशा में, बहुमत की राय अभिभावी होगी, किंतु जहां ऐसा बहुमत नहीं है वहां अध्यक्ष की राय अभिभावी होगी।(5) उपधारा (1) के उपबंधों के अधीन रहते हुए समिति, समिति के किसी सदस्य के अनुपस्थित रहते हुए भी कार्रवाई कर सकेगी और समिति द्वारा किया गया कोई आदेश, कार्यवाही के किसी प्रक्रम के दौरान केवल किसी सदस्य की अनुपस्थिति के आधार पर अविधिमान्य नहीं होगा; परंतु मामले के अंतिम निपटान के समय कम से कम तीन सदस्य उपस्थित होंगे।समिति की शक्तियाँ(1) समिति का, देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों की देखरेख, संरक्षण, उपचार, विकास और पुनर्वास के मामलों का निपटारा करने और उनकी मूलभूत आवश्यकताओं तथा संरक्षण के लिए उपबंध करने का प्राधिकार होगा।(2) जहां किसी क्षेत्र के लिए समिति का गठन किया गया है, वहां तत्समय प्रवृत्त किसी अन्यविधि में किसी बात के होते हुए भी, किंतु इस अधिनियम में अभिव्यक्त रूप से जैसा उपबंधित है, उसके सिवाय, ऐसी समिति को, देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों से संबंधित इस अधिनियम के अधीन सभी कार्यवाहियों के संबंध में अनन्यत; कार्य करने की शक्ति होगी।समिति के कृत्य और उत्तरदायित्वसमिति के कृत्यों और उत्तरदायित्वों में निम्नलिखित सम्मिलित होंगे;-(i) उसके समक्ष पेश किए गए बालकों का संज्ञान लेना और उन्हें ग्रहण करना;(ii) इस अधिनियम के अधीन बालकों की सुरक्षा और भलाई से संबंधित और उसको प्रभावित करने वाले सभी मुद्दों की जांच करना;(iii) बालक कल्याण अधिकारियों या परिवीक्षा अधिकारियों या जिला बालक संरक्षण एकक या गैर-सरकारी संगठनों को सामाजिक अन्वेषण करने और समिति के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निदेश देना;(iv) देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों की देखरेख करने हेतु 'योग्य व्यक्ति' की घोषणा करने के लिए जांच करना;(v) पोषण देखरेख के लिए किसी बालक के स्थानन का निदेश देना;(vi) बाल व्यष्टिक देखरेख योजना पर आधारित देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों की देखरेख, संरक्षण, समुचित पुनर्वास या प्रत्यावर्तन को सुनिश्चित करना और इस संबंध में माता-पिता या संरक्षक या योग्य व्यक्ति या बाल गृहों या उपयुक्त सुविधा तंत्र के लिए आवश्यक निदेश पारित करना;(vii) संस्थागत सहायता की अपेक्षा वाले प्रत्येक बालक के स्थानन के लिए, बालक की आयु, लिंग, निर्योग्यता और आवश्यकताओं पर आधारित तथा संस्था की उपलब्ध क्षमता को ध्यान में रखते हुए रजिस्ट्रीकृत संस्था का चयन करना;(viii) देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों के आवासिक सुविधाओं का प्रत्येक मास में कम से कम दो बार निरीक्षण दौरा करना और जिला बालक संरक्षण एकक और राज्य सरकार को सेवाओं की क्वालिटी में सुधार करने के लिए कार्रवाई करने की सिफारिश करना;(ix) माता-पिता द्वारा अभ्यर्पण विलेख के निष्पादन को प्रमाणित करना और यह सुनिश्चित करना कि उन्हें विनिश्चय पर पुन;विचार करने और कुटुंब को एक साथ रखने हेतु सभी प्रयास करने का समय दिया गया है;(x) यह सुनिश्चित करना कि ऐसी सम्यक प्रक्रिया का, जो विहित की जाए, अनुसरण करते हुए परित्यक्त या खोए हुए बालकों का, उनके कुटुंबों को प्रत्यावर्तन करने के लिए सभी प्रयास किए गए है;(xi) अनाथ, परित्यक्त और अभ्यपिंत बालक की सम्यक जांच के पश्चात् दत्तकग्रहण के लिए वैध रूप से मुक्त होने की घोषणा;(xii) मामलों का स्वप्रेरणा से संज्ञान लेना और ऐसे देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों तक पहुंचना, जिन्हें समिति के समक्ष पेश नहीं किया गया है, परंतु ऐसा तब जब ऐसा विनिश्चय कम से कम तीन सदस्यों द्वारा लिया गया हो;(xiii) लैंगिक रूप से दुर्व्यवहार से ग्रस्त ऐसे बालकों के पुनर्वास के लिए कार्रवाई करना जो लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012 के अधीन, यथास्थिति, विशेष किशोर पुलिस एकक या स्थानीय पुलिस द्वारा समिति को देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों के रूप में ज्ञापित है;(xiv) धारा 17 की उपधारा (2) के अधीन बोर्ड द्वारा निर्दिष्ट मामलों में कार्रवाई करना;(xv) जिला बालक संरक्षण एकक या राज्य सरकार के समर्थन से बालकों की देखरेख और संरक्षण में अंतर्वलित पुलिस, श्रम विभाग और अभिकरणों के साथ समन्वय करना;(xvi) समिति, किसी बालक देखरेख संस्था में किसी बालक से दुर्व्यवहार की शिकायत के मामले में जांच करेगी और यथास्थिति, पुलिस या जिला बालक संरक्षण एकक या श्रम विभाग निदेश देगी;(xvii) बालकों के लिए समुचित विधिक सेवाओं तक पहुंच बनाना;(xviii) ऐसी अन्य कृत्य और दायित्व, जो विहित किए जाएं।बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम की अध्यक्ष श्रीमती वनिता कासनियां पंजाब स्रोत; विधि और न्याय मंत्रालय, भारत सरकार

ई-शासन भारत में विधिक सेवाएँ महत्वपूर्ण अधिनियम बच्चों से जुड़ी अधिनियम किशोर न्याय अधिनियम, 2015 बाल कल्याण समिति अवस्था: खुला बाल कल्याण समिति By  वनिता कासनियां पंजाब बाल कल्याण समिति समिति के संबंध में प्रक्रिया समिति की शक्तियाँ समिति के कृत्य और उत्तरदायित्व बाल कल्याण समिति (1) राज्य सरकार, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, प्रत्येक जिले के लिए इस अधिनियम के अधीन देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बालक के संबंध में एक या अधिक बाल कल्याण समितियों का, ऐसी समितियों को प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करने और कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए गठन करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि समिति के सभी सदस्यों के अधिष्ठापन, प्रशिक्षण और संवेदनशीलता की, अधिसूचना की तारीख से दो मास के भीतर व्यवस्था की जाए। (2) समिति, एक अध्यक्ष और चार ऐसे अन्य सदस्यों से मिलकर बनेगी, जिन्हें राज्य सरकार नियुक्त करना ठीक समझे और उनमें से कम से कम एक महिला होगी और दूसरा बालकों से संबंधित विषयों का विशेषज्ञ होगा। (3) जिला बालक संरक्षण एकक एक सचिव और उतने अन्य कर्मचारिवृंद उपलब्ध कराएगा, जितने समिति को उसके प्रभावी कार्यकरण हे...

कान के मैल को साफ करने के लिए घरेलु उपाय कौनसे हैं?By वनिता कासनियां पंजाबकान के मैल को साफ करने के लिए मैं जिस घरेलू उपाय को बताने जा रही हूं वह बहुत ही आसान और कम समय वाला है।कान के मैल को साफ करने के लिए आप रात में सोने से पहले ड्रॉपर की मदद से एक या दो बूंद तेल वाली चक्की से खरीदा हुआ शुद्ध सरसों का तेल कान में डाल दें।ऐसा करने पर कान की मैल सुबह तक बिल्कुल मुलायम होकर अपने आप कान के छोर पर आ जाएगी। फिर आप उसे किसी कपड़े की मदद से बाहर निकाल लें।कान की मैल निकालने के लिए सरसों तेल का इस्तेमाल काफी पुराने समय से किया जा रहा है और इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं है इसलिए एक बार इसका इस्तेमाल जरूर करें।चित्र स्रोत: गूगल

कान के मैल को साफ करने के लिए घरेलु उपाय कौनसे हैं? By वनिता कासनियां पंजाब कान के मैल को साफ करने के लिए मैं जिस घरेलू उपाय को बताने जा रही हूं वह बहुत ही आसान और कम समय वाला है। कान के मैल को साफ करने के लिए आप रात में सोने से पहले ड्रॉपर की मदद से एक या दो बूंद तेल वाली चक्की से खरीदा हुआ  शुद्ध सरसों का तेल  कान में डाल दें। ऐसा करने पर कान की मैल सुबह तक बिल्कुल मुलायम होकर अपने आप कान के छोर पर आ जाएगी। फिर आप उसे किसी कपड़े की मदद से बाहर निकाल लें। कान की मैल निकालने के लिए सरसों तेल का इस्तेमाल काफी पुराने समय से किया जा रहा है और इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं है इसलिए एक बार इसका इस्तेमाल जरूर करें। चित्र स्रोत: गूगल

कौन सी सब्जियां हम बगैर पकाए खा सकते हैं? By vnitakasnia@gmail.com १-पत्ता गोभी 🥬 की सब्ज़ी जिसे सब मसाला मिलाकर खाया जा सकता है !२-टमाटर 🍅 , लाल- हरी मिर्च 🌶 , धनिया पत्ता 🍀 और नींबू रस 🍋 स्वाद अनुसार नमक 🧂 मिलाकर ऊपर से नमकीन डाल दे और इस सब्ज़ी से आप २ रोटी की जगह ४ रोटी 🫓 खाएँगे 😀३-कच्चे आम 🥭 को छोटा-छोटा काटकर नमक और लाल मिर्च पाउडर मिलाकर खा सकते हैं !४-ककड़ी 🥒 , गाजर 🥕 , को भी हम सिर्फ़ कद्दूकस करके नमक , काली मिर्च , चाट- मसाला का उपयोग करके खा सकते हैं !५-तीनों तरह की शिमला मिर्च हरी 🫑 पीली और लाल को कच्चा खाया जा सकता है !६-ब्रोकोली को भी पकाने की ज़रूरत नही है , इसे गर्म पानी से धोकर मसाला डालकर खा सकते हैं ! #Vnita: इन सब सब्ज़ियों में हम घी या तेल के साथ तड़का लगाकर सब्ज़ी को और अधिक स्वादिष्ट बना सकते हैं !

कौन सी सब्जियां हम बगैर पकाए खा सकते हैं? By vnitakasnia@gmail.com १-पत्ता गोभी 🥬 की सब्ज़ी जिसे सब मसाला मिलाकर खाया जा सकता है ! २-टमाटर 🍅 , लाल- हरी मिर्च 🌶 , धनिया पत्ता 🍀 और नींबू रस 🍋 स्वाद अनुसार नमक 🧂 मिलाकर ऊपर से नमकीन डाल दे और इस सब्ज़ी से आप २ रोटी की जगह ४ रोटी 🫓 खाएँगे 😀 ३-कच्चे आम 🥭 को छोटा-छोटा काटकर नमक और लाल मिर्च पाउडर मिलाकर खा सकते हैं ! ४-ककड़ी 🥒 , गाजर 🥕 , को भी हम सिर्फ़ कद्दूकस करके नमक , काली मिर्च , चाट- मसाला का उपयोग करके खा सकते हैं ! ५-तीनों तरह की शिमला मिर्च हरी 🫑 पीली और लाल को कच्चा खाया जा सकता है ! ६-ब्रोकोली को भी पकाने की ज़रूरत नही है , इसे गर्म पानी से धोकर मसाला डालकर खा सकते हैं ! #Vnita: इन सब सब्ज़ियों में हम घी या तेल के साथ तड़का लगाकर सब्ज़ी को और अधिक स्वादिष्ट बना सकते हैं !

#सुनील_जाखड़पिछले दिनों #कांग्रेस से नाराज चल रहे पंजाब के नेता सुनील जाखड़ ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.यदि आपको याद हो तो पिछले दिनों जाखड़ ने फेसबुक लाइव करके कांग्रेस छोड़ने का ऐलान किया था.जेपी नड्डा ने क्या कहाइस अवसर पर #भाजपा #अध्यक्ष #जेपी_नड्डा ने कहा कि सुनील जाखड़ आज भाजपा की सदस्यता लेकर, पार्टी में शामिल हुए हैं. मैं अपनी और भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं की ओर से उनका स्वागत और अभिनन्दन करता हूं. पंजाब में राष्ट्रवादी ताकतों का प्रथम स्थान भाजपा ले रही है. इसलिए आवश्यक होता है कि राष्ट्रवादी विचार रखने वाले सभी लोग भाजपा से जुड़ें और पार्टी को मजबूती प्रदान करें.पीएम मोदी की जमकर तारीफभाजपा का दामन थामने के बाद सुनील जाखड़ ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि किसी पार्टी को छोड़ना आसान नहीं होता , वो भी तब जब आपने 50 साल उसे दिया हो. हमारे परिवार ने 1972 से कांग्रेस की सेवा की. उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने मुझे आज मिलने का समय दिया उसके लिए उनका आभार. ये सभी जानते हैं कि मैंने कभी नीजि स्वार्थ के लिए राजनीति नहीं की. मैं हमेशा जोड़ने का काम किया है. तोड़ने का नहीं..मैं ऐसे प्रदेश से आता हूं जो गुरुओं और संतों की धरती है. सुनील जाखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 400वें प्रकाश पर्व के जश्न समारोह में भाग लेना दिखाता है कि उन्होंने पंजाब की नब्ज पकड़ ली है. जाखड़ ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि जब दिल से बोलने के लिए मुझे नोटिस मिला, तब मैंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला कर लिया.तीन पीढ़ियों ने 50 साल तक कांग्रेस की सेवा कीपंजाब से असंतुष्ट कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने #फेसबुक लाइव के जरिए पार्टी छोड़ने की घोषणा की थी. जाखड़ ने कांग्रेस आलाकमान पर गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाए जाने के बाद मुख्‍यमंत्री की नियुक्ति के मुद्दे पर पंजाब के एक खास नेता की बात पार्टी सुन रही है. सुनील जाखड़ ने आगे कहा कि उनके परिवार की तीन पीढ़ियों ने 50 साल तक कांग्रेस की सेवा की. इसके बाद "पार्टी लाइन पर नहीं चलने" के लिए "पार्टी के सभी पदों को छीन लिया" जाना...मुझे ये ठीक नहीं लगा. जाखड़ ने अपने फेसबुक पेज पर ''दिल की बात'' में ''दिल्ली में बैठे'' कुछ नेताओं, खासकर अंबिका सोनी पर निशाना साधा और कहा कि जब तक ऐसे नेताओं से कांग्रेस को मुक्ति नहीं मिलेगी, तब तक वह पंजाब में अपना जनाधार नहीं बना सकती.अंबिका सोनी पर हमलायहां चर्चा कर दें कि पंजाब में अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अंबिका सोनी ने ही पिछले साल कहा था कि कांग्रेस को किसी सिख नेता को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए. खुद जाखड़ भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में थे. तीन बार पंजाब विधानसभा के सदस्य रह चुके सुनील जाखड़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष दिवंगत बलराम जाखड़ के पुत्र हैं. बलराम जाखड़ मध्य प्रदेश राज्य के राज्यपाल भी रहे हैं.पार्टी विरोधी गतिविधियों से नाराज थी कांग्रेसअपने मन की बात बोलने के लिए फेसबुक पर LIVE जाने से कुछ घंटे पहले सुनील जाखड़ ने कुछ ऐसा किया जिससे उनके द्वारा पार्टी छोड़ने के कयास लगाये जाने लगे. दरअसल जाखड़ ने अपने ट्विटर बायो से कांग्रेस को हटा दिया था, जो उनकी भविष्य की कार्रवाई के संकेत देने के लिए काफी था. यहां चर्चा कर दें कि जाखड़ को "पार्टी विरोधी" बयानों के लिए कारण बताओ नोटिस दिया गया था. हालांकि इसका जवाब उनके द्वारा नहीं दिया गया. पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पिछले महीने उन्हें कांग्रेस में सभी पदों से हटा दिया गया था.सुनील जाखड़ कांग्रेस के लिए काफी अहमकांग्रेस नेता #नवजोत सिंह #सिद्धू कह चुके हैं कि सुनील जाखड़ पार्टी के लिए काफी अहम है और पार्टी को उन्हें नहीं खोना चाहिए. जाखड़ के पार्टी छोड़ने की घोषणा के तुरंत बाद सिद्धू ने कहा कि किसी भी मतभेद को बातचीत के जरिये सुलझाया जा सकता है.#बाल वनिता #महिला #वृद्ध #आश्रम #संगरिया #राजस्थान की #अध्यक्ष #श्रीमती #वनिता #कासनियां #पंजाब

#सुनील_जाखड़ पिछले दिनों #कांग्रेस से नाराज चल रहे पंजाब के नेता सुनील जाखड़ ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.यदि आपको याद हो तो पिछले दिनों जाखड़ ने फेसबुक लाइव करके कांग्रेस छोड़ने का ऐलान किया था. जेपी नड्डा ने क्या कहा इस अवसर पर #भाजपा #अध्यक्ष #जेपी_नड्डा ने कहा कि सुनील जाखड़ आज भाजपा की सदस्यता लेकर, पार्टी में शामिल हुए हैं. मैं अपनी और भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं की ओर से उनका स्वागत और अभिनन्दन करता हूं. पंजाब में राष्ट्रवादी ताकतों का प्रथम स्थान भाजपा ले रही है. इसलिए आवश्यक होता है कि राष्ट्रवादी विचार रखने वाले सभी लोग भाजपा से जुड़ें और पार्टी को मजबूती प्रदान करें. पीएम मोदी की जमकर तारीफ भाजपा का दामन थामने के बाद सुनील जाखड़ ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि किसी पार्टी को छोड़ना आसान नहीं होता , वो भी तब जब आपने 50 साल उसे दिया हो. हमारे परिवार ने 1972 से कांग्रेस की सेवा की. उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने मुझे आज मिलने का समय दिया उसके लिए उनका आभार. ये सभी जानते हैं कि मैंने कभी नीजि स्वार्थ के लिए राजनीति नहीं की. मैं हमेशा जोड़ने का क...

मृत्यु By वनिता कासनियां पंजाब ये हैं मृत्यु से पहले के संकेत हम सभी इस बात को अच्छी तरह जानते और समझते हैं कि जिसने इस दुनिया में कदम रखा है वह एक ना एक दिन इस दुनिया को अलविदा जरूर कहेगा. इंसानी जीवन कितना ही अस्थिर क्यों ना हो इसकी सबसे बड़ी हकीकत है मौत, लेकिन फिर भी मृत्यु एक ऐसा शब्द है जिसे सुनकर शरीर में अजीब सी सिहरन महसूस होने लगती है. कोई कितना ही ताकतवर या धनवान व्यक्ति क्यों ना हो, मौत, एक ऐसा भय है जो अच्छे-अच्छों की नींद उड़ा देता है. किसी इंसान की मौत कैसे होगी, कब होगी, ये बात कभी कोई नहीं जान सका, लेकिन आज हम आपको मृत्युपूर्व होने वाले कुछ ऐसे आभासों के बारे में जरूर बताने जा रहे हैं जिन्हें जानने के बाद आपको ये अंदाजा हो जाएगा कि किस व्यक्ति की मौत कितनी निकट है. वनिता कासनियां ट्विटर death जैसे-जैसे समय बीतता जाता है वह व्यक्ति अपनी नाक को देख पाने में असमर्थ महसूस करता है जिसकी मौत उसके निकट होती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मृत्यु से कुछ समय पहले व्यक्ति की आंखें ऊपर की ओर मुड़ने लगती हैं: dead मृत्यु से कुछ समय पहले व्यक्ति को आसमान के चांद में दरार या फिर वो खंडित नजर आने लगता है: the broken moon सामान्यतौर पर अगर हम अपने दोनों कानों को हाथ से बंद कर लेते हैं तो हमें कोई आवाज सुनाई देती है लेकिन जिस व्यक्ति की मौत नजदीक होती है उसे सिर्फ सन्नाटा महसूस होता है: hands on ears मृत्यु का समय नजदीक आने पर व्यक्ति की परछाई तक उसका साथ छोड़ देती है. यहां तक कि तेल, पानी में भी व्यक्ति को अपनी छाया नजर नहीं आती shadowless जब किसी व्यक्ति का समय पूरा हो जाता है तो उसे अपने मृत परिजनों के साथ होने का एहसास होता है. dead relative मृत्यु से 2-3 दिन पहले व्यक्ति को किसी साये का अपने साथ होने जैसा एहसास होने लगता है. shadow मृत्यु से कुछ समय पहले व्यक्ति के शरीर में से अजीब सी गंध आने लगती है जिसे मृत्यु गंध कहते हैं. body जब व्यक्ति को आइने में अपना नहीं किसी और का चेहरा नजर आने लगे तो समझ जाइए उसका अंत समय बहुत निकट है. उसकी मौत 24 घंटे के भीतर हो सकती है. mirror भगवान शिव ने भी मृत्यु के कुछ संकेत बताए हैं. जब व्यक्ति का शरीर पीला, सफेद या हलका लाल हो जाए तो समझ जाना चाहिए कि व्यक्ति की मौत 6 महीने के भीतर हो जाएगी. death bed मृत्यु से करीब 6 माह पहले व्यक्ति की नाक, मुंह, जीभ आदि पत्थर की तरह कड़े हो जाते हैं. five senses व्यक्ति चांद, सूरज की रौशनी को देख पाने में अक्षम हो जाए या उसे हर जगह आग का भ्रम होने लगे तो वह व्यक्ति सिर्फ 6 माह का मेहमान है. fire in the sky मृत्यु से पहले व्यक्ति के मसूढ़े और दांतों में से पस निकलने लगती है. swollen tongue सितारों की भीड़ में एक ध्रुव तारा होता है, आमतौर पर उसे आसानी से देखा जा सकता है लेकिन अगर व्यक्ति की मौत निकट हो तो उसे ध्रुव तारा दिखाई नहीं देता और उसके लिए आसमान एकदम लाल हो जाता है. Real Horror Stories In Hindi: खेलने को मजबूर कर देती हैं वो आत्माएं pole star सपने में उल्लू या उजड़े हुए गांव का दिखना मृत्यु के निकट होने का संकेत है. owl Read More: क्या है श्रापित कोहिनूर का राज ? भानगढ़ – सूरज ढलते ही दिखाई देता है खौफनाक मंजर ऐसी दैवीय शक्तियां जिन्हें विज्ञान भी नहीं समझ पाया!!

  मृत्यु  By वनिता कासनियां पंजाब ये हैं मृत्यु से पहले के संकेत हम सभी इस बात को अच्छी तरह जानते और समझते हैं कि जिसने इस दुनिया में कदम रखा है वह एक ना एक दिन इस दुनिया को अलविदा जरूर कहेगा. इंसानी जीवन कितना ही अस्थिर क्यों ना हो इसकी सबसे बड़ी हकीकत है मौत, लेकिन फिर भी मृत्यु एक ऐसा शब्द है जिसे सुनकर शरीर में अजीब सी सिहरन महसूस होने लगती है. कोई कितना ही ताकतवर या धनवान व्यक्ति क्यों ना हो, मौत, एक ऐसा भय है जो अच्छे-अच्छों की नींद उड़ा देता है. किसी इंसान की मौत कैसे होगी, कब होगी, ये बात कभी कोई नहीं जान सका, लेकिन आज हम आपको मृत्युपूर्व होने वाले कुछ ऐसे आभासों के बारे में जरूर बताने जा रहे हैं जिन्हें जानने के बाद आपको ये अंदाजा हो जाएगा कि किस व्यक्ति की मौत कितनी निकट है. वनिता कासनियां ट्विटर जैसे-जैसे समय बीतता जाता है वह व्यक्ति अपनी नाक को देख पाने में असमर्थ महसूस करता है जिसकी मौत उसके निकट होती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मृत्यु से कुछ समय पहले व्यक्ति की आंखें ऊपर की ओर मुड़ने लगती हैं: मृत्यु से कुछ समय पहले व्यक्ति को आसमान के चांद में दरार या फिर वो खंडि...

कंप्यूटर क्या है, इसकी उपयोगिता एवं विशेषताएँ By वनिता कासनियां पंजाब चलिए जानते है के कंप्यूटर क्या है? कंप्यूटर एक मशीन है जो डेटा की गणना, स्टोर करने और जानकारी का प्रबंधन करने के निर्देशों को संसाधित करता है। कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से बने होते हैं. Computer शब्द, Latin शब्द “computare” से लिया गया है. इसका अर्थ है Calculation करना या गणना करना. Computer Kya Hai Hindi इसका मुख्य तोर से तीन काम है. पहला डाटा को लेना जिसे हम Input भी कहते है. दूसरा काम उस डाटा को Processing करने का होता है और आकिर काम उस processed डाटा को दिखाने का होता है जिसे Output भी कहते हैं. Input Data → Processing → Output Data मॉडर्न कंप्यूटर का जनक Charles Babbage को कहा जाता है. क्यूंकि उन्होंने ही सबसे पहले Mechanical कंप्यूटर को डिजाईन किया था, जिसे Analytical Engine के नाम से भी जाना जाता है. इसमें Punch Card की मदद से डाटा को insert किया जाता था. तो कंप्यूटर को हम एक ऐसा advanced इलेक्ट्रॉनिक device कह सकते हैं जो की raw data को input के तोर में User से लेता है. फिर उस data को program (set of Instruction) के द्वारा प्रोसेस करता है और आखिर के परिणाम को Output के रूप में प्रकाशित करता है. ये दोनों numerical और non numerical (arithmetic and Logical) calculation को process करता है. उम्मीद है के आपको कंप्यूटर क्या होता है पसंद आया होगा. अनुक्रम दिखाएँ कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है? तकनीकी रूप से कंप्यूटर का कोई फुल फॉर्म नहीं होता है. फिर भी कंप्यूटर का एक काल्पनिक फुल फॉर्म है, C – Commonly O – Operated M – Machine P – Particularly U – Used for T – Technical and E – Educational R – Research अगर आप इसे हिंदी में ट्रांसलेट करेंगे तोह कुछ ऐसा होगा, आम ऑपरेटिंग मशीन विशेष रूप से व्यापार, शिक्षा और अनुसंधान के लिए उपयोग की जाती है. कंप्यूटर कैसे चलाते हैं? कुछ लोगों के लिए, कंप्यूटर का उपयोग करना समझना मुश्किल हो सकता है. यह खंड आपको यह समझने में मदद करेगा कि अपने कंप्यूटर को आसानी से कैसे संचालित किया जाए. आप सोच रहे होंगे कि आप एक ही समय में कीबोर्ड और माउस का उपयोग कैसे कर सकते हैं? खैर, यह इतना जटिल नहीं है! इसे कैसे करें, इसके बारे में यहां कुछ निर्देश दिए गए हैं: वनिता कासनियां पंजाब माउस पॉइंटर को उस आइकन या अक्षर पर ले जाएं, जिस पर आप क्लिक करना चाहते हैं. बाईं माउस बटन को दबाकर रखें. पॉइंटर को उस स्थान पर खींचें जहां आप क्लिक करना चाहते हैं. वांछित गंतव्य तक पहुंचने पर बाएं माउस बटन को छोड़ दें. कंप्यूटर का इतिहास इस बात की सही तरह से प्रमाण नहीं किया जा सकता है की कब से कंप्यूटर का development शुरू किया गया. लेकिन officially कंप्यूटर की development को generation के मुताबिक classify कर दिया गया है. ये मुख्य तोर से 5 हिस्सों में बंटे हुए हैं. जब बात Computer की generation की आती है तब इसका तात्पर्य है की Computer की पीडियां in hindi. जैसे जैसे computer में विकाश होते हैं उन्हें अलग अलग पीड़ियों में विभाजित कर दिया गया जिससे की इन्हें सठिक रूप से समझने में आसानी हो. 1. कंप्यूटर की पहली पीढ़ी – 1940-1956 “Vacuum Tubes” सबसे पहले generation के कंप्यूटर Vaccum tubes को circuitry और Magnetic Drum को memory के लिए इस्तमाल करते थे. ये size में काफी बड़े बड़े हुआ करते थे. इनको चलाने में काफी शक्ति का इस्तमाल होता था. ज्यादा बड़ा होने के कारण इसमें heat की भी बहुत समस्या थी जिससे ये कई बार malfunction भी होता था. इनमे Machine Language का इस्तमाल होता था. उदहारण के तोर पे UNIVAC and ENIAC computers. 2. कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी – 1956-1963 “Transistors” Second generation के computers में transistors ने vaccum tubes की जगह ले ली. Transistor बहुत ही कम जगह लेते थे, छोटे थे, faster थे, सस्ते थे और ज्यादा Energy Efficient थे. ये पहले generation के कंप्यूटर की तुलना में कम heat generate करते थे लेकिन फिर भी इसमें heat की समस्या अभी भी थी. इनमे High Level programming Language जैसे COBOL और FORTRAN को इस्तमाल में लाया गया था. 3. कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी – 1964-1971 “Integrated Circuits” Third generation के कंप्यूटर में पहली बार Integrated Circuit का इस्तमाल किया गया था. जिसमे Transistors को छोटे छोटे कर silicon chip के अन्दर डाला जाता था जिसे Semi Conductor कहा जाता है. इससे ये फ़ायदा हुआ की कंप्यूटर की processing करने की क्षमता काफी हद तक बढ़ गयी. पहली बार इस generation के computers को ज्यादा user friendly बनाने के लिए Monitors, keyboards और Operating System का इस्तमाल किया गया. इसे पहली बार Market में launch किया गया. 4. कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी – 1971-1985 “Microprocessors” Forth generation की ये खासियत है की इसमें Microprocessor का इस्तमाल किया गया. जिससे हजारों Integrated Circuit को एक ही सिलिकॉन chip में embedded किया गया. इससे मशीन के आकार को कम करने में बहुत आसानी हुई. Microprocessor के इस्तमाल से कंप्यूटर की efficiency और भी बढ़ गयी. ये बहुत ही काम समाया में बड़े बड़े कैलकुलेशन कर पा रहा था. 5. कंप्यूटर की पांचवीं पीढ़ी – 1985-present “Artificial Intelligence” Fifth generation आज के दोर का है जहाँ की Artificial Intelligence ने अपना दबदबा कायम कर लिया है. अब नयी नयी Technology जैसे Speech recognition, Parallel Processing, Quantum Calculation जैसे कई advanced तकनीक इस्तमाल में आने लगे हैं. ये एक ऐसा generation हैं जहाँ की कंप्यूटर की Artificial Intelligence होने के कारण स्वयं decision लेने की क्ष्य्मता आ चुकी है. धीरे धीरे इसके सारे काम Automated हो जायेंगे. कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया? Father Of Computer Charles Babbage आधुनिक कंप्यूटर का जनक किसे कहा जाता है? ऐसे तो बहुत से लोगों ने इस Computing Field में अपना योगदान दिया है. लेकिन इन सब में से ज्यादा योगदान Charles Babage का है. क्यूंकि उन्होंने ही सबसे पहले Analytical Engine सन 1837 में निकला था. उनके इस engine में ALU, Basic Flow control और Integrated Memory की concept लागु की गयी थी. इसी model पे ही Base करके आजकल के कंप्यूटर को design किया गया. इसी कारन उनका योगदान सबसे ज्यादा है. तभी उनको कंप्यूटर के जनक के नाम से भी जाना जाता है. कंप्यूटर की परिभाषा किसी भी modern digital कंप्यूटर के कई components हैं लेकिन उन में से कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण है जैसे Input device, Output Device, CPU(Central Processing Unit), Mass Storage Device और Memory. accepts data Input processes data Processing produces output Output stores results Storage कंप्यूटर कैसे कार्य करता है? Input (Data): Input वो step है जिसमे की Raw Information को Input Device इस्तमाल करके कंप्यूटर में डाला जाता है. ये कोई letter, पिक्चर या कोई विडियो भी हो सकता है. Process: Process के दौरान input हुए data को instruction के अनुसार processing की जाती है. ये पूरी तरह से Internal प्रोसेस है. Output: Output के दौरान जो data पहले से process हो चुकी हैं उसको Result के तोर में show किया जाता है. और यदि हम चाहें तो इस result को save कर के Memory में रख भी सकते हैं Future के इस्तमाल के लिए. कंप्यूटर की मूल यूनिटों का नामांकित चित्र यदि आपने कभी किस कंप्यूटर case के भीतर देखा होगा तो आपने ये जरुर पाया होगा की अन्दर छोटे छोटे कई components होते है, वो बहुत ही ज्यादा complicated दिखते हैं, पर वो actually में उतने complicated नहीं होते. अब में आप लोगों को इन्ही components बारे में कुछ जानकारी दूंगा. Computer Components in Hindi कंप्यूटर के मुख्य भाग लोकप्रिय सॉफ़्टवेयर रिव्यु, कंप्यूटर, लैपटॉप और अन्य गियर कैसे चुनें, आदि के बारे में पढ़ने के लिए वनिता कासनियां पंजाब के ब्लॉगर पर जाए पर जाएं Motherboard किसी भी कंप्यूटर का मुख्य circuit board को Motherboard कहा जाता है. ये एक पतली प्लेट की तरह दीखता है पर ये बहुत सी चीज़ों की धारण किया हुए होता है. जैसे CPU, Memory, Connectors hard drive और Optical Drive के लिए, expansion card Video और Audio को control करने के लिए, इसके साथ साथ कंप्यूटर के सभी Ports को connection. देखा जाये तो Motherboard कंप्यूटर के सारे पार्ट्स के साथ directly या in directly जुड़ा हुआ होता है. CPU/Processor क्या आप जानते है Central Processing Unit यानि CPU क्या है? इसको भी कहा जाता है. ये कंप्यूटर case के अन्दर Motherboard में पाया जाता है. इसे कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है. ये किसी Computer के भीतर ही रहे सारे गतिविधियों के ऊपर नज़र रखे हुए होता है. जितनी ज्यादा एक Processor की speed होगी उतनी ही जल्दी ये processing कर पायेगा. RAM RAM को हम Random Acess Memory के नाम से भी जानते हैं. ये System का Short Term Memeory होता है. जब भी कभी कंप्यूटर कुछ कैलकुलेशन करता हैं तब ये temporarily उस result को RAM में save कर देता हैं. अगर कंप्यूटर बंद हो जाये तो ये डाटा भी खो जाता है. यदि हम कोई document लिख रहे हों तब उसे नष्ट होने से बचने के लिए हमें बिच बिच में अपने डाटा को save करना चाहिए. Save करने से Data Hard Drive में save हो तो ये लम्बे समय तक रह सकती है. RAM को megabytes (MB) or gigabytes (GB) में मापा जाता हैं . जितना ज्यादा RAM होगा उतना हमरे लिए अच्छा हैं. Hard Drive Hard Drive वो component है जहाँ software, documents और दुसरे file को save किया जाता है. इसमें data लम्बे समय तक store होकर रहता है. Power Supply Unit Power supply unit का काम होता है की Main Power Supply से पॉवर लेकर उसे जरुरत के अनुसार दुसरे components में Supply करना. Expansion Card सभी Computers के Expansion Slots होते हैं जिससे की हम Future में कोई Expansion Card को add कर सकें. इन्हें PCI (Peripheral Components Interconnect) card भी कहा जाता है. लेकिन आज कल के Motherboard में built in ही कई Slots पहले से होते हैं. कुछ Expansion Card के नाम जो हम पुराने computers को update करने के लिए इस्तमाल कर सकते हैं. Video Card Sound card Network Card Bluetooth Card (Adapter) यदि आप कभी computer के भीतरी चीज़ों को खोल रहे हैं तब आपको सबसे पहले मुख्य Socket से Plug का निकलना चाहिए. कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर Computer hardware को हम कोई ऐसी Physical Device कह सकते हैं जिसे हम अपने कंप्यूटर में इस्तमाल करते हैं, वहीँ Computer Software का मतलब है codes का collection जिसे हम अपने Machine के Hard Drive में install करते हैं hardware को चलने के लिए. उदहारण के तोर पे कंप्यूटर मॉनिटर जो हम पड़ने के लिए इस्तमाल करते हैं, Mouse जिसे हम Navigate करने के लिए इस्तमाल करते हैं ये सब Computer Hardware हैं. वहीँ Internet Browser जिससे हम website visit करते हैं, और Operating System जिसमे की वो Internet Browser run होता है. ऐसी चीज़ों को हम Software कहते हैं. हम ये कह सकते हैं की एक कंप्यूटर Software और Hardware का समिश्रण है, दोनों की सामान भूमिकाएं हैं, दोनों साथ मिलकर ही कोई काम कर सकते हैं. कंप्यूटर के प्रकार – Types of Computer in Hindi जब भी हम कभी कंप्यूटर शब्द का इस्तमाल सुनते हैं तब हमारे मन में बस Personal कंप्यूटर का ही चित्र आता है. में आप लोगों को बता दूँ की Computers बहुत सारे प्रकार के होते हैं. विविन्न Shapes और Size के आते हैं. जरुरत के अनुसार हम इनका इस्तमाल करते हैं जैसे की ATM पैसे निकालने के लिए, Scanner किसी Barcode को स्कैन करने के लिए, Calculator किसी बड़ी calculation करने के लिए. ये सारे different types के Computer हैं. 1. Desktop बहुत से लोग Desktop कंप्यूटर का इस्तमाल अपने घरों, स्कूलों और अपने Personal काम के लिए करते हैं. इनका डिजाईन कुछ इस प्रकार से होते हैं कि इन्हें हम अपने desk पर रख सकें. इनके बहुत सारे Parts होते हैं जैसे Monitor, Keyboard, Mouse, कंप्यूटर Case. 2. Laptop Laptop के बारे में आप तो जानते ही होंगे जो की Battery Powered होते हैं, ये बहुत ही ज्यादा portable होते हैं जिससे इन्हें कहीं भी और कभी भी ले जाया जा सकता हैं. 3. Tablet अब बात करते हैं Tablet की जिसे हम Handheld कंप्यूटर भी कहते हैं क्यूंकि इसे बड़ी आसानी से हातों में पकड़ा जा सकते है. इसमें Keyboard और Mouse नहीं होते, बस एक touch Sensitive स्क्रीन होता है जिसे typing और navigation के लिए इस्तमाल किया जाता है. Example- iPAD . 4. Servers एक Server कुछ इसप्रकार का कंप्यूटर है जिसे हम Information के आदान प्रदान के लिए इस्तमाल करते हैं. उदहारण के तोर पे जब भी हम कोई चीज़ Internet में खोजते है वो सारी चीज़ें Server में ही store होती हैं. अन्य प्रकार के कंप्यूटर चलिए अब जानते हैं की अन्य प्रकार के computers क्या होते हैं. स्मार्टफ़ोन (Smartphone) : जब एक normal cell phone में Internet enable हो जाता है, वहीँ उसका इस्तमाल कर हम बहुत से कार्य कर सकते हैं तब ऐसे cell phone को स्मार्टफोन कहा जाता है. पहनने योग्य (Wearable) : पहनने योग्य तकनीक उपकरणों के एक समूह के लिए एक सामान्य शब्द है – जिसमें फिटनेस ट्रैकर्स और स्मार्टवॉच शामिल हैं – इन्हें कुछ इसप्रकार से design किया गया है जिससे की इसे पूरे दिन पहने जा सकते हैं. इन उपकरणों को अक्सर पहनने योग्य कहा जाता है. गेम कंसोल (Game Control) : यह गेम कंसोल भी एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर है जिसका उपयोग आपके टीवी पर वीडियो गेम खेलने के लिए करते हैं. टीवी (TV): टीवी भी एक प्रकार का computer होता है जिसमें अब काफी एप्लिकेशन या ऐप्स शामिल हैं जो की इसे Smart Tv में परिवर्तित करते हैं. वहीँ अब आप सीधे अपने टीवी पर इंटरनेट से वीडियो स्ट्रीम कर सकते हैं. कंप्यूटर का उपयोग – Application of Computer in Hindi कंप्यूटर का उपयोग कहाँ कहाँ होता है? देखा जाये तो कंप्यूटर का इस्तमाल हम अपने जीवन में हर जगह करते आ रहे हैं और करते रहेंगे. ये हमारा एक अंग सा बन गया है. मैंने इसके कुछ इस्तमाल को आपकी जानकारी के लिए निचे लिखी हुई हैं. शिक्षा के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग: शिक्षा में इनका सबसे बड़ा हाथ है, अगर कोई स्टूडेंट को किसी चीज़ के बारे में जानकारी चाहिए तब उसे कुछ मिनटों में ही ये जानकारी उपलब्ध हो जाती है इसकी मदद से. Research से पता चला है की कंप्यूटर की मदद से किसी भी student की learning performance में काफी बढ़ोत्तरी हुई है. आजकल को घर बैठे ही Online Classes की मदद से पढाई की जा सकती है. Health and Medicine: ये Health और मेडिसिन के लिए एक वरदान है. इसकी मदद से आजकल मरीजों का इलाज बहुत ही आसानी से हो जाता है. आजकल सभी चीज़े digital हो गयी है जिससे बड़ी आसानी से रोग के बारे में पता चल जाता है और उस हिसाब से उसका इलाज भी possible है. इससे operation भी आसान बन गए हैं. विज्ञान के छेत्र में कंप्यूटर का उपयोग: ये तो Science की ही देन है. इससे research में बहुत ही आसानी होती है. आजकल एक नया ट्रेंड चल रहा है जिसे Collaboratory भी कहा जाता है जिससे दुनिया के सारे scientist एक साथ मिलकर काम कर सकते हैं, इससे कुछ फरक नहीं पड़ता है की आप कोन से देश में मह्जूद हो. Business: Business में इसका बहुत बड़ा हाथ है productivity और competitiveness को बढ़ने के लिए. इसका इस्तमाल मुख्य तोर से Marketing, Retailing, Banking, Stock Trading में होता है. यहाँ सभी चीज़ें digital होने के कारण इसकी processing बड़ी ही फ़ास्ट हो गयी है. और आजकल Cashless Transaction पे ज्यादा importance दिया जा रहा है. Recreation and Entertainment: Entertainment के लिए ये एक नया अड्डा बन गया है, किसी भी चीज़ों के बारे में आप बात करो जैसे Movies, Sports या resturants कहीं की भी बात करो इनकी इस्तमाल सभी जगह है. Government: आजकल तो Government भी इनकी इस्तमाल के ऊपर ज्यादा focus दे रही है. यदि हम बात करें Traffic, Tourism, Information & Broadcasting, Education, Aviation सभी जगह में इनके इस्तमाल से हमारा काम बहुत हो आसन हो गया है. Defence: सेना में भी इनका इस्तमाल काफी हद तक बढ़ गया है. जिसकी मदद से अब हमारी सेना और ज्यादा सशक्त बन गयी है. क्यूंकि आजकल सभी चीज़ों को कंप्यूटर की मदद से control किया जाता है. ऐसी बहुत से जगह हैं जहाँ हम इसका इस्तमाल करते हैं हमारी जरुरत के अनुसार. कंप्यूटर के लाभ वैसे ये कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा Computer ने हम इंसानों के जीवन को बहुत ही सहज बना दिया है अपने incredible Speed, Accuracy और Storage के मदद से. इससे इन्सान जब चाहें तब कुछ भी save कर सकते हैं और कुछ भी खोज सकते हैं आसानी से. हम कह सकते हैं की computer एक बहुत ही versatile machine होता है क्यूंकि ये बहुत ही flexible होता है अपने jobs को करने में. लेकिन इसके वाबजूद भी हम कह सकते हैं की computer एक बहुत ही versatile machine होता है क्यूंकि ये बहुत ही flexible होता है अपने काम को करने में, वहीँ इन machines के कुछ important advantages और disadvantages भी होते हैं. चलिए इनके विषय में जानते हैं. 1. Multitasking Multitasking एक बहुत ही बड़ी advantage होती है computer की. इसमें कोई आदमी आसानी से multiple task, multiple operation, numerical problems को calculate कर सकते हैं वो भी कुछ seconds में. Computer आसानी से trillion of instructions per second में calculate कर सकती हैं. 2. Speed अब ये केवल एक calculating device बनकर ही नहीं रह गया है. अब ये हमारे जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा बन चूका है. इसकी बहुत ही बड़ी advantage हैं इसकी high speed, जो की इसे कोई भी task को complete करने में मदद करती है वो भी बहुत ही कम समय में. इसमें प्राय सभी operations को तुरंत ही किया जा सकता है, अन्यथा इन्हें करने में बहुत समय लगता. 3. Cost / Stores करती हैं बड़ी मात्रा में data यह एक low cost solution होता है. क्यूंकि इसमें कोई इन्सान बहुत ज्यादा मात्रा की data को कम budget में save कर सकता है. Centralized database का इस्तमाल से बहुत ही high quantity की information को store किया जा सकता है, जिससे की cost को बहुत हद तक कमाया जा सकता है. 4. Accuracy ये computer अपने calculation को लेकर बहुत ही ज्यादा accurate होते हैं, इनमें गलती होने की संभावनाएं न के बराबर होती है. 5. Data Security Digital Data को protect करना ही Data Security कहलाता है. Computer हमारे digital data को unauthorized users जैसे की cyberattack या access attack से रक्षा करती है. कंप्यूटर के हानि अब चलिए Computer के कुछ disadvantages (कंप्यूटर की हानियाँ) के विषय में जानते हैं. 1. Virus और Hacking Attacks Virus एक destructive program होता है और hacking उस unauthorized access को कहा जाता है जिसमें Owner को आपके बारे में पता नहीं होता हिया. इन Virus को आसानी से email attachment के द्वारा फैलाया जा सकता है, कभी कभी USB से भी, या किसी infected websites से इन्हें आपके computer तक पहुँचाया जा सकता है. वहीँ एक बार ये आपके computer तक पहुँच जाये तब आपके computer को बर्बाद कर देता है. 2. Online Cyber Crimes इन Online cyber-crime को करने के लिए computer और network का इस्तमाल किया जाता है. वहीँ Cyberstalking और Identity theft भी इन्ही online cyber-crimes के तहत आते हैं. 3. Employment opportunity में घटौती होना चूँकि computer एक साथ बहुत से कार्य को करने में सक्षम होता है इसलिए employment opportunity को भरी नुकसान होता है. इसलिए banking sector से लेकर कोई भी governmental sectors की आप बात देख लो सभी भी computers को ज्यादा महत्व दिया जाता है लोगों के स्थान में. इसलिए बेरोजगारी केवल बढती ही जा रही है. दुसरे disadvantage की बात करूं तब इसकी IQ नहीं होती है, ये बिलकुल ही users के ऊपर निर्भर करता है, इसकी कोई feeling नहीं होती है, ये खुद से कोई decision नहीं ले सकता है. कंप्यूटर का भविस्य वैसे तो दिन ब दिन कंप्यूटर में काफी Technological बदलाव आ रहे है. दिन प्रतिदिन ये ज्यादा सस्ती और ज्यादा performance वाली और ज्याद capacity वाली बन रही है. जैसे जैसे लोगों की जरुरत बढ़ेगी वैसे वैसे इसमें और भी ज्यादा बदलाव आएगा. पहले तो ये एक घर के आकर का था, अब ये हमारे हाथों में ही समां जा रहा है. एक समय ऐसा भी आएगा जब ये हमारे मन से नियंत्रित होगा. आजकल Scientists Optical computer, DNA Computer, Neural Computer और Quantum Computer के ऊपर ज्यादा research कर रहे हैं . इसके साथ साथ ही Artificial Intelligence के ऊपर भी बहुत ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है ताकि ये खुदबखुद अपना काम सुचारू रूप से कर सके. कंप्यूटर क्या कार्य करता है? एक कंप्यूटर यूजर से इनपुट लेता है, निरदेश के अनुशार उसे प्रोसेस करता और और उसकी रिजल्ट को अपने आउटपुट डिवाइस के माध्यम से यूजर को दिखता है. कंप्यूटर के सभी कार्यों को कौन नियंत्रित करता है? CPU कंप्यूटर के सभी भागों के कार्य को नियंत्रित करता है. आज आपने क्या सीखा? अब तक आपको कंप्यूटर का introduction हिंदी में मिल चूका होगा. मुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को कंप्यूटर क्या है (What is Computer in Hindi) और कंप्यूटर के प्रकार के बारे में पूरी जानकारी दी और आशा करता हूँ आप लोगों को इस कंप्यूटर Technology के बारे में समझ आ गया होगा. आसानी से अब आप कंप्यूटर किसे कहते हैं का जवाब बेझिझक दे सकते हैं. मेरा आप सभी पाठकों से गुजारिस है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की हमारे बिच जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ. मेरा हमेशा से यही कोशिश रहा है की मैं हमेशा अपने readers या पाठकों का हर तरफ से हेल्प करूँ, यदि आप लोगों को किसी भी तरह की कोई भी doubt है तो आप मुझे बेझिजक पूछ सकते हैं. वनिता कासनियां पंजाब मैं जरुर उन Doubts का हल निकलने की कोशिश करूंगी. आपको यह लेख कंप्यूटर किसे कहते है कैसा लगा हमें comment लिखकर जरूर बताएं ताकि हमें भी आपके विचारों से कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिले.

  कंप्यूटर क्या है, इसकी उपयोगिता एवं विशेषताएँ By वनिता कासनियां पंजाब चलिए जानते है के  कंप्यूटर क्या है ?  कंप्यूटर  एक मशीन है जो डेटा की गणना, स्टोर करने और जानकारी का प्रबंधन करने के निर्देशों को संसाधित करता है। कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से बने होते हैं. Computer शब्द, Latin शब्द “ computare ” से लिया गया है. इसका अर्थ है Calculation करना या गणना करना. इसका मुख्य तोर से तीन काम है.  पहला डाटा  को लेना जिसे हम Input भी कहते है.  दूसरा  काम उस  डाटा को Processing  करने का होता है और  आकिर काम  उस processed डाटा को दिखाने का होता है जिसे  Output  भी कहते हैं. Input Data →  Processing → Output Data मॉडर्न कंप्यूटर का जनक Charles Babbage को कहा जाता है. क्यूंकि उन्होंने ही सबसे पहले Mechanical कंप्यूटर को डिजाईन किया था, जिसे Analytical Engine के नाम से भी जाना जाता है. इसमें Punch Card की मदद से डाटा को insert किया जाता था. तो कंप्यूटर को हम एक ऐसा advanced इलेक्ट्रॉनिक device कह सकते हैं जो की...